कल्याण आयुर्वेद - आजकल डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. डायबिटीज की बीमारी एक बार होने के बाद व्यक्ति का पीछा नहीं छोड़ती है. इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को मीठी चीजें खाने से परहेज करना पड़ता है. वहीं डॉ का मानना है कि रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने और अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन ना निकलने की वजह से डायबिटीज की बीमारी हो जाती है. इसके लिए कमल के बीज यानी कमलगट्टा का सेवन कर सकते हैं. इससे आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.
![]() |
चुटकियों में डायबिटीज को कंट्रोल करेगा कमल का पौधा, डाइट में ऐसे करें शामिल |
आपको बता दें कमलगट्टा का सेवन करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. यह कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है. आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे मे.
वैसे तो डायबिटीज के मरीजों को बढ़ते शुगर को कंट्रोल करने के लिए संतुलित आहार और पौष्टिक चीजें खाने की सलाह दी जाती है. साथ ही एक्सरसाइज करने से भी काफी फर्क पड़ता है. कई स्टडीज में इस बात का खुलासा हुआ है कि कमल के बीज यानी कमलगट्टा, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है.
जाने क्या है कमलगट्टा -
सनातन धर्म में कमल के फूल को पवित्र माना गया है. भगवान् श्री हरी विष्णु को कमल के फूल चढ़ाए जाते हैं. पूजा के अलावा कमल के फूल, फल और बीज सभी सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं. कमल के फूल की जड़ों को सब्जी की तरह इस्तेमाल किया जाता है. वही कमल के फूल में पाया जाने वाला बीज जिसे कमलगट्टा के नाम से जाना जाता है. यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसमें ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं यह बीमारियों से बचाने में मदद करता है.
जानिए इसके गुण -
कमलगट्टे में पोषक तत्वों की बात की जाए, तो इसमें आयरन, प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन बी सिक्स जैसे कई आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं. जैसा कि आप सभी जानते होंगे. यह सभी पोषक तत्व सेहत के लिए बहुत जरूरी है और फायदेमंद होते हैं. ऐसे में डायबिटीज मरीजों को शुगर कंट्रोल करने के लिए कमलगट्टा खाना चाहिए. इसमें मौजूद पोटेशयम उच्च रक्तचाप में लाभदायक होता है. अगर आप इसका सेवन करते हैं तो इससे आपका हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है. साथ ही डायबिटीज की बीमारी भी कंट्रोल हो जाती है.
डायबिटीज कण्ट्रोल करने वाले अन्य फूड्स -
1.अलसी के बीज -
डायबिटीज के मरीजों को रोजाना एक चम्मच अलसी के बीजों का सेवन करना चाहिए. इसके लिए आप इसे हल्का सा भून रखते हैं और जब ठंडा हो जाए तो इसे चबाकर खाएं, ऐसा रोजाना दिन में खाना खाने से आधे घंटे पहले और रात में डिनर करने से आधे घंटे पहले करना है. आप चाहे तो इसका काढ़ा बनाकर भी सेवन कर सकते हैं जो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है.
सूजी का सेवन करने से आपको टाइप टू डायबिटीज का खतरा भी कम होता है. आपको बता दें कि सूजी में डाइटरी फाइबर पाया जाता है जो ग्लाइसेमिक को कंट्रोल करने में मदद करती है. जिससे आप टाइप टू डायबिटीज से बच सकते हैं.
डायबिटीज के मरीज प्यार को सलाद के तौर पर खा सकते हैं. इसका सलाद बनाने के लिए प्याज के साथ टमाटर को काट लें. उसमें नमक कालीमिर्च मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा आप प्याज का जूस निकालकर भी पी सकते हैं. परंतु प्याज का जूस पीना शायद ही किसी को बहुत पसंद आया. ऐसे में आप सलाद के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं या फिर अपने भोजन में शामिल करके भी इसका सेवन कर सकते हैं.
4.डेरी प्रोडक्ट -
भारतीय भोजन के साथ रायता, दही आदि का सेवन किया जाता है. लेकिन कई लोग सेवन करना छोड़ देते हैं. ऐसा करना गलत है. अगर आप एक्टिव के मरीज हैं तो आपको जरूर डेरी खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए या वजन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है. प्रोटीन में दाल, स्प्राउटेड और मांस का सेवन कर सकते हैं.
आपको यह जानकारी कैसी लगी ? हमें कमेंट में जरूर बताएं और अगर अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को लाइक तथा शेयर जरूर करें. साथ ही चैनल को फॉलो जरुर कर लें. इस पोस्ट को पढने के लिए आपका धन्यवाद.
0 Comments