कल्याण आयुर्वेद - डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसे हम काफी आम समझते हैं. लेकिन यह काफी गंभीर होती है. आपको पता होगा, डायबिटीज में शुगर को कंट्रोल करके रखना बेहद जरूरी होता है. परंतु कभी भी इसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है. यदि डायबिटीज में अपनी डाइट का खास ख्याल रखा जाए, तो यह बीमारी इंसान को मौत के दरवाजे तक भी पहुंचा सकती है. इसलिए डॉक्टर डायबिटीज के रोगियों को सही डाइट फॉलो करने की सलाह देते हैं. इसमें मरीजों को रिफाइंड शुगर और कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों से दूर रहना पड़ता है. परंतु डायबिटीज के मरीजों के लिए कई ऐसे फल है, जिसका सेवन करना फायदेमंद बताया गया है. आज के इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताएंगे, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है.
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डायबिटीज के मरीज है, तो रोज खाएं यह फल, कंट्रोल में रहेगा शुगर |
तो चलिए जानते हैं विस्तार से -
दरअसल आज के इस पोस्ट में हम जिस फल के बारे में बात कर रहे हैं उस फल का नाम है अनार. अनार को डायबिटीज मरीजों में सबसे अच्छा फल बताया गया है. अनार में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. आपको बता दें इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं. एक्सपर्ट कहते हैं, कि इसमें रेड वाइन और ग्रीन टी से लगभग 3 गुना ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. यह डायबिटीज जैसी बीमारियों और फ्री रेडिकल्स से होने वाले डैमेज को रोकने का काम करते हैं. एक्सपर्ट का यह दावा है कि अनार के बीज इन्सुलिन सेंसटिविटी को दुरुस्त करते हैं, जो कि डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है.
अनार में कार्ब्स की मात्रा बहुत कम पाई जाती है. कार्बोहाइड्रेट के जल्दी मेटाबोलाइज्ड होने की वजह से खून में शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है. इसलिए डायबिटीज रोगियों को लो कार्ब्स वाली चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है. अनार का अनुमानित ग्लाइसेमिक लोड 18 है, जो इसे ब्लड शुगर को मैनेज करने के लिए एक बेहतरीन फल बनाता है.
भारत में जानवरों पर हुई कई स्टडीज में यह बताया गया है, कि अनार के फूल और इसके बीजों से बना तेल डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार होता है. इसलिए डायबिटीज के रोगियों को नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए.
अनार डायबिटीज से जुड़ी कई और भी कंडीशन को मैनेज करने में फायदेमंद माना जाता है. शोधकर्ताओं के अनुसार, अनार के जूस के प्रभावों का मूल्यांकन किया गया है. इसके लिए वालंटियर के एक समूह को अनार का जूस और दूसरे समूह को प्लेसिबो दिया गया था. इस दौरान 3 महीने तक रोजाना अनार का जूस पीने में एथेरोसिलोरोसिस का खतरा कम होते देखा गया, जो कि डायबिटीज से जुड़ी एक कंडीशन है. हालांकि यह स्टडी बहुत छोटी थी, जो केवल 20 लोगों पर की गई थी.
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