पीलिया में लापरवाही हो सकता है खतरनाक, जाने बचाव के उपाय

कल्याण आयुर्वेद- पीलिया सामान्यतः लीवर में संक्रमण की वजह से होने वाली बीमारी है. लीवर के संक्रमण में शरीर में बिलीरुबिन की मात्रा अधिक बनने लगती है जिसके कारण शरीर और आंखें पीला होने लगती है. पेशाब पीला आने लगता है.

पीलिया में लापरवाही हो सकता है खतरनाक, जाने बचाव के उपाय

इसका कारण यह है कि बिलीरुबिन हमारी त्वचा और आंखों के कंजक्वाइवा में जमा होता है. अगर पीलिया के इलाज में थोड़ी सी भी लापरवाही होती है तो इसका असर दिमाग पर होता है जिसे हम हैपेटिक एनीस फैलापैथी कहते हैं. वायरल हेपिटाइटिस की वजह से होने वाले पीलिया के मामले इस समय आम है और लोग इसे सामान्य में पीलिया समझने की भूल कर बैठते हैं. ऐसे में जहां मरीज की थोड़ी सी लापरवाही से उसकी जान भी जा सकती है. वहीं जानकारी के अभाव में वह दूसरे लोगों को भी संक्रमित कर देता है.

पीलिया होने का क्या कारण है?

वायरल हेपिटाइटिस जनित पीलिया के लिए जिम्मेदार दूषित पानी और संक्रमित खाना है. गर्मियों में पीलिया के तेजी से फैलने की वजह से इस मौसम में बने रहने वाली आर्द्रता है. इस मौसम में इसके वायरल तेजी से बढ़ते हैं जिससे संक्रमण की संभावना अधिक रहती है. इसके अलावा अल्कोहल और दवाओं के रिएक्शन से भी पीलिया होता है. लेकिन गर्मियों में पीलिया होने की मुख्य वजह हेपेटाइटिस ए और हेपिटाइटिस ई वायरस है.

पीलिया रोग का सामान्य लक्षण-

* शरीर और आंख का पीला हो जाना, पेशाब का पीला होना.

* भूख नहीं लगना.

* खाना ना पचना, बार- बार मितली आना या उल्टी होना.

* पेट में दर्द होना.

* शरीर में दर्द होना और कमजोरी और थकान होना.

* बुखार आना और सिर में दर्द रहना.

* त्वचा में खुजली होना.

संक्रमित होने पर क्या करें-

*  ज्यादा से ज्यादा आराम करें.

1 .बिना डॉक्टर की सलाह के दवा ना लें. इससे लीवर पर बुरा असर पड़ने की संभावना रहती है.

2 .शराब का सेवन बिलकुल बंद कर दें, यह लीवर को नुकसान पहुंचाता है.

3 .धूम्रपान न करें, अगर कोई पास में धूम्रपान करता है तो उससे दूर रहें.

पीलिया होने से बचाव उपाय-

* साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखें.

* साफ पानी पिएं.

* हमेशा ताजा खाना खाए.

* दूसरों का जूठा ना खाएं क्योंकि यह बीमारी दूसरों को भी संक्रमित करती है.

* कोई भी समस्या हो तो डॉक्टर से मिलें.

* पीलिया के मरीज के संपर्क में आने के बाद साबुन से हाथ धोएं. इससे ग्रसित रोगी के खून और लार के संपर्क में आने के बाद सावधानी बरतें.

* संक्रमित व्यक्ति दूसरे के लिए खाना ना बनाएं और संक्रमित व्यक्ति की जूठन को ना खाएं इसे फेंक दें.

* पीड़ित व्यक्ति के कपड़े, बिछावन और तालियों को अलग से साफ करें, इनके कपड़े दूसरे व्यक्ति इस्तेमाल में ना लाएं.

* वायरल हेपिटाइटिस जनित पीलिया से ग्रसित व्यक्ति किसी से शारीरिक संबंध, चुम्बन न करें जब तक कि डॉ यह ना कह दे कि आप ठीक हो गए.

* अब हेपेटाइटिस बी का टीका भी बाजार में उपलब्ध होता है पहले से ही टीकाकरण करा लेना चाहिए.

पीलिया रोग दूर करने के घरेलू उपाय-

1 .अगर आपको पीलिया का लक्षण दिखाई दे रहा है तो आप प्रतिदिन एक गिलास मूली के पत्तों के जूस का सेवन करें और कच्ची मूली भी खाएं. ऐसा करने से पीलिया रोग जल्द ठीक हो जाता है.

2 .पीलिया के लक्षण दिखाई पड़ते हैं आप प्रतिदिन सुबह-शाम 4--4 कच्चे केले चीनी के साथ सेवन करें, ऐसा कर भी पीलिया लगभग 5 से 7 दिन में दूर हो जाता है.

3 .अगर पीलिया के लक्षण दिखाई पड़े तो ताजा गन्ने का रस एक- दो गिलास सुबह खाली पेट सेवन करें, इससे भी पीलिया को ठीक करने में मदद मिलती है,.

4 ,.मौसमी का जूस पीने से पीलिया में अच्छा लाभ होता है.

5 .पीलिया रोग होने पर कुछ समय के लिए सूरज की रोशनी जरूर बैठे.

6 .मिलीलीटर नीम के पत्तों के रस में 10 मिलीलीटर, अडूसा के पत्तों के रस 10 मिलीलीटर और 10 ग्राम शहद को मिलाकर सुबह के समय खाली पेट पीने से पीलिया रोग में आराम होता है.

7 .अदरक, त्रिफला और गुड को एक साथ मिलाकर सेवन करने से पीलिया रोग दूर होता है.

8 .पुदिने की चटनी प्रतिदिन रोटी के साथ खाने से पीलिया रोग में अच्छा लाभ होता है.

नोट- यह पोस्ट शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है. किसी भी प्रयोग से पहले योग्य डॉक्टर की सलाह एक बार जरूर लें. धन्यवाद.


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