अगर आपको भी है यह समस्या तो भूलकर भी न करें अमरूद का सेवन

कल्याण आयुर्वेद- अमरूद खाने में बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है जो कई रोगों के लक्षणों को कम करने में मदद करता है. अमरुद कम कैलोरी और फाइबर की प्रचुर मात्रा के साथ पाया जाता है जो एक हेल्दी डाइट का अभिन्न हिस्सा है. अमरुद को कई तरीके से खाया जाता है. लेकिन आज के इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बताएंगे जो अगर आपको है तो आप अमरूद का सेवन बिल्कुल न करें.

अगर आपको भी है यह समस्या तो भूलकर भी न करें अमरूद का सेवन

तो आइए जानते हैं विस्तार से-

डायबिटीज- वैसे तो अमरुद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिस कारण डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए  उनके पसंदीदा फलों में से एक होता है. लेकिन आपको समय-समय पर अपने ब्लड शुगर की जांच करवानी पड़ेगी. अमरुद में नेचुरल शुगर होता है इसलिए ज्यादा अमरुद खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. इसलिए आप सीमित मात्रा में सेवन करें.

इरिटेटेड बाउल सिंड्रोम- फाइबर से भरपूर अमरुद कब्ज को कम करने और पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है लेकिन अमरूद का अधिक सेवन आपके पाचन तंत्र को खराब कर सकता है. यदि आप इरिटेटेड बाउल सिंड्रोम से पीड़ित हैं तो आपको अमरूद का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए.

पेट फूलना- यदि आपको पेट फूलने की समस्या रहती है तो अमरूद का सेवन करने से परहेज करना चाहिए. हमारे शरीर को ज्यादा विटामिन सी अवशोषित करने में दिक्कत होती है. इसलिए आपका पेट फूल सकता है इतना ही नहीं इस में मौजूद रोज की मात्रा आपको फ्रुक्टोज से जुड़ी स्वास्थ्य स्थिति का शिकार बना सकती है.

कब खाना चाहिए अमरुद और कितना-

दिन में एक अमरुद आपके लिए बेस्ट होता है. इससे अधिक खाने पर यह आपके लिए फायदेमंद नहीं होगा. आप एनर्जी के लिए भोजन के बीच या फिर एक्सरसाइज से पहले या एक्सरसाइज करने के बाद में अमरुद खा सकते हैं रात में अमरूद खाने से बचना चाहिए. इससे आपको सर्दी- खांसी की समस्या हो सकती है.

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