बार-बार प्यास लगना है खतरे की निशानी, कहीं आपको यह बीमारी तो नहीं

कल्याण आयुर्वेद - पानी पीना सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. क्योंकि हमारे शरीर का बड़ा हिस्सा इसी तरल पदार्थ से बना हुआ है. खासकर गर्मियों के मौसम में वाटर इनटेक ज्यादा करना चाहिए. लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हर दिन के सामान्य से अधिक मात्रा में पानी पीने लगते हैं. मौसम चाहे कोई भी हो उतना पानी पीना होता है, ऐसा इसलिए क्योंकि वह एक्सट्रीम थ्रस्ट शिकार है. इस मेडिकल कंडीशन को पॉलिदीपशिया भी कहा जाता है. अगर आपको भी यह बीमारी है तो इसे हल्के में ना लें और तुरंत डॉक्टर से मिलकर खून की जांच करवाएं. ताकि वक्त रहते पता चल सके कि आपको क्या हुआ है. ज्यादा प्यास लगना किसी दूसरी बीमारी के संकेत भी हो सकते हैं इसके बारे में जानते हैं.

बार-बार प्यास लगना है खतरे की निशानी, कहीं आपको यह बीमारी तो नहीं

ज्यादा प्यास लगना इन बीमारियों का हो सकता है संकेत -

1.डिहाइड्रेशन -

डिहाइड्रेशन कोई बीमारी तो नहीं है. लेकिन यह एक बुरा मेडिकल कंडीशन जरूर है. डिहाइड्रेशन उस स्थिति को कहते हैं, जब आपके शरीर में पानी की कमी काफी ज्यादा हो जाती है. इस दौरान आपको चक्कर आना, सिर में दर्द होना, उल्टियां आना, डायरिया और कमजोरी जैसी परेशानियां भी देखने को मिलती है. इसलिए बहुत ही जरूरी हो जाता है इस बीमारी के होने पर आपको बार-बार प्यास लगने की दिक्कत आती है.

2.डायबिटीज -

जब किसी इंसान को डायबिटीज होती है, तो शुरुआत में उसे आसानी से इसका पता नहीं लग पाता है. इस बात को याद रखें कि जरूरत से ज्यादा प्यास लगना मधुमेह का संकेत हो सकता है. आपको बता दें कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारी शरीर फ्लुईड को सही तरीके से रेगुलेट नहीं कर पाती है जब खूब प्यास लगने लगे तो ब्लड शुगर लेवल जरूर करवा लें, ताकि पता चल जाए और इसे कंट्रोल कर लिया जाए.

3.ड्राई माउथ -

ड्राई माउथ होने पर थोड़ी थोड़ी देर में प पानी पीने की ख्वाहिश होने लगती है, तब दुखता है जब इसके ग्लैंड सही तरीके से सलाइवा यानी की लार नहीं बना पाते हैं. इसके कारण इंसान को मसूड़ों का इन्फेक्शन और मुंह की बदबू का सामना भी करना पड़ता है.

4.एनीमिया -

एनीमिया यानी कि खून की कमी के बारे में हम सभी जानते हैं. आपको बता दें कि इस बीमारी के होने पर भी बार-बार प्यास लगने की दिक्कत होती है. जब हमारी बॉडी में रेड ब्लड की कमी हो जाती है तो एनीमिया डिजीज हो जाती है. इसे नॉर्मल लैंग्वेज में खून की कमी कहा जाता है. ऐसी स्थिति में प्यास अपनी हद पार कर देती है. क्योंकि सिद्धत बढ़ जाती है. ऐसे में अगर आपको बार-बार प्यास लगने की समस्या हो रही है, तो आप डॉक्टर से संपर्क करें और अपने खून की जांच करवाएं.

आपको यह जानकारी कैसी लगी ? हमें कमेंट में जरूर बताइए और अगर अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को लाइक तथा शेयर जरूर करें. साथ ही चैनल को फॉलो जरूर कर लें. इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद.

Post a Comment

0 Comments