कल्याण आयुर्वेद - हम सभी के घरों में भोजन में चावल का विशेष महत्व है. उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक हर जगह चावल बड़े ही चाव से खाया जाता है. चावल कार्बोहाइड्रेट का एक महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है, जो शरीर को ऊर्जा देने के लिए बहुत आवश्यक होता है. हालांकि डायबिटीज और मोटापा जैसी कई ऐसी बीमारी हैं जिनमें लोगों को चावल का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है. इस बारे में हम सभी लंबे समय से पढ़ते आ रहे हैं. पर क्या कभी आपने सुना है कि चावल का सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है. यदि आप यह सुनकर चौक गए हैं तो आज के इस पोस्ट में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं.
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सावधान ! चावल खाने से हो सकता है कैंसर, जरूर पढ़ें यह खबर |
तो चलिए जानते हैं विस्तार से -
इंग्लैंड स्थित क्वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट के शोधकर्ताओं ने अपने शोध में बताया है, कि यदि आप चावल को बिना ठीक से पकाएं खा रहे हैं, तो यह बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है. कुछ स्थितियों में यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकता है. चलिए जानते हैं, इस अध्ययन के बारे में विस्तार से.
वैज्ञानिकों ने अपने हाल ही में किए गए अध्ययन के दौरान पाया कि जिस तरह से खेतों में फसल की उपज बढ़ाने के लिए बहुत मात्रा में खाद और रसायनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. उससे सेहत को काफी नुकसान पहुंचता है. ये सभी विषाक्त पदार्थ और कीटनाशक मिट्टी को काफी जहरीला बनाते जा रहे हैं. ऐसे में इससे उपजने वाले खाद्य पदार्थों में भी इसके अंश मौजूद हो सकते हैं. यही वजह है कि हमें हमेशा चावल को अच्छे से धोकर और अच्छे से पकाकर खाना चाहिए.
अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने पाया कि कई तरह के औद्योगिक कीटनाशकों को बनाने के लिए आर्सेनिक रसायन का प्रयोग किया जाता है. यह रसायन मिट्टी में लंबे समय तक बने रहते हैं. जिसका असर उस फसल पर भी हो सकता है. यदि हम लंबे समय तक भोजन या पानी के माध्यम से इन रसायनों के संपर्क में रहते हैं, तो इससे आर्सेनिक विषाक्तता भी हो सकती है. इससे उल्टी, पेट दर्द, दस्त और यहां तक कि कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है. अध्ययन के अनुसार चावल में आर्सेनिक का स्तर अधिक हो जाता है. ऐसे में यदि इसे ठीक से न पकाया जाए तो यह भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन जाता है.
इसके पहले भी चावल से सेहत पर होने वाले प्रभाव को जानने के लिए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है. चावल से कार्सिनोजेन का खतरा हो सकता है, जो शरीर में कैंसर की समस्याओं को बढ़ाता है. कार्सिनोजेन एक ऐसा एजेंट है जो मनुष्य में कैंसर पैदा करने की क्षमता रखता है.
महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा -
90 के दशक में किए गए एक अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने पाया कि चावल का ज्यादा सेवन करने वाली महिलाओं में स्तन और अन्य प्रकार के कैंसर का जोखिम अधिक होता है. चावल को अच्छी तरह से बिना पकाए खाने पर खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है.
क्या है चावल बनाने का सही तरीका -
क्वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट के अध्ययन में वैज्ञानिकों ने कहां है, कि चावल से कैंसर के खतरे को देखते हुए इसे खाना बंद करने की जरूरत नहीं है. बल्कि इसे अच्छी तरह से पकाकर खाना फायदेमंद रहेगा. चावल को बनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे पकाने से पहले आप रातभर के लिए इसे पानी में भिगोकर छोड़ दें. इस प्रक्रिया का पालन करने से इसमें मौजूद विषाक्त पदार्थों का स्तर 80% तक कम हो जाता है. इसके बाद चावल को अच्छी तरह से पकाकर इसका सेवन करें. इससे आपको कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है.
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