कल्याण आयुर्वेद- सिर दर्द होना एक आम समस्या है जिससे शायद ही कोई व्यक्ति बचा हुआ हो. हर किसी के जीवन में कभी न कभी सिर दर्द हो ही जाता है. लेकिन साधारण सिर दर्द खुद ही ठीक हो जाता है तो कभी- कभी दर्द निवारक दवा के सेवन से ठीक हो जाता है. लेकिन माइग्रेन सिर दर्द हो जाए तो काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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माइग्रेन सिर दर्द से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स, कभी नही सहना पड़ेगा दर्द |
माइग्रेन सिर दर्द को अर्धकपारी, आधा सीसी का दर्द कहा जाता है. माइग्रेन का दर्द सिर के किसी भी हिस्से में हो सकता है. इसका दर्द अचानक शुरू होता है और दर्द इतना तेज हो सकता है कि आँखों में धुंधलापन दिखाई देने लगता है. कमजोरी महसूस होने लगती है. कई बार जी मिचलाना, उल्टी की समस्या भी हो सकती है.
लेकिन आपको बता दें कि आज तक माइग्रेन का कोई निश्चित इलाज नही हो पाया है. इलाज से कुछ लोग ठीक हो जाते हैं तो बहुत से लोग इस परेशानी को झेलते रहते है. ऐसे में इलाज के साथ- साथ अगर परहेज में रहा जाए तो माइग्रेन की समस्या से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है.
माइग्रेन सिर दर्द से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स, कभी नही सहना पड़ेगा दर्द-
1 .माइग्रेन न हो या बार-बार होने से बचने के लिए अपने जीवनशैली और आहार में कुछ बदलाव लाने पर होने के खतरे को कुछ हद तक कम किया जा सकता है.
2 .तापमान में बदलाव से हमेशा बचे जैसे अगर आप गर्मी में एयरकंडिशनर का इस्तेमाल करते हैं तो एक दम ठण्डे से गर्म में न निकले और तेज गर्मी से आकर बहुत ज्यादा ठण्डा पानी न पिएं.
3 .अगर आप गर्मी के मौसम में तेज धूप में बाहर निकल रहे हैं तो सूरज की सीधी रोशनी से बचे और सनग्लासेस या छाते का इस्तेमाल करे.
4 .गर्मी के मौसम में अधिक से अधिक यात्रा करने से बचे.
5 .प्रतिदिन 8 से 10 ग्लास पानी जरूर पिएं. वरना आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है क्योंकि डिहाइड्रेशन माइग्रेन की समस्या का सबसे बड़ा कारण होता है इसलिए अधिक से अधिक पानी पिएं.
6 .उमस वाले मौसम में ऐसी चीजें खाने से बचे जिसमें ज्यादा पसीना निकलता है जैसे-चाय, कॉफी आदि.
7 .ज्यादा मिर्ची न खाए, ब्लड प्रेशर मेंटेन रखे और गर्भनिरोधक गोलियां न खाए, अगर गर्भनिरोधक गोलियां लेना ही है तो कम मात्रा में लें.
8 .प्रतिदिन सुबह टहलने की आदत डालें, नंगे पांव घास पर चले क्योंकि इससे तनाव कम होता है और अगर तनाव कम रहेगा तो हार्मोंस भी बैलेंस में रहेगा जिससे माइग्रेन भी कम हो जाता है.
9 .प्रतिदिन 30 मिनट तक योगासन या प्राणायाम जरूर करें. इससे आपको काफी राहत मिलेगा, रोजाना 10 मिनट मेडिटेशन करना भी हमारे लिए काफी फायदेमंद होता है.
10 .माइग्रेन के मरीजों को खूब सारा तरल पदार्थ यानी सूप, नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ, लस्सी आदि पीना चाहिए.
11 .फल और हरी सब्जियां खूब खाएं.
12 .कम मात्रा में नमक लें. दिन भर में आधा छोटा चम्मच नमक काफी है क्योंकि ज्यादातर फूड आइटम्स में खुद ही नमक होता है.
13 .चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक आदि सेवन करने से बचें, इन्हें सेवन करने से माइग्रेन बढ़ सकता है.
14 .एल्कोहल और चॉकलेट के सेवन से भी बचें, इनसे भी सिरदर्द होता है.
15 .बेहद तेल-मसाले वाला खाना और उपवास भी माइग्रेन की परेशानी बढ़ाते हैं इसलिए इससे परहेज रखें.
16 .व्यायाम नींद को अच्छा करता है और माइग्रेन के सिरदर्द की आवृत्ति और तीव्रता को कम करता है, माइग्रेन पीड़ितों के लिए अन्दर रहकर साइकिल चलाना लाभकारी होता है. कार्डियोवैस्कुलर व्यायाम स्थिर और ‘अटके’ होने के एहसास, जो माइग्रेन पीड़ितों को आक्रमण के पहले होता है, को भंग करने हेतु अच्छा तरीका है.
17 .योग में बालासन, उत्तानासन, सेतुबंध सर्वांगासन, हलासन करना लाभदायक होता है.
18 .अपनी पसंद का मधुर और कोमल संगीत चुनें, और बैठकर सुनें. साथ ही हर बार सांस निकलते समय स्वयं के शरीर को शांत करें.
19 .गहरी श्वासयुक्त ध्यान शरीर में अधिक ऑक्सीजन लाकर माइग्रेन को दूर करने में सहायक होता है.
20 .रात में 7 से 8 घंटे का भरपूर नींद लें. दिन में भूलकर भी न सोएं और मोबाइल, लैपटॉप का प्रयोग कम से कम करें.
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