अनचाहे प्रेग्नेंसी से बचने के लिए अपनाएं ये देसी नुस्खे, नहीं पड़ेगी दवाइयों की जरूरत

कल्याण आयुर्वेद - अनचाहे गर्भ धारण से बचने के लिए सबसे मुफीद तरीका फर्टिलिटी के वक्त को पहचानना है, दरअसल प्रत्येक महिला मासिक धर्म शुरू होने से 8वें से 18वें दिन के बीच फर्टाइल होती है. यानी इस दौरान शारीरिक सम्बन्ध बनाने से कोई भी महिला मां बन सकती है. अगर इन दिनों में आप सम्बन्ध बनाने से बचते हैं या कंडोम आदि प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करते हैं, तो आप प्रेगनेंसी से बच सकती हैं. लेकिन अगर आप प्रेग्नेंट हो जाती हैं और आप यह प्रेगनेंसी नहीं चाहती हैं, तो आप दवाइयों की जगह कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं. जी हां आज हम आपको कुछ ऐसे देसी नुस्खे बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप बिना दवाइयों की मदद लिए अनचाहे प्रेग्नेंसी से बच सकती हैं.

अनचाहे प्रेग्नेंसी से बचने के लिए अपनाएं ये देसी नुस्खे, नहीं पड़ेगी दवाइयों की जरूरत

तो आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में -

1.पपीता -

परम्परागत रूप से गर्भधारण से बचने या गर्भ को गिराने के लिए पपीता का इस्तेमाल किया जाता है. पपीता पुरुषों के स्पर्म को घटाने और उन्हें मारने में कारगर होते हैं. ऐसे में महिला या फिर पुरुष भी नियमित रूप से पपीता का सेवन करके फर्टिलिटी को कम कर सकते हैं. दूसरी तरह फीमेल पार्टनर भी इस अवधि में पपीता का सेवन करें, तो अच्छा रहेगा. इससे शारीरिक सम्बन्ध के दौरान महिला के शरीर मे स्पर्म रह जाने के बावजूद उसके फर्टाइल होने की संभावना कम हो जाती है.

2.कैलेंडर के हिसाब से शारीरिक सम्बन्ध -

अनचाहे प्रेग्नेंसी से बचने के लिए एक तरीका मासिक धर्म के कैलेंडर के हिसाब से शारीरिक सम्बन्ध बनाना है. जिन महिलाओं को 26 से 32 दिन के अंतराल पर मासिक धर्म आता है उनके लिए यह कारगर तरीका साबित होगा. इसमें 8 से 18-19 वें दिन तक महिला के सबसे ज्यादा फर्टाइल होने की संभावना रहती है. इस दौरान शारीरिक संबंध से बचकर कोई दम्पत्ति अनचाहे प्रेग्नेंसी से बच सकता है. करीब 10 दिनों की अवधि में ही किसी एक दिन महिला के शरीर मे एग बनता है और उसके 48 घँटे के आगे पीछे शारीरिक सम्बंध बनाने से बच जाए, तो गर्भधारण की संभावना काफी हद तक घट जाती है.

3.नीम -

वैसे तो नीम एक आयुर्वेदिक तथा औषधीय पेड़ है. इसके पत्ते कई तरह की औषधीयों में इस्तेमाल किए जाते हैं. अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे आपकी यह समस्या आसानी से दूर हो सकती है. इसके लिए नीम के पत्ते का रस या नीम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. नीम का तेल वेजाइना में स्पर्म को 30 सेकंड में मार देता है. यह अगले 5 घँटे तक प्रभावी रहता है. दूसरी तरह शारीरिक संबंध में नीम के तेल से इस्तेमाल से यह लुब्रिकेंट की तरह काम करता है और इससे कोई परेशानी भी नहीं होती है.

4.स्पर्म का प्रवेश रोककर -

इस प्रक्रिया में मेल पाटनर शारीरिक संबंध बनाता तो है, लेकिन अपना स्पर्म फीमेल पार्टनर की वेजाइना में नहीं जाने देता है. इसका सबसे सरल तरीका से के दौरान स्पर्म डिस्चार्ज होने के वक्त खुद को फीमेल पार्टनर से अलग करना होता है. इस दौरान मेल पार्टनर् फीमेल पार्टनर के वजाइना में डिस्चार्ज करने के बजाय उसे बाहर डिस्चार्ज करता है. उससे काफी हद तक स्पर्म और एग के मिलन को रोका जा सकता है. जिससे आप अनचाही प्रेगनेंसी से बच सकते हैं. यह भी एक घरेलू और देसी नुस्खा है, जो इस तरह काम करता है और आपको कैसे भी दवाई की जरूरत नहीं पड़ती है.

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