रास्ते में दिखे शवयात्रा तो तुरंत करें यह काम, सभी मनोकामनाएं होगी पूरी

कल्याण आयुर्वेद- शवयात्रा यानि मृत व्यक्ति को शमशान ले जाते लोग. अगर आप रास्ते से गुजर रहे हैं या कही रास्ते पर हैं तो शवयात्रा के साथ हो जाना चाहिए. क्योंकि एक न एक दिन सभी इंसान को इस रास्ते से गुजरना है. शवयात्रा में शामिल होकर मृत व्यक्ति को श्मशानघाट पहुचाना और अंतिम संस्कार में शामिल होना बहुत बड़ा पूण्य का काम होता है.

रास्ते में दिखे शवयात्रा तो तुरंत करें यह काम, सभी मनोकामनाएं होगी पूरी 

रास्ते में दिखे शवयात्रा तो तुरंत करें यह काम,सभी मनोकामनाएं होगी पूरी 

अगर अगर आपके पास शमशान जाने का समय नही है या किसी कम में व्यस्त हैं तो शवयात्रा देखते ही यह काम जरुर करें.इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है.

इस उपाय को करने से मिलती है मान-सम्मान

*आपने देखा होगा की अर्थी पर नजर पड़ते ही लोग अर्थी को प्रणाम करते हैं और शिव-शिव का उच्चारण करते हैं. अगर आप पूर्वजों और शास्त्रों की माने तो इसका मतलब होता है कि मृत आत्मा के साथ प्रणाम करनेवाले व्यक्ति का सभी कष्टों, दुखों और समस्याएं चली जाती है और शिव-शिव बोलने का मतलब होता है कि उसकी मृत आत्मा को शांति मिले. इस नियम को अपनाने से व्यक्ति को लाभ मिलता है और मृत व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है.

दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने के सरल उपाय

*कुछ लोग रास्ते में किसी काम से जाते समय रास्ते में शव देखना अशुभ मानते है.लेकिन शास्त्रों और पुराणों की माने तो रास्ते में जाते समय शवयात्रा देखना शुभ होता है . जो व्यक्ति शवयात्रा देखते ही थोडा देर रूककर बिनती करता है कि हे भगवान् यह व्यक्ति भला हो या बुरा इसकी आत्मा को शांति प्रदान करें. ज्योतिष की माने तो ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और रुके हुए काम बन जाते हैं और उसकी मनोकामनाएं पूरी होती है.

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*ऐसे तो किसी भी मृत व्यक्ति की अर्थी उठाना पूण्य का काम होता है लेकिन अगर किसी ब्राह्मण, ज्ञानी की अर्थी उठाता है तो हर कदम पर एक यज्ञ के बराबर फल की प्राप्ति होती है और मात्र पानी में दुबकी लगाने से पूरा शरीर पवित्र होता है. हिन्दू शास्त्र में ऐसा कहा गया है.

नोट- यह लेख सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित है अधिक जानकारी के लिए योग्य ज्योतिष की सलाह लें. धन्यवाद.

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