कल्याण आयुर्वेद - काबुली चने यानी छोले को भिगोने के बाद हम सभी इसका पानी बेकार समझ कर फेंक देते हैं. यदि आप भी ऐसा करते हैं तो यह गलती ना करें. काबुली चने का पानी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसे Aquafaba के नाम से भी जाना जाता है. शाकाहारी लोगों के लिए यह अंडे का बेहतर विकल्प है. एक्सपर्ट के मुताबिक यदि आप काबुली चने को पानी में भिगो कर रखते हैं या इसे पानी में उबालते हैं, तो काबुली चने के पोषक तत्व पानी में ट्रांसफर हो जाते हैं. काबुली चने के पानी में विटामिन बी, फॉलेट, आयरन, फास्फोरस जैसे ढेरों पोषक तत्व तथा हेल्थी फैट पाए जाते हैं. आज के इस पोस्ट में हम आपको इसका सेवन करने का तरीका साथ ही इसके फायदे बताएंगे.
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सेहत के लिए वरदान है काबुली चने का पानी, इस तरह पिएंगे, तो मिलेंगे आश्चर्य करने वाले फायदे |
तो चलिए जानते हैं विस्तार से -
इस तरह तैयार करें इसका पानी -
Aquafaba या काबुली चने के पानी को तैयार करने के लिए आप काबुली चने को 4 से 7 घंटे के लिए पानी में भिगो कर छोड़ दें. आप इसे रेफ्रिजरेटर में स्टोर करके रख सकते हैं और इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. आपका काबुली चने का पानी तैयार है, अब आप इसे पी सकते हैं.
अंडे की जगह पर कर सकते हैं सेवन -
यदि आप अंडा खाना पसंद नहीं करते हैं, तो यह पानी अच्छा विकल्प हो सकता है. इसमें प्रोटीन और स्टार्च की संतुलन मात्रा पाई जाती है. यह अंडे के सफेद भाग का अच्छा विकल्प है. इसमें वही न्यूट्रीशनल वैल्यू होते हैं, जो कि अंडे के सफेद भाग में पाए जाते हैं. जिन लोगों को अंडे से एलर्जी की समस्या हो, उन्हें भी काबुली चने के पानी का सेवन जरूर करना चाहिए. इसका इस्तेमाल mayonnaise बनाने में भी किया जाता है. यदि आप इसे अंडे के विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, तो पानी को थोड़ा सा ब्लेंड कर लें. यह दूध के झाग, वाइट क्रीम या वाइट अंडे की सफेदी जैसा दिखेगा.
डेयरी विकल्प के तौर पर -
कई लोगों को डेयरी उत्पादन से एलर्जी होती है. साथ ही वह लेक्टोज के प्रति सेंसिटिव होते हैं. ऐसे में आप काबुली चने के पानी का सेवन कर सकते हैं. एक्सपर्ट के अनुसार यह एक अच्छा वीगन डेयरी रिप्लेसमेंट हो सकता है. खाना बनाने के समय आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. यह बेहद फायदेमंद साबित होगा,
कैंसर से बचाने में मददगार -
ज्यादातर फलों और सब्जियों में सेलेनियम नहीं होता है. लेकिन आप इसे काबुली चने से प्राप्त कर सकते हैं. यह खनिज लीवर के काम में मदद करता है. जिससे यह शरीर में कैंसर पैदा करने वाले यौगिकों को डिटॉक्सिफाई करने में सक्षम होता है. सेलेनियम सूजन को कम करता है और ट्यूमर के विकास को रोकता है.
हृदय के लिए फायदेमंद -
यदि आप हृदय से संबंधित बीमारी या परेशानी से जूझ रहे हैं, तो आप काबुली चने को अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं. घुलनशील फाइबर के उच्च स्तर कोलेस्ट्रोल को स्क्रैप करने में मदद करेगा. जिससे दिल के दौरे और स्ट्रोक को रोकने में मदद मिलेगी, इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो फायदेमंद पॉलीअनसैचुरेटेड फैट होती है. जिसकी हमारे शरीर को जरूरत होती है. ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय की सुरक्षा करती है और पूरे शरीर में सूजन को कम करने में मदद करती हैं.
डायबिटीज को कण्ट्रोल करने में मददगार - किसी भी तरह के रक्त शर्करा में काबुली चने मददगार हैं. छोले में पाचन के माध्यम से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं. यह हमारे शरीर में इंसुलिन और रक्त शर्करा का स्तर सामान्य रखता है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. इसलिए यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को नहीं बढ़ाता है.
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