कल्याण आयुर्वेद- बरसात के मौसम में ज्यादातर लोग त्वचा पर एलर्जी की बीमारी जैसे दाद, खाज, खुजली से परेशान रहते हैं. त्वचा पर एलर्जी की बीमारी तेजी से बरसात के मौसम में होती है और एक बार हो जाने के बाद धीरे- धीरे पूरे शरीर में फैल जाती है.
त्वचा की बीमारी शरीर पर पसीना आने से और गंदगी इकट्ठी होने के कारण होती है.खासकर यह समस्या जांघों के बीच अक्सर हो जाती है. इन बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए लोग कई तरह के दवाओं का सेवन करते हैं और कई तरह के मलहम और पाउडर का भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन यह जाने का नाम नहीं लेता है. इसलिए इस समस्या से बचना ही सबसे अच्छा उपाय है.
तो चलिए जानते हैं बचने के उपाय-
1 .त्वचा पर एलर्जी की बीमारी पसीना आने से और कपड़ों में नमी की वजह से होती है. इससे फंगस इंफेक्शन हो जाता है और दाद, खाज और खुजली की समस्या हो जाती है. इसलिए आपको गीले कपड़े पहनने से बचना चाहिए और साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए.
2 .जिन लोगों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. उनके शरीर पर इंफेक्शन होने का खतरा अधिक हो जाता है. इसलिए हमेशा ही संतुलित और पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए.
3 .दाद, खाज, खुजली से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने से यह बीमारी आपको भी हो सकती है. इसलिए इनसे आपको दूर रहना चाहिए और उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए चीजों का भी इस्तेमाल करने से बचना चाहिए उनके कपड़े- जूते आदि नहीं पहनना चाहिए.
4 .बरसात के दिनों में एंटी सेप्टिक साबुन जैसे डेटोल, नीम, मारगो आदि से स्नान करना फायदेमंद होगा.
त्वचा की बीमारी शरीर पर पसीना आने से और गंदगी इकट्ठी होने के कारण होती है.खासकर यह समस्या जांघों के बीच अक्सर हो जाती है. इन बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए लोग कई तरह के दवाओं का सेवन करते हैं और कई तरह के मलहम और पाउडर का भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन यह जाने का नाम नहीं लेता है. इसलिए इस समस्या से बचना ही सबसे अच्छा उपाय है.
तो चलिए जानते हैं बचने के उपाय-
1 .त्वचा पर एलर्जी की बीमारी पसीना आने से और कपड़ों में नमी की वजह से होती है. इससे फंगस इंफेक्शन हो जाता है और दाद, खाज और खुजली की समस्या हो जाती है. इसलिए आपको गीले कपड़े पहनने से बचना चाहिए और साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए.
2 .जिन लोगों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. उनके शरीर पर इंफेक्शन होने का खतरा अधिक हो जाता है. इसलिए हमेशा ही संतुलित और पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए.
3 .दाद, खाज, खुजली से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने से यह बीमारी आपको भी हो सकती है. इसलिए इनसे आपको दूर रहना चाहिए और उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए चीजों का भी इस्तेमाल करने से बचना चाहिए उनके कपड़े- जूते आदि नहीं पहनना चाहिए.
4 .बरसात के दिनों में एंटी सेप्टिक साबुन जैसे डेटोल, नीम, मारगो आदि से स्नान करना फायदेमंद होगा.
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