कल्याण आयुर्वेद- अक्सर बच्चे दूध पीने के बाद उलटी कर देते हैं. हालाँकि ये प्राकृतिक प्रक्रिया है.लेकिन जो महिलाएं पहली बार माँ बनती है तो इस बच्चे को उलटी करते ही घबरा जाती है.लेकिन इस उलटी से घबराने की जरुरत नही है.क्योंकि बच्चे अक्सर दूध पीने के बाद उल्टी कर देते हैं.डॉक्टर्स का मानना है कि यह बहुत ही सामान्य समस्या है जो अक्सर बच्चों को होती है.ऐसा बच्चे तब करते हैं जब ज्यादा दूध पी लेते हैं.
बच्चों को दूध पीने के बाद उलटी करना मतलब स्वस्थ होना है.
दूध पीने के बाद बच्चे का उल्टी करना कोई बड़ी बात नही है.और इसमें कोई परेशानी की भी बात नही होती है.और न ही बच्चे का पेट ख़राब होने का संकेत है.ऐसा माना जाता है कि अगर दूध पीने के बाद बच्चा उल्टी कर देता है तो वह स्वस्थ है.और ऐसा करना उसे पसंद है.कई बार तो बच्चे का उल्टी नही करना उनकी परेशानी का कारण बनता है.खाना या दूध पिने के बाद भी उसे डकार आने पर उल्टी नही होती है तो यह परेशानी का सबब है.ऐसे में उसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
बच्चे को उलटी होने के फायदे-
अगर बच्चा दूध पीने के बाद थोडा बहुत उल्टी करता है. या माँ जब बच्चे को गोद में लेकर बैठकर ज्यादा देर तक दूध पिलाती है और अगर बच्चे को गोद में ही सुलाई रखती है इस दौरान उल्टी हो जाता है तो समझें बच्चे का का छाती हल्का हो गयी मतलब बच्चे का पाचन क्रिया दुरुस्त है.और बच्चे को नींद अच्छी आती है.
तो इसलिए बच्चे करते हैं उल्टी.
दूध पीने के दौरान दूध बच्चे की मस्कुलर ट्यूब से होते हुए उसके पेट तक जाता है.इस मस्कुलर ट्यूब को इसोफेगस कहते हैं.पेट एयर इसो फेगस को जोड़ने के लिए मस्कुलर रिंग्स होती है.जो बच्चे को दूध पीने पर खुल जाती है.और दूध पीने के बाद यह स्वतः बंद हो जाती है.ऐसे में रिंग अगर सही से बंद नही होती या टाईट नही होती है तो सारा दूध इसोफेगस में रिटर्न आ जाता है.दूध को इसोफेगस में रिटर्न जाने के कारण उल्टी होती है.
बच्चे का उल्टी रोकना होता है नुकसानदायक.
अगर बच्चा दूध पीने के बाद उलटी करता है इसका मतलब वह स्वस्थ है.इसलिए उल्टी रोकने की कोशिश कभी नही करनी चाहिए.इससे बच्चे के सिने में घुटन हो सकती है.जो बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
बच्चे के उल्टी के दौरान आजमायें ये तरीके-
बच्चे का उल्टी रोकना आपके हाथों में नही है और रोकने की कोशिश भी नही करनी चाहिए.लेकी अगर बच्चा ज्यदा उलटी करता है तो कुछ तरीके से कम किया जा सकता है.
1 .बच्चे को खाना खिलाने के बाद लगभग 30 मिनट तक सीधे बैठा कर रखें.
2 .बच्चे को एक बार में ज्यादा खाना नही खिलाएं.बल्कि थोड़े-थोड़े खिलाएं.
3 .दूध पिने वाले बच्चे को दूध पिलाने के बाद सीधे पीठ के बल लिटायें.4 .बच्चे को दूध पिलाने के बाद ज्यादा हिलाए-दुलायें नही.
नोट-बच्चे को दूध पीने के बाद उलटी होना तो एक साधारण प्रक्रिया है.लेकिन अगर बच्चा उल्टी करने के बाद सुस्ती महसूस करे तो इसका उपाय यानि इलाज करना चाहिए.
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