एग्जिमा से छुटकारा दिलाएंगे ये प्राकृतिक उपचार, इस तरह लें आयुर्वेद की मदद

कल्याण आयुर्वेद - क्या आप स्किन रेसेज से परेशान है ? क्या खुजली आपको असहज महसूस कराती है. यदि हां तो आप एग्जिमा नामक त्वचा की पुरानी समस्या से पीड़ित हो सकते हैं. यह सभी इसके लक्षण हो सकते हैं. सूखी खुजली वाली त्वचा के साथ अचानक रेड हो जाना एग्जिमा के सामान्य लक्षण है. तनाव हाइपरएक्टिव इम्यून सिस्टम जेनेटिक और पर्यावरण के कारण यह समस्या बढ़ जाती है. यदि आपको एग्जिमा की समस्या है, तो आपकी त्वचा छोटी-छोटी जलन या एलर्जी पर भी प्रक्रिया करती है. एक्जिमा के इलाज के लिए आयुर्वेद में सबसे कारगर उपाय मौजूद है.

एग्जिमा से छुटकारा दिलाएंगे ये प्राकृतिक उपचार, इस तरह लें आयुर्वेद की मदद

एग्जिमा के प्रकार -

सबसे पहले आपको बता दें एग्जिमा 7 तरह के होते हैं, जो खुश्की, खुजली, दाद सूजन और लाली का कारण बनते हैं.

1.अटोपिक डर्मेटाइटिस 

2.कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस 

3.सिबोर्हिक डर्मेटाइटिस 

4.स्टैटिस 

5.न्यूरोडर्मेटाइटिस 

6.डाइशिड्रोटिक एक्जिमा 

7.न्यू मूलर एग्जिमा

अलग तरह के एग्जिमा शरीर के अलग अंग पर असर करते हैं. सिबोर्हिक डर्मेटाइटिस अक्सर खोपड़ी पर होता है.   डर्मेटाइटिस निचले पैरों पर होता है और कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस जलन पैदा करने वाले हिस्सों पर होता है.

एग्जिमा को ठीक करने के लिए प्राकृतिक उपचार -

आयुर्वेद के अनुसार एक्जिमा तब होता है जब आपके शरीर में असंतुलन होता है. आयुर्वेद प्राकृतिक तरीकों से उन्हें संतुलित करता है. स्टैटिस जेसी त्वचा की समस्याओं को ठीक करने के लिए आयुर्वेद को हमेशा से सबसे अच्छा इलाज माना जाता है, क्योंकि यह सुरक्षित और कम संक्रामक होता है.

1.एलोवेरा लगाए -

सभी तरह की त्वचा समस्याओं के लिए एलोवेरा हमेशा से ही आसान और प्रभावी इलाज माना गया है. पुराने समय से ही त्वचा संबंधित समस्याओं को दूर करने में एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता है. दरअसल यह त्वचा को मोइस्चराइज तो करते ही हैं साथ ही संक्रमण की संभावना को कम करते हैं.

2.ओटमील बाथ -

त्वचा संबंधित समस्याओं के लिए अक्सर कोलाइड ओटमील बाथ की सलाह दी जाती है. ओटमील पेस्ट से त्वचा की खुश्की कम हो जाती है और डेड सेल्स भी हट जाते हैं, जिससे एक्जिमा के इलाज में मदद मिलता है.

3.नारियल और सूरजमुखी के बीज का तेल -

रूखी त्वचा कई समस्याओं का कारण बनती है और एग्जिमा उन्हीं में से एक है. नारियल का तेल सूरजमुखी के बीज का तेल लगाने से आपकी त्वचा में नमी बनी रहती है और एग्जिमा को दूर करने में मदद करती है.

4.नियमित योग करें -

योग करना कई समस्याओं को दूर करने का काम करता है. एग्जिमा की समस्या को दूर करने के लिए आपको भुजंगासन, वक्रासन, त्रिकोणासन, सूर्य नमस्कार जैसे कुछ योगासन एग्जिमा में फायदा करते हैं. इससे रक्त संचार सुधरता है और तनाव भी कम होता है.

5.प्राकृतिक जड़ी बूटियां -

त्रिफला, शतावरी, रक्तचंदन, तुलसी, हल्दी, नीम जैसी प्राकृतिक जड़ी बूटियों में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो एग्जिमा बैक्टीरिया और उसके बाद के प्रभावों को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं. 

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