कल्याण आयुर्वेद- आप सभी को पता ही होगा कि हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए विटामिन डी बहुत आवश्यक होता है. विटामिन डी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत तो बनाता ही है साथ में वायरल संक्रमण से भी बचाने का काम करता है. एक व्यक्ति प्रतिदिन सूर्य की रोशनी से तकरीबन 80 प्रतिशत तक विटामिन डी प्राप्त कर सकता है. लेकिन कभी- कभी कई वजहों से लोग धूप नहीं सेंक पाते हैं, जिसके कारण उनके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है. जो हड्डियों के कमजोर होने की सबसे बड़ा कारण है. यदि आपके साथ भी कुछ इस प्रकार की समस्या है और आप धूप नहीं सेंक पाते हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप किन उपायों से विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं.
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सर्दियों में धुप में बैठने का मौका नही मिल रहा है तो विटामिन डी की पूर्ति के लिए करें इन चीजों का सेवन |
करें संतरा का सेवन-
संतरे में विटामिन सी और डी की प्रचुर मात्रा है. यदि सर्दियों में आप किसी कारण से धूप नहीं सेंक पा रहे हैं तो विटामिन डी की कमी पूरी करने के लिए अपनी डाइट में संतरे का जूस का इस्तेमाल कर सकते हैं.
करें मशरूम का सेवन-
मशरूम खाने से हमारी जरूरत का करीब 20 प्रतिशत विटामिन डी हमें आसानी से प्राप्त हो जाता है. केवल यही नहीं मशरूम में मौजूद कई पोषक तत्व हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करती हैं, जिससे व्यक्ति सर्दी-जुकाम से कोसों दूर रहता है.
करें अंडे का सेवन-
अंडे का सफेद भाग प्रोटीन से भरा होता है लेकिन अंडे की जर्दी विटामिन डी का अच्छा भंडार होता है. सर्दियों में अंडा विटामिन डी की कमी दूर करता है इसका सेवन जरूर करें.
करें बादाम का सेवन-
बादाम में विटामिन डी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. बादाम के दूध से विटामिन-डी और कैल्शियम की अच्छी मात्रा प्राप्त हो जाती है जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के साथ ही हड्डियों के विकास में भी सहायता करती है.
करें मछली का सेवन-
मछली विटामिन डी का भंडार है, खासकर ट्यूना और सैल्मन जैसी मछली हड्डियों के लिए काफी फ़ायदेमंद होती है, क्योंकि ये आपके शरीर में विटामिन डी की एक तिहाई मात्रा को पूरा कर देता है.
कॉड लीवर तेल-
कॉड लिवर तेल कई वर्षों से एक लोकप्रिय पूरक रहा है और विटामिन डी, विटामिन ए, और ओमेगा -3 फैटी एसिड में बेहद समृद्ध है. नियमित रूप से इस तेल का सेवन करने से स्वस्थ और मजबूत हड्डियों को बढ़ावा मिलता है. इससे वयस्कों में ऑस्टियोपोरोसिस को रोका जा सकता है और मस्तिष्क की गतिविधि में भी सुधार होता है. कॉड लिवर तेल कैप्सूल के रूप में भी उपलब्ध है, यह उन लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है जो इसकी तेज गंध को पसंद नहीं करते हैं.
करे दूध का सेवन-
एक गिलास दूध आपके विटामिन डी की दैनिक जरुरत का 20% प्रदान करता है. दूध की मलाई विटामिन डी को हटाती है क्योंकि यह वसा में घुलनशील विटामिन है. इसलिए हमेशा पूरे वसा वाले दूध को ही चुनें. आजकल विटामिन डी के साथ स्किम्ड दूध को भी फोर्टिफाइड (fortified) किया जाता है ताकि आप यह सुनिश्चित कर सकें कि आपको इस महत्वपूर्ण पोषक तत्व की कमी न हो. ध्यान रखें कि पनीर, दही, और आइसक्रीम जैसे डेयरी उत्पादों में विटामिन डी या फोर्टिफाइड (fortified) विटामिन डी नहीं होता है. केवल तरल दूध और पूरे दूध से बने उत्पादों में यह पोषक तत्व होते हैं.
करें सोया प्रोडक्ट्स का सेवन-
विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए सोया प्रोडक्ट्स, जैसे – टोफू, सोया मिल्क और सोया योगर्ट का इस्तेमाल करना भी बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. माना जाता है कि इनमें प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है. इस कारण इनमें विटामिन डी भी मौजूद रहता है. शाकाहारी लोग इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर विटामिन डी की कमी को पूरा सकते हैं.
करें दही का सेवन-
जैसा कि लेख में पहले बताया जा चुका है कि दूध में विटामिन डी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।. वहीं, दूध से बनने वाले दही में भी इसकी मात्रा का पाया जाना लाजमी है. खास यह है कि दूध के मुकाबले दही इस खास विटामिन की कमी को पूरा करने की अधिक क्षमता रखता है. इस कारण दही के फायदे भी विटामिन डी के स्रोत के रूप में उपयोग में लाए जा सकते हैं.
करें मक्खन का सेवन-
विटामिन डी के तौर पर मक्खन के फायदे की बात करें, तो इसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और जिंक के साथ विटामिन ए, बी, ई व के पाया जाता है. वहीं, एक अन्य शोध के माध्यम से इस बात की भी पुष्टि होती है कि इसमें विटामिन डी की भी अच्छी मात्रा है इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि मक्खन के इस्तेमाल से भी शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है.
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