दोस्तों, अक्सर लोगों को आपने देखा होगा कि वे बैठे बैठे अपने पैर हिलाते हैं. धीरे धीरे यह उनकी आदत बन जाती है. जिसे छोड़ना बहुत मुश्किल होता है. कुछ लोगों की ये आदत इतनी बढ़ जाती, है कि वे लेट कर भी पैर हिलाते हैं. खैर आपको बता दें कि पैर हिलाने की आदत बहुत ही खराब होती है. आइये आज हम आपको बताते हैं कि पैर हिलाने से क्या होता है.
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अगर आप भी बैठे-बैठे हिलाते हैं पैर, तो जरुर पढ़ें यह खबर |
तो आइये जानते हैं विस्तार से -
दोस्तों, कई बार आप खुद भी बैठे या लेटे होते हैं, तो पैर हिलाने लगते हैं, ये रेस्टलेस सिंड्रोम के कारण भी होता है. इसमें पैरों का हिलना पर्याप्त नींद न लेना, व्यायाम न करना, शराब और सिगरेट का अधिक सेवन करना भी इसका मुख्य कारण होता है. ज्यादातर 35 से अधिक उम्र के लोगों में यह बीमारी पाई जाती है. लेकिन आजकल पैर हिलाने की आदत तो कम उम्र के लोगों में भी देखि जाती है.
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दरअसल नर्वस सिस्टम से जुड़े इस रोग में डोपामाइन हार्मोन श्रावित होने के कारण ऐसा बार बार करने का मन करता है. इस समस्या को स्लीप डिसऑर्डर भी कहा जाता है. जब व्यक्ति की नींद पूरी नहीं होती है, तो वह थका हुआ महसूस करता है. इसके लक्षण दीखते ही आपको ब्लड टेस्ट करवा लेना चाहिए.
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आपको बता दें कभी कभी इस समस्या से प्रेग्नेंट महिलाओं को भी गुजरना पड़ता है. जी हां प्रेग्नेंसी के आखरी तीन महीनों में उन्हें इस समस्या से गुजरना पड़ता है. लेकिन डिलीवरी के लगभग एक महीने बाद उन्हें इस समस्या से निजात मिल जाता है.
दोस्तों, अगर आपको भी यह समस्या है, तो आप डॉक्टर से मिलें और इस आदत को जल्द से जल्द दूर करें और इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद.
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