कल्याण आयुर्वेद - जब हमारे जीवन में या जीवन चर्या में किसी तरह का कोई बदलाव होता है, तो तनाव शरीर की सबसे पहली प्रतिक्रिया होती है. इसके परिणाम स्वरूप शारीरिक, भावनात्मक और बौद्धिक प्रतिक्रियाएं भी होती हैं. तनाव प्रबंधन प्रशिक्षण आपको स्वस्थ तरीके से इन परिवर्तनों के साथ सामंजस्य बिठाने में मदद कर सकता है. आपके इस पोस्ट में हम बात करेंगे तनाव के बारे में. तनाव किसे कहते हैं और यह क्यों होता है तथा इसके इलाज क्या है इसके बारे में भी जानेंगे.
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तनाव क्या है ? जानिए इसके कारण, लक्षण और इलाज |
तो चलिए जानते हैं तनाव के बारे में -
तनाव क्या है ?
सबसे पहले हम बात करेंगे कि तनाव आखिर होता क्या है ? तनाव एक बहुत ही साधारण मानवीय प्रक्रिया है, जो हर व्यक्ति के साथ होता है. असल में मानव शरीर की बनावट ही ऐसी है, कि वह तनाव का अनुभव करें और उस पर प्रक्रिया भी दे. जब आप परिवर्तन आया चुनौतियों को अनुभव करते हैं, तो आपका शरीर शारीरिक और मानसिक प्रतिक्रिया करता है. असल में इसे ही तनाव कहा जाता है.
तनाव प्रतिक्रियाएं आपके शरीर को नई परिस्थितियों और चुनौतियों से सामंजस्य बिठाने में मदद करती है. तनाव सकारात्मक हो सकता है. यह हमें सतर्क प्रेरित और खतरे से बचने के लिए तैयार रखता है. उदाहरण के लिए देखा जाए जल्द ही आपका कोई टेस्ट होने वाला है, तो आपका तनाव रिस्पांस आपके शरीर को कठोर मेहनत करने और लंबे समय तक जागने के लिए तैयार करता है. लेकिन तनाव की समस्या भी बन जाता है. खासतौर पर तब जब तनाव ग्रस्त व्यक्ति बिना किसी राहत और विश्राम की इसी तनाव में जीता रहता है.
तनाव के दौरान आपकी शरीर के साथ क्या होता है -
तनाव के दौरान आपके शरीर के साथ यह चीजें होती हैं, आपके शरीर का ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम नजर में बदलाव को नियंत्रित करता है और दोनों ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम कि तनाव को नियंत्रित करने वाली प्रतिक्रिया शरीर को तनावपूर्ण स्थितियों का सामना करने में मदद करती है. जब किसी व्यक्ति को लंबे समय तक तनाव होता है तो तनाव की वजह से शरीर में आंतरिक टूट-फूट होती है. इस तरह का शारीरिक भावनात्मक और व्यवहार संबंधी लक्षण भी दिखते हैं.
तनाव के शारीरिक लक्षणों में शामिल है -
1.दर्द और चुंबन, सीने में दर्द या ऐसा लगना जैसे दिल की धड़कन बहुत बढ़ गई है.
2.थकान या सोने में परेशानी महसूस होना, सिर दर्द, चक्कर आना या कपकपी महसूस होना.
3.हाई ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों में तनाव या जबड़े का अकड़ना, पेट और पाचन संबंधी समस्याएं होना, प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना.
तनाव की वजह से निम्न भावनात्मक और मानसिक लक्षण भी हो सकते हैं -
1.घबराहट और चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, पैनिक अटैक, उदासी.
आमतौर पर लंबे समय तक तनाव से पड़ी के रहने वाले लोग अन हेल्थी तरीकों से इससे उबरने की कोशिश करते हैं जैसे -
बहुत अधिक और बार-बार शराब का सेवन करना, जुआ खेलना, ज्यादा खाना, यह कई बार उनमें ईटिंग डिसऑर्डर विकसित हो जाता है. शॉपिंग और इंटरनेट पर बहुत अधिक समय बिताना, धूम्रपान करना, ड्रग्स का सेवन करना.
तनाव का निदान कैसे होता है, इससे छुटकारा पाने के लिए क्या करें -
1.आप और कोई भी व्यक्ति तनाव पर हमेशा के लिए बचकर नहीं रह सकता है. लेकिन कुछ दैनिक अभ्यास के जरिए आप तनाव से छुटकारा पा सकते हैं. जब भी आपको तनाव महसूस हो तो व्यायाम करें. यहां तक कि एक छोटी सी वॉक करने से भी आपका मूड बदल सकता है.
2.रात को सोने से पहले नियमित तौर पर यह सोचे कि आज आपने क्या कुछ हासिल कर लिया. लेकिन ध्यान रखें कि उन चीजों के बारे में न सोचे जो आप आज नहीं पा सके.
3.नियमित तौर पर हर रोज हफ्ते और महीने के लिए अपने लक्ष्य निर्धारित करें. अपने दृष्टिकोण को संक्षिप्त रखकर आप दीर्घकालीन कार्यों को करने में स्वयं को ज्यादा सहज महसूस करेंगे.
4.अपनी चिंताओं के बारे में किसी डॉक्टर या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करें.
तनाव से बचने के उपाय -
1.मेडिटेशन योग, ब्रीथिंग एक्सरसाइज और मसल्स रिलैक्सेंट जैसे कुछ गतिविधियों को अपनाकर आप तनाव से बच सकते हैं. इस तरह के कार्यक्रम आज ऑनलाइन भी उपलब्ध है. आप चाहे तो मोबाइल पर भी इनका लाभ ले सकते हैं और जिम तथा कम्यूनिटी सेंटरों में भी इस तरह की गतिविधियां कराई जाती है. ताकि आप स्वयं को तनाव से दूर रख सके.
2.आपका सच्चा साथी आपका शरीर ही है. इसलिए नियमित तौर पर अपने शरीर का ध्यान रखें. स्वस्थ खाना खाए, नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें. पूरी नींद लें. ताकि आप तनाव को अच्छे से मेहनत कर सके.
3.हर कार्य को करने के लिए तैयार हो जाना आपकी खासियत ही सही, लेकिन आपको ना कहना भी सीखना चाहिए. जिस काम को आप नहीं करना चाहते हैं, उसके लिए आपको ना कहना चाहिए ताकि आप तनाव में ना रहे.
4.ऐसे लोगों से जुड़े रहे जो आप को शांत रखने के साथ ही आपको खुश भी रख सके. हर परिस्थिति में आप को भावनात्मक समर्थन दें. परिवार का कोई सदस्य कोई दोस्त या पड़ोसी बड़ी जिम्मेदारी से आपको सुन सकता है और तनाव को मैनेज कर सकते हैं.
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