शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी दूर कर देता है यह चूर्ण, जानें बनाने और सेवन करने की विधि

कल्याण आयुर्वेद- साधारण तौर पर एक व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा 13.5 प्रति डेसी लिटर होना चाहिए. किसी भी व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा में कमी कई कारणों से होती है. हीमोग्लोबिन शरीर के अंगों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है. इसके साथ ही यह शरीर के अंगों से कार्बन डाइऑक्साइड गैस बाहर निकालती है. वहीं अगर किसी व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाए तो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लगती है.इससे परेशान है तो आज हम आपको ऐसे चूर्ण के बारे बताने जा रहे हैं जो शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को को पूरा करने में मददगार होगा.

शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी दूर कर देता है यह चूर्ण, जानें बनाने और सेवन करने की विधि

चूर्ण बनाने एवं सेवन करने की विधि-

इस चूर्ण को बनाने के लिए आंवला पाउडर 100 ग्राम, अश्वगंधा पाउडर 100 ग्राम, त्रिकुटा पाउडर 100 ग्राम लेना है. इसके बाद इन्हें अच्छी तरह से मिलाकर सुरक्षित रखें. अधिक दिनों तक खराब नहीं होगा.

आप इस चूर्ण में से एक चम्मच की मात्रा में गुनगुने पानी के साथ प्रतिदिन सेवन करें. इसके नियमित सेवन करने से खून में हुई हीमोग्लोबिन की कमी जल्द ही दूर हो जाएगी. साथ ही यह शरीर को एनर्जी देगा. अधिक लाभ के लिए अनार के जूस के साथ सेवन कर सकते हैं.

आपको बता दें कि आंवले में आयरन और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है. आयुर्वेद के अनुसार आंवला एंटी एनेमिक जड़ी-बूटी के रूप में काम करता है. जिसकी वजह से हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है. आंवला में आयरन और विटामिन सी के अलावा कई और तत्व पाए जाते हैं. जिसमें विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, डायूरिक एसिड जैसे गुण पाए जाते हैं.

अश्वगंधा एंटी एनीमिक का काम करती है. इसके साथ ही हीमोग्लोबिन को बढ़ाने का काम करती है. इसके सेवन से थकान, कमजोरी, चक्कर आना, सीने में दर्द होना, योन कमजोरी आदि दूर होती है.

नोट- यह पोस्ट शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए योग्य वैध की सलाह जरूर लें. धन्यवाद.

Post a Comment

0 Comments