कल्याण आयुर्वेद- डकार को चिकित्सा के क्षेत्र के अलावा सामान्य रुप से खाना पचाने की प्रक्रिया का एक सामान्य संकेत माना जाता है. ऐसे में अगर आपको अपच, कब्ज या बदहजमी की शिकायत होती है, तो शरीर डकार के माध्यम से उस प्रक्रिया को ठीक करने का संकेत देता है.
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इन बीमारियों के कारण भी आ सकती है बार-बार डकारें, जानें रामबाण घरेलू उपाय |
बार- बार डकार आने के कारण-
1. अपच होना-
अगर आपका डाइजेशन सिस्टम खराब है, तो ऐसे में आपको बार-बार डकार आने की समस्या हो सकती है, क्योंकि खाने के सही से नहीं पचने पर कई हानिकारक बैक्टीरिया और एंजाइम्स उत्पन्न होते हैं. जिससे पाचन क्रिया का संतुलन बिगड़ जाती है और गैस बनने लगती है। ऐसे में पेट में दर्द होना, एसिडिटी और बार-बार डकार आने की समस्या आने लगती है.
2. बार- बार उबासी लेना-
अगर आप खाना खाने के दौरान बार-बार उबासी लेते हैं, तो इससे एक्स्ट्रा एयर आपके शरीर में प्रवेश कर जाती है. जिसका असर पाचन क्रिया पर पड़ता है और लगातार डकार आने की परेशानी होने लगती है.
3. ओवरईटिंग करना-
अगर आपको हमेशा भूख से ज्यादा खाना खाने की आदत है या स्वाद में ओवरईंटिग कर लेते हैं, तो ऐसे में शरीर का डाइजेशन सिस्टम धीमा हो जाता है. जिससे अपच और बदहजमी की शिकायत होने लगती है और बार-बार डकार आती है.
4. कब्ज-
अगर आप कई दिनों से कब्ज की बीमारी से पीड़ित हैं, तो ऐसे में भी आपको बार-बार डकार आने की शिकायत हो सकती है. क्योंकि कब्ज होने पर शरीर का पाचन तंत्र बेहद कमजोर हो जाता है इसके साथ ही शरीर में कई विषैली और हानिकारक गैस बनने लगती हैँ. जिससे पेट फूलना, एसिडिटी और बार- बार आने वाली डकार की समस्या होने लगती है.
5. लंबे समय तक भूखे रहने पर-
अगर आप लंबे समय तक भूखे रहते हैं यानि ब्रेकफास्ट को मिस करते हैं, तो इससे पेट खाली रहने की वजह से शरीर में गैस बनने लगती है. जिससे बार-बार डकार आने की शिकायत होती है.
बार-बार डकार आने पर होने वाली बीमारी-
कई बार शरीर गंभीर बीमारी के होने से पहले डकार या छींक के माध्यम से कुछ संकेत देता है. जिन्हें पहचानकर समय पर सही इलाज किया जा सके. चलिए जानते हैं किन बीमारियों के संकेत देती हैं बार-बार आने वाली डकार-
1. इरिटेबल बाउल सिंड्रोम-
अगर आप कब्ज, पेट में दर्द या बार बार मरोड़, दस्त की समस्या से परेशान होने के साथ बार-बार डकार आने की समस्या भी है, तो ये आपके पेट में पेप्टिक अल्सर का एक संकेत हो सकता है.
2. डिप्रेशन-
अगर आप रोजाना घर या अन्य चिेंताओं से घिरे रहते हैं, तो ऐसे में भी आप पेट से जुड़ी समस्या यानि अपच और बदहजमी की समस्या से परेशान हो सकते हैं. एक शोध के मुताबिक 65 फीसदी मामलों में मूड में आने वाले बदलाव, तनाव पाचन क्रिया को प्रभावित करते हैं, जिससे बार-बार डकार आती है.
3. आंतों में इंफेक्शन-
अगर आप आंतों के इंफेक्शन से पीड़ित है, तब भी आप अपच और पाचन संबंधी रोगों का शिकार बन सकते हैं. जिसके फलस्वरुप आप बार-बार डकार आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
4. ऐरोफेजिया-
ऐरोफेजिया एक ऐसी स्थिति होती है जब आप खाना खाते समय शरीर में जरुरत से ज्यादा वायु को शरीर के अंदर ले जाते हैं. इस समस्या से बचने के लिए हमेशा धीरे-धीरे, छोटे-छोटे टुकड़ों में खाना चबाकर खाना चाहिए.
5. हेलिकोबैक्टर पाइलोरी-
एक बेहद ही सूक्ष्म बैक्टीरिया होता है, जो शरीर के लिए हानिकारक होता है. आमतौर पर ये पेट में पाया जाता है. जिससे क्रोनिक डाइजेशन डिजीज और अल्सर संबंधी समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है. इसे कैम्पिलोबैक्टर पाइलोरी के नाम से जाना जाता है. ऐसा होने पर पीड़ित को लगातार डकार आने की समस्या से गुजरना पड़ता है.
6. अत्याधिकएसिडिटी होना-
आमतौर पर जब पाचन तंत्र भोजन को सही से पचा नहीं पाता है, तो ऐसे में शरीर में कई तरह की हानिकारक गैसें बनने लगती हैं. जिससे बार-बार डकारें आना और उल्टी की शिकायत होना सामान्य लक्षण होते हैं. इसे आम बोलचाल की भाषा में बदहजमी भी कहा जाता है. ये स्थिति ज्यादा मसालेदार, ऑयली फूड और कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से होती है.
7. पेट का फूलना-
अगर आप स्मोकिंग,च्यूइंग गम, शराब और कार्बोनेटेड तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, साथ ही खाना खाने के बाद लेट जाते हैं. तो ऐसे में आप पेट के भारीपन औप पेट फूलने की समस्या को सामना करेगें. लंबे समय तक इस स्थिति के बने रहने पर आप किसी गंभीर पेट रोग के शिकार बन सकते हैं. बार-बार डकार आने के अलावा तेजी से वजन कम होना भी प्रमुख लक्षण है.
बार-बार डकार आने पर करें ये उपाय-
1 .सौंफ-
गर्मियों के मौसम में एसिडिटी और गैस की समस्या बढ़ती है क्योंकि पेट ज्यादा चिकनाईयुक्त और मसालेदार भोजन को कई बार ठीक से डाइजेस्ट नहीं कर पाता. इसलिए मौसम के हिसाब से हल्का भोजन लें. इसके अलावा खाने के बाद रोजाना थोड़ी सौंफ जरूर खाएं. सौंफ आपके डाइजेशन को बेहतर बनाती है.
2 .अदरक-
अगर आप खाना खाने से पहले या खाने में मिलाकर अदरक, सोंठ पाउडर का सेवन करते हैं, तो इससे कुछ देर में आप पाचन संबंधी समस्या यानि गैस और अपच से छुटकारा पा सकते हैं.
3 .पपीता-
पपीते को पेट रोगों के लिए रामबाण माना जाता है. ऐसे में अगर आप बार-बार आने वाली डकार, अपच, एसिडिटी, पेट फूलना और जलन से परेशान है, तो आप दिन में कम से कम एक बार पपीते का सेवन जरुर करें.
4 .दही-
दही में लेक्टोस नामक हेल्दी बैक्टीरिया पाया जाता है. ऐसे में बार-बार आने वाली डकार और पाचन संबंधी रोगों में दही या छाछ का काले नमक के साथ सेवन करना बेहद लाभकारी होता है. लेकिन दही या छाछ का सेवन दिन के समय करना फायदेमंद होता है. रात में दही खाने से सर्दी लगने की संभावना बढ़ सकती है.
5 .जीरा-
जीरा और अजवाइन का सेवन करना भी गैस और पाचन संबंधी रोगों के लिए संजीवनी का काम करते हैं. इसके लिए आपको जीरा और अजवायन को हल्का तवे पर भूनें और फिर काले नमक या सेंधा नमक के साथ दिन में दो बार सेवन करें.
6 .इलयाची वाली चाय-
इलायची में प्राकृतिक रुप से गैस या अपच संबंधी रोगों को शांत करने वाले तत्व पाए जाते हैं. ऐसे में इलायची को 10 मिनट उबालने के बाद गर्मागर्म पीने से बदहजमी, एसिडिटी आदि से राहत मिलती है.
7 .अजवाइन-
अजवाइन को भी गैस की समस्या दूर करने के लिए रामबाण औषधि माना जाता है. आप आधा चम्मच अजवाइन को रोजाना दोनों समय खाने के बाद लेने की आदत डालें. आप चाहें तो अजवाइन का गुनगुना पानी भी पी सकते हैं. इससे भी पेट की समस्याएं दूर होती हैं.
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