कल्याण आयुर्वेद - महिलाएं अपने आप को रोजमर्रा के कामों में इतना उलझा देती है, कि वह अपनी सेहत के प्रति लापरवाह हो जाती हैं. आमतौर पर ज्यादा महिलाएं यही सोचती हैं कि जब उन्हें कोई तकलीफ ही नहीं है तो उन्हें डॉक्टर के पास जाना क्यों जरूरी है. लेकिन यह सोच आगे चलकर कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है. क्योंकि आपको पता नहीं होता है, कि बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और खाने-पीने की गलत आदतों के कारण आपका शरीर किस तरह की बीमारी का शिकार हो जाए. आज हम आपको महिलाओं में होने वाली ऐसे ही बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके सिम्पटम ना तो आसानी से नजर आते हैं, लेकिन ये बहुत ही खतरनाक साबित हो सकते हैं, अगर इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाए.
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महिलाओं की लापरवाही उन्हें बना सकती है इन 5 भयंकर बीमारी का शिकार, जरूर जानें |
तो आइए जानते हैं विस्तार से -
1.एनीमिया -
आंकड़ों की मानें तो अपने देश में अधिकतर मामले खून की कमी के आते हैं. महिलाओं में खून की कमी यानी एनीमिया होना आम होता जा रहा है. ऐसे में थकान महसूस होना, कमजोरी आना, आंखों के नीचे काले घेरे होना, नाखूनों का सफेद होना आदि लक्षण दिखते हैं. इन लक्षणों को बिल्कुल भी इग्नोर नहीं करना चाहिए.
2.डायबिटीज -
डायबिटीज इन दिनों एक बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम के तौर पर उभर कर सामने आ रही है. हर 10 में से 8 लोग डायबिटीज की समस्या से परेशान है. ऐसे में यदि आपका वजन ज्यादा है या आपको हाई बीपी की समस्या है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए. इसके अलावा अगर आपके परिवार में किसी को शुगर की बीमारी है, तो आपको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. ऐसी स्थिति में 30 की आयु के बाद साल में एक बार डायबिटीज का चेकअप जरूर करवाना चाहिए.
3.हाइपरटेंशन -
हाइपरटेंशन यानी कि हाई ब्लड प्रेशर यह प्रॉब्लम भी आम होती जा रही है. तनाव से भरी जीवनशैली के कारण महिलाएं इसकी ज्यादा शिकार होती हैं. जब वे मेनोपॉज की कंडीशन में पहुंच जाती है, तो इसकी आशंका दुगनी हो जाती है. यदि आपको हाइ ब्लड प्रेशर यानी बीपी की समस्या महसूस हो रही है, तो आपको अपना रेगुलर चेकअप करवाना चाहिए.
4.ब्रेस्ट कैंसर -
ब्रेस्ट कैंसर के प्रमुख लक्षणों में से बेस्ट अंडर आर्म्स में कोई नोट, ब्रेस्ट की त्वचा की रंगत में बदलाव होना, निपल्स में किसी तरह का डिस्चार्ज होना, ब्रेस्ट में दर्द होना, खुजली होना आदि आते हैं. उसके लिए डॉक्टर महिलाओं को हर महीने से सर्च ब्रेस्ट एग्जामिनेशन की सलाह देते हैं. साथ ही लेडीस को आर आई या मैमोग्राफी करवाते रहना चाहिए.
5.हाई कोलेस्ट्रॉल -
जब खून में बैड कोलेस्ट्रॉल यानी कि एलईडीएल बढ़ने लगता है, तो यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाता है. ऐसे में 1 साल में एक बार कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर करवाना चाहिए. इसके अलावा 30 वर्ष की उम्र के बाद ड्राई फ्रूट, तली भुनी चीजें, मांसाहार आदि का सेवन सीमित मात्रा में ही करें.
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