संतान के इच्छुक महिलाओं के लिए वरदान है पुत्रजीवक, जानें फायदे

कल्याण आयुर्वेद- प्रकृति ने हमारे आसपास कई ऐसे पेड़- पौधे दिए हैं जिनका उपयोग आयुर्वेद में जड़ी- बूटियों के रूप में किया जाता है. मानव जीवन को सुखी और स्वस्थ रखने के लिए लगभग आयुर्वेद में हर मर्ज का उपाय है. चाहे पुरुषों का स्वास्थ हो या महिलाओं का. सभी के लिए उपयोगी होता है. आज हम आपको महिलाओं के लिए एक ऐसी जड़ी के बारे में बात करने जा रहे हैं जो उन महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है जिनमें बच्चे पैदा करने में कुछ खामी होती है. जी हां, हम बात करने जा रहे हैं पुत्रजीवक के बारे में.

संतान के इच्छुक महिलाओं के लिए वरदान है पुत्रजीवक, जानें फायदे

पुत्र जीवक आयुर्वेद की एक जानी-मानी प्रभावी औषधि है और इससे सदियों से औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है क्योंकि यह संतानहीनों को संतान देने में मदद करता है इसलिए इसका नाम पुत्रजीवक दिया गया है.

कहां पाया जाता है पुत्रजीवक-

पुत्रजीवक का पेड़ पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है. इसका वृक्ष हमेशा हरा- भरा रहता है. इसके तने फीके रंग की छाल होती है. पत्ते के किनारे कटे से होते हैं और इनका रंग गहरा होता है. इसके पुष्प पीले हरे रंग के और गुच्छों में होते हैं इसके फल गोल और तीखे नोकदार होते हैं.

पुत्रजीवक के फायदे-

* संतान प्राप्ति के लिए पुत्रजीवक बीज की गिरी को दूध के साथ महिलाओं को मासिक धर्म  के दिनों में में सेवन करना चाहिए.

* इसके अलावा पुत्रजीवक पेड़ की छाल, बिल्व की जड़ और मालकांगनी की जड़ को पानी में पीसकर दिन में एक- दो बार तो 3 सप्ताह तक सेवन करने से गर्भावस्था के दौरान असामान्य रक्त स्राव रुक जाता है.

* सभी प्रकार के मासिक धर्म के लिए पुत्रजीवक बीज का गुदा और जीरा दूध में पीसकर सुबह मासिक धर्म के दौरान सेवन किया जाता है. इससे मासिक धर्म से जुड़ी समस्याएं दूर होती है.

* जिन महिलाओं के लड़के पैदा होते ही मर जाया करते हैं उन महिलाओं को पुत्रजीवक की गुठलियों की माला पहनाया जाता है. इससे यह समस्या दूर हो जाती है.

नोट- यह पोस्ट शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है किसी भी प्रयोग से पहले योग्य वैध की सलाह जरूर लें.

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स्रोत- भावप्रकाश निघंटू.


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