कल्याण आयुर्वेद- शरीर पर तेल की मालिश करने से ना केवल शरीर की थकान और दर्द दूर होता है बल्कि मन को शांत रखने में भी काफी मदद मिलती है.
हम में से ज्यादातर लोग जानते हैं कि शरीर का मसाज करना कितना जरूरी होता है. यह न केवल शरीर का कायाकल्प करता है बल्कि मन और आत्मा को भी शांति एवं राहत प्रदान करता है. लेकिन शरीर की मसाज करने की तैयारी करने से पहले मन में एक सवाल जरुर उठता है कि शरीर की मसाज करने के लिए कौन सा तेल का इस्तेमाल किया जाए. वास्तव में शरीर की मालिश के लिए इस प्रकार के तेल का चयन करना चाहिए. जिससे न केवल शरीर के विकार दूर हो बल्कि इसकी मधुर सुगंध मन और आत्मा को भी तरोताजा कर दे.
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वैसे बाजारों में कई तरह की बॉडी मसाज आयल मिलते हैं जिनका इस्तेमाल अलग-अलग तरह के स्पा में भी किया जाता है. आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बॉडी मसाज के लिए इस्तेमाल होने वाले कुछ बेहतरीन तेलों के बारे में बताने जा रहे हैं. चलिए जानते हैं उन तेलों के बारे में.
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1 .मीठे बादाम का तेल-
अगर आपकी त्वचा बहुत ज्यादा ड्राई रहती है तो आपको बादाम का तेल शरीर की मसाज के लिए इस्तेमाल करना चाहिए. इसमें हल्की सुगंध भी होती है और यह बहुत हल्का तेल होता है. इस तेल को त्वचा तुरंत सोख लेती है. जिससे त्वचा की ड्राइनेस कम होती है और चमकदार बनती है. इस तेल को किसी भी प्रकार की त्वचा पर इस्तेमाल किया जा सकता है. यहां तक कि बच्चों की मालिश के लिए भी इस तेल का इस्तेमाल करना लाभदायक हो सकता है. मीठे बादाम के तेल में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती है जो त्वचा की खुजली, रैशेज, डर्मेटाइटिस एक्जिमा और सोरायसिस से निजात दिलाने में मदद करता है साथ यह टैनिंग और यूवी रेडिएशन की एक्स्पोज़र से त्वचा को होने वाले नुकसान से भी बचाव करता है. इस तेल में दर्द निवारक गुण भी मौजूद होते हैं जो मसल्स को आराम दिलाने में मदद करते हैं.
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2 .सूरजमुखी का तेल-
सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल खाने के अलावा मसाज के लिए भी किया जाता है. सूरजमुखी के तेल में लीनोलिक और फोलिक एसिड होते हैं जो की त्वचा में नमी को लंबे समय तक बरकरार रखते हैं. यह त्वचा से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर त्वचा को मॉइश्चराइज रखता है और त्वचा को जवां रखता है. इस तेल में आवश्यक फैटी एसिड होने से त्वचा चमकदार होती है.
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3 .नारियल का तेल-
नारियल तेल का भी इस्तेमाल खाने के अलावे त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए भी किया जाता है. तनाव और प्रदूषण के कारण समय से पहले त्वचा की उम्र को बढ़ने से रोकने में नारियल तेल आपकी काफी मदद कर सकता है. इसमें विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होता है जो कि जवां और हेल्दी त्वचा के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. नारियल तेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को लटकने और झुर्रियों से बचाते हैं. कुछ देर नारियल का तेल लगाने पर यह त्वचा में जल्दी एब्जॉर्ब हो जाता है. यह तेल त्वचा की शुष्कता दूर करते हुए नमी बनाए रखने में मदद करता है.
4 .जैतून का तेल-
जैतून के तेल में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके इस्तेमाल से मांसपेशियों में ऐंठन, दर्द और सूजन से राहत मिलती है. यह त्वचा को लंबे समय तक मॉइश्चराइज रखता है और ऑक्सीडेटिव तनाव को दूर कर त्वचा की क्षति को भी ठीक करता है. अन्य तेलों के मुकाबले यह त्वचा में बहुत देर से अवशोषित होता है. इसके इस्तेमाल से रक्त प्रवाह भी बेहतर ढंग से होता है जिससे कोशिकाओं को अधिक पोषण और ऑक्सीजन मिलती है. इससे उर्जा भी बढ़ती है.
5 .तिल का तेल-
शरीर की मसाज करने के लिए आयुर्वेद में तिल का तेल सबसे लोकप्रिय तेलों में से एक है. आयुर्वेद में त्वचा संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए तिल तेल का इस्तेमाल सदियों से किया जाता रहा है क्योंकि इसमें पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल्स से त्वचा को नुकसान होने से बचाते हैं और यूवी किरणों के कारण हुए त्वचा के नुकसान को ठीक करने में मदद करता है. साथ ही जोड़ों में सूजन के दर्द से राहत दिलाता है. आयुर्वेद में हाइपर पिगमेंटेशन के इलाज के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल विशेष रूप से किया जाता है.
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6 .जोजोबा ऑयल-
इस तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं और इस तेल से शरीर एवं चेहरे की मसाज करने से मुंहासे, त्वचा की एलर्जी और पीठ की समस्याओं से राहत मिलती है. जोजोबा के पेड़ से सीबम निकलता है उसे ही जोजोबा आयल के नाम से जाना जाता है. इस तेल से पूरे शरीर का मसाज करने पर कई प्राकृतिक लाभ होते हैं. यह देखने में त्वचा की सीबम की तरह होता है क्योंकि इसमें मून स्टार होता है यह शरीर में सीबम को बनाए रखने में मदद करता है.
7 .एवोकैडो का तेल-
इसके तेल में एंटी रिंकल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो बढ़ती उम्र के कारण होने वाली झुर्र्यों एवं दाग धब्बों को कम करता है. एवोकैडो के तेल में विटामिन ए, विटामिन डी और पोटैशियम मौजूद होता है और इससे शरीर पर मसाज करने से रैशेज और एक्जिमा की समस्या दूर हो जाती है. इसके अलावा एवोकैडो के तेल में पैंथेथेनिक एसिड भी पाया जाता है जो त्वचा के लिए मॉइश्चराइजर का काम करता है और त्वचा को लचीला बनाता है.
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8 .अरंडी का तेल-
अरंडी के तेल में सूजन रोधी गुण पाया जाता है यही कारण है कि इस तेल का उपयोग शरीर के मसाज के लिए किया जाता है. यह तेल शरीर के दर्द एवं गंभीर पीड़ा को दूर करने में मदद करता है. आमतौर पर यह एक आयुर्वेदिक तेल है जो बाजारों में आसानी से उपलब्ध हो जाता है.
9 .तुलसी का तेल-
तुलसी का तेल त्वचा में काफी गहराई तक प्रवेश करता है और त्वचा को पोषण प्रदान करता है. जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए आमतौर पर तुलसी के तेल का इस्तेमाल किया जाता है. यह त्वचा के लिए भी काफी लाभदायक होता है और शरीर के दर्द को भी दूर करने में मददगार होता है.
10 .सरसों का तेल-
सरसों का तेल सेहत और सुंदरता दोनों के लिए ही बहुत फायदेमंद होता है. इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो दर्द को कम करने का काम करते हैं. जोड़ों का दर्द हो या फिर कान का दर्द सरसों का तेल एक औषधि की तरह काम करता है. आमतौर पर लोग इसे सिर्फ तेल समझकर ही इस्तेमाल करते हैं लेकिन आयुर्वेद में इसे औषधि की श्रेणी में रखा गया है. सरसों तेल का नियमित इस्तेमाल करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. शरीर की अंदरूनी कमजोरी दूर करने के लिए सरसों तेल का नियमित सेवन करने के अलावा इससे मालिश करना भी फायदेमंद होता है.
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प्रतिदिन शरीर पर तेल लगाने के फायदे-
1 .शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर रहता है.
2 .जोड़ों को स्वस्थ रखता है.
3 .थकान मिटाने में मदद करता है.
4 .शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर रखता है.
5 .नर्वस को शांत करता है जिससे गहरी और अच्छी नींद आती है. त्वचा को मुलायम और चिकना बनाता है एवं चमक देता है जो बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकता है.
6 .तनाव को दूर करते हुए मानसिक रूप से सतर्क बनाता है और स्टेमिना को बढ़ाता है.
7 .मांस पेशियों को टोन करता है और उत्तकों को पोषण प्रदान करता है.
8 .तरोताजा और ऊर्जावान बनाता है.
शरीर की मसाज करने वाले तेल का चुनाव करते समय सावधानियां-
यदि आप मालिश करवा रहे हैं तो आपको सबसे पहले मालिश में इस्तेमाल होने वाले तेल के बारे में जानकारी लेना बहुत आवश्यक होता है क्योंकि सभी को एक जैसे तेल फायदेमंद नहीं होते हैं. कुछ तेलों से एलर्जी भी हो सकती है.
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