भूलकर भी चबाकर न खाएं तुलसी के पत्ते, जानें क्या है सही तरीका

कल्याण आयुर्वेद - हिंदू धर्म में तुलसी पत्तों की पूजा की जाती है. इसके अलावा आयुर्वेद में इसका बहुत महत्व है. इसे औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल करके कई तरह की समस्याओं को दूर किया जा सकता है. आप इसके मदद से घरेलू नुस्खे करके अपनी सेहत को दुरुस्त कर सकते हैं. लेकिन ऐसा कहा जाता है कि तुलसी के पत्तों को कभी चबाके नहीं खाना चाहिए. आज के इस पोस्ट में हम आपको इसका कारण तथा इसलिए खाने का सही तरीका बताएँगे.

भूलकर भी चबाकर न खाएं तुलसी के पत्ते, जानें क्या है सही तरीका

तो आइए जानते हैं विस्तार से -

1.दांतों पर असर -

तुलसी के पत्तों में मरकरी कॉन्टेंट होता है. जब आप इसे चबाते हैं, तो यह तत्व बाहर निकलते हैं और इससे आपके दातों को नुकसान पहुंचता है. तुलसी के पत्ते एसिटिक होते हैं और अगर आप रोजाना ज्यादा मात्रा में इसे चबाते हैं तो दांत के एनामेल पर असर पड़ता है.

2.चबाकर खाना सही तरीका नहीं है -

तुलसी के पत्तों को चबाकर खाने के बजाय निगलकर खाने की सलाह दी जाती है. कई दवाओं में तुलसी का अर्क होता है. लेकिन यह दवाई आप तुरंत पानी के साथ निगल लेते हैं इसलिए इससे दांतों को नुकसान नहीं पहुंचता है. परंतु अगर आप तुलसी के पत्ते का ऐसे ही सेवन करते हैं, तो कभी भी से चबाकर ना खाएं.

3.घी के साथ तुलसी का सेवन -

तुलसी के पत्तों को सुखाकर उसका पाउडर बना लें. आधा चम्मच तुलसी का पाउडर में दो चम्मच घी मिलाएं और इसे दाल या रोटी के साथ खा लें. यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद रहेगा.

4.काढ़े या चाय के रूप में करें सेवन -

तुलसी के पत्तों का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप इसे काढ़े में या फिर चाय के साथ उबालकर पीए. इसके लिए आपसे तुलसी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं. इसके लिए तुलसी के पत्तों को पानी में डालकर 15 मिनट तक धीमी आंच पर उबाले. इसके बाद इसमें शहद और नींबू मिलाकर पीए.

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