कल्याण आयुर्वेद - हम आमतौर पर कोशिश करते हैं, कि किसी भी तरीके की बीमारी का इलाज घरेलू उपाय हीं हो जाए, कई ऐसी बीमारियां हैं जिनका इलाज घर पर मौजूद होता है. इन्हीं उपायों में से एक है तेल लगाना. भारत में खासतौर पर तेल मालिश को पारंपरिक चिकित्सा का अहम हिस्सा माना जाता है. आज भी इसे कई तरह के रोगों से बचाने और लड़ने में कारगर माना जाता है. तेल से शरीर या सिर की मालिश करना आम बात है. मालिश एक ऐसी विधि है, जिससे हर तरह की शारीरिक दर्द को दूर किया जा सकता है. इतना ही नहीं शरीर की थकान भी दूर हो जाती है. हमारे घर में अक्सर बड़े बुजुर्ग और बच्चे रात को सोते समय काफी थकान महसूस करते हैं. इसलिए उन्हें सोने से पहले पैर दबा कर मालिश करते हैं. अगर बात करें हिंग कि तो यह भारतीय व्यंजनों में काफी इस्तेमाल किया जाता है. इसके ढेरों फायदे होते हैं. इसका सेवन करके कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है. लेकिन हिंग को आप ओर भी तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं.
![]() |
शरीर के इस अंग में लगाएं गर्म हिंग, मिलेगा पेट दर्द से छुटकारा, जानें फायदे |
तो चलिए जानते हैं विस्तार से -
नाभि पर लगाएं हिंग -
यदि किसी को बहुत तेज पेट में दर्द हो रहा हो, तो आप एक चुटकी हिंग लें, और उसमे गर्म सरसों के तेल की कुछ बूंदें मिलकर नाभि पर मालिश करें. हिंग को जैतून के तेल के साथ भी मिला सकते हैं. इससे भी आपको बहुत फायदा मिलता है. यह एक कमाल का घरेलू नुस्खा है. जिसे करने से आपको थोड़ी ही देर में पेट दर्द की समस्या से छुटकारा मिलता है.
बच्चों के लिए भी फायदेमंद -
बच्चों के लिए हींग का सेवन करना बेहद ही सुरक्षित होता है और इससे बच्चों के पेट की कई समस्याएं भी दूर हो जाती हैं. परंतु इसका इस्तेमाल करते वक्त आपको कई सावधानियां बरतनी होती है, जिसे जानना जरूरी है.
बच्चों के लिए इस तरह हिंग का इस्तेमाल करें -
इसके लिए आधा चम्मच हिंग पानी में मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें. जब बच्चे के पेट में दर्द की समस्या हो तो, इस पेस्ट को बच्चे के नाभि के क्षेत्र के चारों ओर लगाएं. लेकिन एक बार का ध्यान रखें कि यह बच्चे के नाभि में ना जाने पाए. आप बच्चे की नाभि को कॉटन बॉल से ढक सकते हैं. उसके बाद इस पेस्ट को सूखने दें. जब यह सुख जाए तो बच्चे को डकार दिलाने की कोशिश करें. इससे बच्चे के पेट में मौजूद गैस भी निकलेगा. हिंग को अपना काम करने में थोडा समय लग सकता है. इसलिए थोडा इन्तजार करें. जब पेट दर्द ठीक हो जाये तो किसी कपडे को पानी में भिगोकर उस जगह को पोछ कर साफ़ कर लें.
हिंग को लेकर कुछ बातों की सावधानियां -
1.बच्चों की डाईट में हींग को डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही जोड़ें. यदि डॉक्टर आपको इसके लिए मना करते हैं तो बच्चों को हींग का सेवन ना कराएं.
2.यदि बच्चे को हींग का सेवन करने के बाद किसी भी तरह की एलर्जी होती है, तो इसके बारे में डॉक्टर को बताएं.
3.जब बच्चे को पहली बार हींग खिलाएं तो दूसरी बार ही खिलते वक्त थोड़ा सा इंतजार करें.
4.बच्चों की डाइट में हमेशा अच्छी क्वालिटी का हिंग हीं जोड़ें. इसका सेवन करने से पहले एक्सपायरी डेट जरुर पता करें.
5.यदि बच्चे को कोई दवाई या टॉनिक चल रहा है, तो उस दौरान हिंग को डाइट में जोड़ने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें. उसके बाद ही बच्चों को हींग का सेवन कराएं.
आपको यह जानकारी कैसी लगी ? हमें कमेंट में जरूर बताइए और अगर अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को लाइक तथा शेयर जरूर करें. साथ ही चैनल को फॉलो जरूर करें. इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद.
0 Comments