अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करना चाहते हैं तो ऐसे करें अजवाइन का इस्तेमाल

कल्याण आयुर्वेद- आजकल हार्ट प्रॉब्लम, डायबिटीज, आर्थराइटिस की समस्या अब हर उम्र के लोगों को परेशान कर रही है. इसलिए अगर आप लंबे समय तक स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आपको अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी है. खानपान में लापरवाही का नतीजा है शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना. जो मधुमेह, आर्थराइटिस, हार्ट और किडनी आदि की समस्या का कारण भी बन सकता है. इसलिए इसे नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है. अगर आप इसके लिए दवाई नहीं लेना चाहते हैं तो अजवाइन इसके लिए बहुत ही कारगर उपाय है.

अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करना चाहते हैं तो ऐसे करें अजवाइन का इस्तेमाल

क्योंकि अजवाइन में ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा होती है, जो बढ़े हुए यूरिक एसिड लेवल को नियंत्रण में रखता है. प्रतिदिन खाली पेट एक गिलास अजवाइन का पानी पीने से बढ़े हुए यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है?

यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए कैसे करें अजवाइन का सेवन ?

यूरिक एसिड को नियंत्रित के लिए एक चम्मच अजवाइन को रात भर पानी में भिगोकर सुबह इस अजवाइन के पानी को छानकर खाली पेट पिएं. नियमित प्रतिदिन ऐसा करने से कुछ ही दोनों में राहत मिलता है.

अजवाइन के अन्य फायदे-

1 .अजवाइन में फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य विटामिन और खनिजों में प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं. ऐसा माना जाता है कि अजवाइन वजन घटाने में भी सहायक होती है.

अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करना चाहते हैं तो ऐसे करें अजवाइन का इस्तेमाल
2 .अजवाइन के बीज और उसके तेल में 20 अलग-अलग बायोएक्टिव कंपाउंड्स होते हैं, मुख्य रूप से थाइमोल, टेरपेनोइड्स, पी-सीमेन, गामा-टेरपिनिन और एसेंशियल ऑयल. थाइमोल और कार्वैक्रोल महत्वपूर्ण घटक हैं, जो फंगस और बैक्टीरिया के विकास को रोकने में बेहद मददगार हैं.

3 .अजवाइन घुलनशील आहार फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, और यह पेट की समस्याओं के लिए पाचन तंत्र को बढ़ाने और आंतों के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए जाना जाता है. ये सूजन से राहत दिलाने में भी मदद करती है.

4 .अजवाइन के बीज अकड़नेवाला दर्द, अपच के कारण पेट की परेशानी, हर्टबर्न और भूख न लगने के इलाज में फायदेमंद होते हैं.

5 .अजवाइन एंटीऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत है और इसलिए यह दिल के मरीजों के लिए वरदान है. एंटीऑक्सिडेंट शरीर में उत्कृष्ट और खराब कोलेस्ट्रॉल का प्रबंधन कर सकते हैं और इस प्रकार हृदय रोगों को रोकते हैं.

6 .अजवाइन के बीजों में एंटरबैक्टिरियल और एंटिफंगल एक्टिविटी होती है, और इसलिए यह फूड पाइजनिंग और जीआई समस्याओं को रोकने के लिए साल्मोनेला, ई कोलाई और कवक जैसे बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है.

7 .अजवाइन को चबाना अपच और पेट फूलने जैसी समस्याओं को खत्म करने के लिए सबसे अच्छा अभ्यास है.

8 .अजवाइन की चाय डायरिया, पेचिश, स्पस्मोडिक दर्द के इलाज के लिए बहुत फायदेमंद है.

9 .अजवाइन में ब्रोंको-डिलेटिंग इफेक्ट होता है, जो हल्के अस्थमा से राहत प्रदान करने के लिए फेफड़ों में ब्रोन्कियल ट्यूबस को फैलाने में मदद करता है.

10 .अजवाइन के बीज का पानी एक बेहतरीन माउथ वॉश है, और यह ओरल हाइजीन बनाए रखने में मदद कर सकता है.

11 .अजवाइन का पानी नियमित रूप से पीने से मेटाबॉलिज्म की दर को बढ़ाने में मदद मिलती है, जिससे शरीर की चर्बी कम करने में मदद मिलती है.

12 .अजवाइन के बीज में एंटीबायोटिक गुण होते हैं, और यह रेडनेस को कम करने और सूजन से लड़ने में फायदेमंद होता है.

13 .अजवायन के एनेस्थेटिक गुणों के कारण यह दर्द और सूजन को दूर करने में मदद करता है.

नोट- यह लेख शैक्षणिक उदेश्य  से लिखा गया है. किसी बीमारी के इलाज का विकल्प नही है इसलिए किसी भी प्रयोग से पहले योग्य डॉक्टर की सलाह लें. धन्यवाद।

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