कल्याण आयुर्वेद - डायबिटीज जीवनशैली से जुड़ी हुई एक ऐसी बीमारी है, जो आजकल तेजी से बढ़ती जा रही है. इससे ग्रसित लोगों को अपनी लाइफ स्टाइल का खास ध्यान रखना होता है. बड़े ही नहीं बल्कि छोटे बच्चे भी तेजी से टाइप वन डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं. ऐसे में खाने में मीठा पर कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. क्योंकि अगर यह बैलेंस बिगड़ा तो प्रीडायबिटीज लोग क्रिटिकल डायबिटीज की कैटेगरी में आ सकते हैं और उन्हें पता भी नहीं चलेगा. आपको पता होगा डायबिटीज से कैसे बीमारी है जो कभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकती है. इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. इसलिए आज के पोस्ट में हम आपको डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए गिलोय का इस्तेमाल करने का तरीका बताएंगे.
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डायबिटीज के मरीज इस तरह करें गिलोय का सेवन, ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल |
तो चलिए जानते हैं विस्तार से -
सबसे पहले आपको बता दें गिलोय एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के साथ-साथ आपको अनेक बीमारियों से दूर रखने में मददगार साबित होता है. आयुर्वेद के अनुसार ब्लड शुगर में गिलोय का काढ़ा, पाउडर या फिर रस का सेवन किया जा सकता है.
गिलोय में प्रचुर मात्रा में गिलोय इन नामक ग्लूकोसाइड जैसे ढेरों एसिड पाए जाते हैं. इसके अलावा इसमें कॉपर, आयरन, फास्फोरस, जिंक, कैलशियम, मैग्निशियम के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी कैंसर आदि गुण पाए जाते हैं, जो आपको कई तरह की बीमारियों से बचाते हैं. इसमें पाया जाने वाला हाइपोग्लाइसेमिक ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद करता है.
डायबिटीज के मरीजों को कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला भोजन करने की सलाह दी जाती है. आपको बता दें गिलोय शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा ग्लूकोस को बंद करने में मदद करता है. इससे ब्लड शुगर का स्तर कम बना रहता है.
इसका सेवन करने का तरीका -
1.रोजाना सुबह खाली पेट गिलोय का जूस पी सकते हैं. इसके लिए आप चार से पांच पत्ते और थोड़ा सा तना लेकर जूस बना सकते हैं. आप चाहें तो इसमें नीम, सदाबहार, खीरा, टमाटर आदि भी डाल सकते हैं.
2.थोड़े से गिलोय के तने का रस और बेल के 1 पत्ते के साथ थोड़ी सी हल्दी मिलाकर एक चम्मच रस का रोजाना सेवन करना चाहिए. इससे डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है.
3.गिलोय का काढ़ा भी ब्लड शुगर को कम करने में मददगार होता है. इसके लिए आप गिलोय का तना लेकर अच्छी तरह से धोकर गर्म पानी में उबालें. जब पानी आधा बचे तो गैस बंद करें इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें फिर इसका सेवन करें.
4.आप चाहे तो गिलोय को टेबलेट के रूप में भी ले सकते हैं. इसके लिए आप वैद्य से पूछ कर गिलोय वटी खा सकते हैं.
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