डेंगू बुखार में दवाइयों के साथ करें ये घरेलू उपाय, हो जाएगा जड़ से खत्म

कल्याण आयुर्वेद- स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सी लापरवाही के कारण हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियां घेर लेती है. इनमें से कुछ बीमारियां तो खुद ही ठीक हो जाती है और कुछ साधारण से इलाज बाद ठीक हो जाती है. लेकिन कई ऐसी बीमारियां है जो गंभीर और जानलेवा भी हो सकती है. उन्हीं बीमारियों में से एक है डेंगू बुखार.

डेंगू बुखार में दवाइयों के साथ करें ये घरेलू उपाय, हो जाएगा जड़ से खत्म

चलिए जानते हैं विस्तार से-

जी हां, डेंगू बुखार एक ऐसी बीमारी है जिसका सही समय पर इलाज नहीं किया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है.

क्या है डेंगू बुखार ?

डेंगू बुखार एक वायरस जनित रोग है जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. आमतौर पर डेंगू बुखार से ग्रस्त लोग लगभग एक सप्ताह में ठीक हो जाते हैं. लेकिन कुछ लोगों में यह बीमारी गंभीर रूप धारण कर लेती है. सामान्य अवस्था में रोगी को बुखार और हल्की कमजोरी का अनुभव होता है, वही गंभीर अवस्था में तेज पेट दर्द या उल्टी होता है. नाक या मसूड़ों से खून आना, मल में खून आना, उल्टी के साथ खून आना, चिड़चिड़ापन, पीली, ठंडी व चिपचिपी त्वचा और सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं. बुखार होने पर कोई भी ऐसा लक्षण नजर आए तो आपको तुरंत डॉक्टर की शरण में जानी चाहिए.

डेंगू बुखार में दवाइयों के साथ करें इन घरेलू उपायों का सेवन-

डेंगू बुखार हो जाने पर डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों का नियमित सेवन करते हुए कुछ घरेलू उपायों की मदद लें. इससे डेंगू बुखार को जल्द ही काबू करने में मदद मिलेगी.

आपको बता दें कि सामान्यता एक व्यक्ति के शरीर में 1.5 लाख से लेकर 4 लाख तक प्लेटलेट्स होते हैं जो डेंगू बुखार होने पर नीचे गिरने लगते हैं. इनकी संख्या 50000 के नीचे हो जाते हैं तो जान को खतरा हो सकता है. लेकिन इन घरेलू नुस्खों की मदद से प्लेटलेट्स बढ़ाने में काफी मदद मिलती है जिससे रोगी जल्द स्वस्थ हो जाता है.

1 .पपीता-

प्लेटलेट्स को बढ़ाने में पपीते के पत्तों का रस बहुत ही कारगर है. 2009 में मलेशिया में हुए एक शोध में पाया गया कि डेंगू बुखार में पपीते का पत्ता एक शानदार औषधि के रूप में काम करता है. इसके लिए आपको 10 से 20 मिलीलीटर पत्तों का रस दिन में एक बार रोजाना पीना चाहिए.

2 .जौ का रस-

जौ यानी व्हिट ग्रास. गेहूं की ताजा घास से बने जूस का सेवन करने से गिरते हुए प्लेटलेट्स को कंट्रोल किया जा सकता है. इसके लिए 150 मिलीलीटर गेहूं के ताजा जूस रोगी को पिलाना चाहिए. इससे हालत में जल्द सुधार आता है.

3 .चुकंदर-

चुकंदर में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं. इसका नियमित रूप से सेवन करने से हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स की मात्रा में तेजी से सुधार होता है. आप चाहे तो रोगी को इस की स्वादिष्ट सब्जी भी बनाकर खिला सकते हैं या चुकंदर का जूस पिला सकते हैं.

4 .संतरा-

डेंगू फीवर को कम करने के लिए संतरे का उपयोग करना काफी लाभदायक हो सकता है क्योंकि संतरे में विटामिन सी के अलावे फ्लेवोनॉयड पाए जाते हैं. फ्लेवोनॉयड में एंटीवायरस गुण होते हैं जो वायरस के कारण फैलने वाली बीमारियों को रोकने मदद कर सकते हैं. संतरे में विटामिन सी मौजूद होता है जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाता है.

5 .दलिया-

कई बीमारियों में डॉक्टर दलिया खाने की सलाह देते हैं क्योंकि इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर को ताकत प्रदान करते हैं. साथ ही यह सुपाच्य भी होते हैं डेंगू में भी रोगी को दलिया खाने की सलाह दी जाती है.

6 .कद्दू-

कद्दू में भरपूर मात्रा में विटामिन के होता है विटामिन के प्लेटलेट्स की तरह जमने का काम करता है. प्रतिदिन 150 मिलीलीटर कद्दू के रस में शहद मिलाकर पीने से प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ती है.

7 .गिलोय-

गिलोय के पत्तों का जूस नियमित रूप से पीने से भी डेंगू के बुखार का संकट दूर होता है. इसके लिए एक अंगुल का टुकड़ा गिलोय लें और इसे छोटे-छोटे टुकड़े करके एक गिलास पानी में डालें साथ में एक छोटा टुकड़ा अदरक और दो चुटकी अजवाइन डालें और आग पर चढ़ा दें जब पानी आधा रह जाए छानकर चाय की तरह खाली पेट पीने से चमत्कारी लाभ मिलता है. आप चाहें तो इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए एक चम्मच शहद मिला सकते हैं.

8 .कीवी फल-

कीवी फल हमारे शरीर को तुरंत ही एनर्जी प्रदान करता है क्योंकि इसमें विटामिन सी, विटामिन ई और पॉलीफेनॉल होता है. प्रतिदिन एक टीवी सुबह-शाम खाने से प्लेटलेट्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होती है. इस फल के सेवन कोलेस्ट्रोल को भी नियंत्रित करने में मदद मिलती है.

9 .अनार-

अनार एक पौष्टिक फल है. इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन मौजूद होता है. इसके सेवन से हिमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स की मात्रा बढ़ाने में काफी मदद मिलती है. इसलिए नियमित अनार का जूस पिलाएं और बेहतर होगा कि घर पर ही जूस निकालकर रोगी को पिलाएं.

10 .पानी-

पानी भी हमारे शरीर को सेहतमंद रहने में काफी मददगार होती है. खून के निर्माण के लिए शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी का होना जरूरी है इसलिए प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए. डेंगू के बुखार में पानी की कमी के कारण रोगी की जान भी जा सकती है.

11 .नीम की पत्तियां-

आयुर्वेद के अनुसार नीम का हर हिस्सा किसी न किसी रूप में स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है. नीम की पत्तियां डेंगू के लक्षणों को काफी हद तक कम करने में मदद कर सकती है क्योंकि नीम की पत्तयों में एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं. एंटीवायरल डेंगू के वायरस को फैलने से रोकने में मदद कर सकते हैं वहीं एंटीबैक्टीरियल डेंगू के संक्रमण को दूर करने में फायदेमंद साबित हो सकता है.

डेंगू फीवर होने पर इन बातों का रखें ध्यान-

तैलीय और मसालेदार भोजन से दूर रहें-

डेंगू के रोगियों में आंतों की समस्या, पेट दर्द या लीवर की समस्या, पेट में सूजन की समस्या होने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में तैलीय या मसालेदार भोजन का सेवन डेंगू के कारण होने वाले पेट दर्द, आंतों की समस्याओं को बिगाड़ने के साथ पाचन संबंधी कई रोगों को बढ़ा सकता है इसलिए ऐसी चीजों से दूरी बनाएं.

भरपूर मात्रा में पिएं पानी-

डेंगू बुखार में निर्जलीकरण होने से यह घातक हो सकती है इसलिए निर्जलीकरण से बचने के लिए रोजाना अधिक से अधिक साफ पानी पीना चाहिए.

ज्यादा न खाएं-

डेंगू में क्या खाना चाहिए और कितना खाना चाहिए इस बात का ध्यान रखना अति आवश्यक है. दरअसल जरूरत से ज्यादा खाने पर पाचन से संबंधित कई समस्याएं जैसे अपच और अल्सर पैदा होने का जोखिम बढ़ जाता है. वहीं डेंगू बुखार के कारण पाचन क्षमता कमजोर हो जाती है. यही कारण है कि डेंगू की बीमारी होने पर नियमित और संतुलित मात्रा खाना खाने की सलाह दी जाती है.

नियमित रूप से कराएं चेकअप-

डेंगू बुखार एक घातक बीमारी है इसलिए नियमित रूप से आपको डॉक्टर के पास चेकअप के लिए जाना चाहिए इससे पता चलता है कि आपकी हालत में सुधार हो रही है या नहीं ?

आराम करें-

डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों के सेवन के साथ-साथ आराम करना और तरल पदार्थों का सेवन करना आपके स्वास्थ्य जल्दी सुधार लाता है.

कहते हैं किसी भी चीज की जानकारी उसका बचाव होता है. इस आर्टिकल में भी डेंगू से संबंधित जानकारी बताई गई है जो आपके काम आ सकती है. आर्टिकल आपने जाना कि कस प्रकार के मच्छर के काटने से डेंगू बुखार होती है और अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह घातक भी हो सकती है. डेंगू में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इस बात की जानकारी भी इस आर्टिकल में दी गई है. डेंगू बुखार के जुड़े कोई भी लक्षण मिलने पर तुरंत ही आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और जल्द से जल्द इलाज करवाना चाहिए ताकि यह बीमारी जानलेवा न बन जाए. धन्यवाद.


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