कल्याण आयुर्वेद - आपकी एक मुस्कुराहट किसी के लिए बहुत जरूरी हो सकती है. खुद आपके लिए ही यह सबसे ज्यादा अहमियत रखती है. लेकिन क्या हो जब हम इस्माइल करना ही भूल जाए. इसके पीछे कारण तो कई हो सकते हैं. जैसे की नौकरी की टेंशन, परिवार की जिम्मेदारी या दौड़ती भागती जिंदगी, जिसकी वजह से हम खुद पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. यानी कि अपनी ओरल हेल्थ का ख्याल रखना.
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मुंह की सफाई के लिए अपनाएं ये मुफ्त के उपाय, दातों की चमक रहेगी बरकरार |
इस वजह से मुंह से बदबू आने लगती है और धीरे-धीरे लोग इस वजह से स्माइल और खिलखिला कर हंसना भी भूल जाते हैं, जी हां ऐसा होता है, क्योंकि इससे व्यक्ति हीन भावना से ग्रसित हो जाता है और वैसे भी मुस्कुराहट हमारी लाइफ का सबसे अहम हिस्सा होता है, तो इसे यूं ही बरकरार रखने के लिए थोड़े एक्स्ट्रा केयर करने की जरूरत पड़े, तो क्या हुआ आज हम आपकी ओरल हेल्थ से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें आपको बताने जा रहे हैं.
सांसों से दुर्गंध आने के हो सकते हैं कई कारण -
सांसों की दुर्गंध, दांत और आंत की खराब सेहत, एसिडिटी, शुगर, फेफड़ों में इन्फेक्शन और कम पानी पीने की वजह से हो सकती है. इसके अलावा रेगुलर दांतों को ब्रश ना करने से भी बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. जिससे मुंह से बदबू आने लगती है. इतना ही नहीं अगर आप धूम्रपान करते हैं, गुटखा चबातें हैं तो इससे भी ऐसा होता है. आपको बता दें कि लंबे समय तक ऐसी स्थिति बने रहने से मसूड़ों की बीमारियां हो सकती हैं.
1.रात में भी ब्रश करना ना भूले -
सुबह ब्रश करने से और जीभ को साफ करने से रात भर में मुंह में खट्टा हुए सभी विषाक्त पदार्थों को खात्मा करने में हेल्प मिलती है. ऐसे में अगर आप रात में भी ब्रश करके और जीभ को क्लीन करके सो जाते हैं, तो यह आपकी ओरल हेल्थ के लिए बहुत अच्छा रहेगा.
2.दातुन से स्ट्रॉन्ग होती हैं, दांत और मसूड़े -
पुराने जमाने में लोग अपने दांतों की सफाई के लिए नीम, शीशम, आम और पीपल की टहनियों का प्रयोग करते थे इनकी कड़वाहट से न केवल मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है, बल्कि दांत और मसूड़े भी स्ट्रोंग होते हैं. यह बैक्टीरिया रोधी चिकित्सीय गुणों से भरपूर औषधि है. आपको बता दें कि कड़वी, जड़ी बूटियां, मुंह से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है और सांसों की दुर्गंध को भी दूर करती है. पेड़ों की दातुन दांत साफ करने के साथ ही पाचन क्रिया को अच्छा करने में मदद करती हैं.
3.हर्बल टूथपेस्ट जरूर इस्तेमाल करें -
आज के समय में भी मार्केट में कई ऐसे टूथपेस्ट मिल जाएंगे, जो पारंपरिक दातुन की तरह फायदेमंद होते हैं. आप हर्बल टूथपेस्ट जरूर अपनाएं. यह टूथपेस्ट हर्बल पौधों से बने और केमिकल से फ्री होते हैं. जिसके कारण यह केमिकल युक्त, फैंसी टूथपेस्ट से कहीं बेहतर होते हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि इसके लिए आपको पैसे खर्च नहीं करना पड़ेगा. क्योंकि यह पेड़ आपको अपने आसपास ही मिल जाएंगे.
मुंह की बदबू से निपटने में सौंफ है कारगर -
सौंफ के बीज पाचन प्रकृति के होते हैं, इसमें फ्लेवोनॉयड होते हैं, सौंफ लार के प्रवाह को उत्तेजित करने में काफी हेल्प करता है. जिस से आप को मुंह की बदबू से छुटकारा दिलाता है. इसके अलावा सॉफ्टी नेचुरल महक वाला स्वाद मुंह की बदबू से निपटने में मदद करता है.
खाने के बाद गरारे करना ना भूले -
आयुर्वेद की मानें, तो खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए. क्योंकि इससे आपके पेट की चयापचय प्रक्रिया बहुत धीमी हो जाती है. वहीं मुंह की सफाई के लिए विशेष रूप से खाना खाने के बाद पानी बहुत जरूरी हो जाता है. ऐसे में मुंह में थोड़ा पानी भर कर 2 - 3 मिनट के लिए स्वाइप करें. यानी कि गरारे करें. ताकि कोई भी खाने का कण आपके मुंह में फस ना जाए या बाद में कैविटी की वजह बन सकता है.
भोजन के बीच में 2 घंटे का रखें गेप -
अपनी ओरल हेल्थ के साथ-साथ अपने पेट की सेहत का ध्यान रखना भी जरूरी होता है. आप दिन में तीन बार सही वक्त पर खाना खाने की कोशिश करें और हर 2 घंटे में नाश्ता करना बंद कर दें. इस बात का ध्यान रखें कि आपको दो भोजन के बीच में कम से कम 2 घंटे का अंतर जरूर रखना है.
ज्यादा से ज्यादा पानी पीना शुरू कर दे -
शरीर के स्वास्थ्य के साथ-साथ अपनी ओरल हेल्थ के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना शुरू करें और ओरल हेल्थ बनाए रखने के लिए भरपूर मात्रा में फल और सब्जियों का सेवन करें. इसके अलावा तंबाकू, सिगरेट जैसी नशीली चीजों से दूर रहें.
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