कल्याण आयुर्वेद - 40 की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते चेहरे पर झुर्रियां और शरीर में ऊर्जा स्तर की कमी साफ दिखने शुरू हो जाती है. यानी हम पर बढ़ती उम्र का असर अपना रंग दिखाने लग जाता है. यह असर खासतौर पर महिलाओं में ज्यादा नजर आता है. इसलिए इस दौरान हमें अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. हालांकि बढ़ती उम्र को रोकना हमारे बस के बाहर की बात है. फिर भी ऐसे में अगर हम स्वास्थ्य संबंधी कुछ उपायों पर ध्यान दे, तो बढ़ती उम्र के इन प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है. वैसे यह उपाय कोई कठिन भी नहीं होते, क्योंकि यह हमारी जीवनशैली से जुड़े कुछ तौर तरीके होते हैं. जिन्हें हमें अपनाकर 40 की उम्र के बाद की आयु में भी फिट और जवां रहने में मदद मिलती है.
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40 की उम्र के बाद भी दिख सकते हैं जवां, बस लाइफ में करें ऐसे बदलाव |
तो आइए जानते हैं विस्तार से -
1.बीजों को अपनी डाइट में शामिल करें -
बीजों में वेजिटेबल प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है. प्रोटीन से हमारे शरीर के मसल्स और हड्डियां निर्माण होते हैं. इसके अलावा यह हमारे तमाम तरह के मिनरल्स और फाइबर को पूरा करते हैं. साथ ही इनमें फाइटोन्यूट्रीएंट्स पाए जाते हैं, जो हमारे जैविक प्रणाली को दुरुस्त बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं. तरह-तरह के बीजों को आपस में मिक्स करके लेना कहीं बेहतर माना जाता है. क्योंकि इस तरह हमें शरीर के लिए सभी आवश्यक अमीनो एसिड प्राप्त हो जाते हैं और इस तरह हमारी प्रोटीन संबंधित सभी जरूरतें भी अच्छी तरह से पूरी हो जाती है. इसके लिए हमें अपनी डाइट में उड़द, सोयाबीन के बीजों के अलावा, सूरजमुखी के बीजों और कद्दू के बीजों को भी शामिल करना चाहिए.
2.डाइट में दही को शामिल करें -
दही में अच्छे बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो खासकर हमारी आंखों की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं. इसलिए दही को अब कुछ मायनों में सेहत के लिए दूध से भी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. इसका सेवन करने से हमारा ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. दही में प्रोटीन, फैट और कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है. इसके साथ ही दही में लगभग सारे विटामिन पाए जाते हैं, जो हमारी विटैलिटी या जीवनी शक्ति बरकरार रखने में मदद करते हैं.
3.देर रात को खाने और सोने की आदत को बदलें -
डॉक्टरों का मानना है, कि अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए हमें रात को जल्द खाना खाकर सोना चाहिए और सुबह भी जल्दी उठ जाना चाहिए. हालांकि रात के खाने और उसके बाद सोने में 2 घंटे का अंतर भी होना चाहिए. पर आजकल की व्यस्त दिनचर्या वाली जीवनशैली में अक्सर हम देखते हैं, कि लोग देर तक जागते रहते हैं और लेट से खाना खाते हैं. इसका असर यह होता है कि हमारे शरीर में फैट और कार्बोहाइड्रेट वगैरह एनर्जी देने वाले ठीक नहीं हो पाते हैं. जिसकी वजह से डायबिटीज जैसी दिक्कतों की आशंका बढ़ जाती है. खास तौर से बढ़ती उम्र के दौरान की समस्याएं आती है. इसलिए इस दौर में सेहत बनाए रखने की खातिर हमें जल्दी खाना खाकर सो जाने की आदत अपनानी चाहिए.
4.विटामिन सप्लीमेंट का सेवन करें -
जैसा कि सामान्य तौर पर देखा जा सकता है, कि हममें से प्रत्येक दूध फलों या हरी मौसमी सब्जियों का पर्याप्त सेवन नहीं कर पाता है. यानी संतुलित आहार नहीं ले पाते हैं. जिसका नतीजा यह होता है कि हमारे अंदर कुछ पोषक तत्वों की कमी बनी रहती है. खासतौर पर विटामिन की. इसलिए बढ़ती उम्र में से पूरा करने के लिए आपको विटामिन के सप्लीमेंट लेना शुरू कर देना चाहिए. यह अच्छा आप्शन है. इसके लिए आप विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन डी सप्लीमेंट को डाइट में शामिल कर सकते हैं.
5.हरी सब्जियां और फल खाएं -
इसके अलावा हमें डाइट में हरी सब्जियों और फलों को जरूर शामिल करना चाहिए. जितना हो सके आप अधिक से अधिक इसका सेवन करें. क्योंकि इन खाद्य स्रोतों से मिलने वाले पोषक तत्व में विटामिन के अलावा फाइटोकेमिकल्स भी पाए जाते हैं, जो बढ़ती उम्र के असर काफी हद तक कम करने में मदद करते हैं.
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