क्या आप भी पीते हैं प्लास्टिक बोतल से पानी ? तुरंत बदल लें आदत, नहीं तो होंगे ये गंभीर नुकसान

कल्याण आयुर्वेद - प्लास्टिक के बोतल से पानी पीने से आपकी प्यास तो बुझ जाती है. लेकिन शरीर पर इसका क्या असर पड़ता है, क्या इसके बारे में आप जानते हैं ? आज कल प्लास्टिक से बोतल से पानी पीने का चलन बढ़ गया है. हम दुकान से भी प्लास्टिक बोतल की पानी खरीद कर आराम से पी लेते हैं. इससे हमारे प्यास बुझ जाती है लेकिन सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं.

क्या आप भी पीते हैं प्लास्टिक बोतल से पानी ? तुरंत बदल लें आदत, नहीं तो होंगे ये गंभीर नुकसान

इसकी वजह यह है कि ऐसा करने पर पानी की घूंट तो शरीर में जाती है. साथ ही माइक्रोप्लास्टिक भी शरीर में पहुंच जाते हैं. माइक्रो प्लास्टिक प्लास्टिक के में छोटे-छोटे टुकड़े हैं जो 5 मिलीलीटर से भी छोटे होते हैं प्लास्टिक होने की वजह से यह टुकड़े शरीर में आसानी से पचता नहीं है और शरीर में जमा होने लगते हैं

भले ही अभी माइक्रोप्लास्टिक और गंभीर बीमारियों के बीच सीधा संबंध के सबूत नहीं है. लेकिन रिसर्च का कहना है कि इसका शरीर पर लंबे वक्त बाद असर देखने को मिलता है. उनकी चिंता की मुख्य वजह यह है कि प्लास्टिक को बनाने में कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें से कई सारे ऐसे केमिकल भी हैं जो इंसानों को गंभीर बीमारियां देने के लिए जाने जाते हैं.

डब्ल्यूएचओ ने भी चेताया -

माइक्रो प्लास्टिक के कई सारे सोर्स होते हैं. जिसमें पानी की बोतल भी शामिल है. बोतल में 1 मिली मीटर से कम के भी माइक्रोप्लास्टिक होते हैं, जो बोतल के मटेरियल बोतल के ढक्कन जैसे जगहों से पहुंच जाते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह चेताया है कि माइक्रोप्लास्टिक बेहद खतरनाक चीज होती है. क्योंकि यह आसानी से शरीर में पहुंच जाती है इसकी वजह से कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं.

शरीर को क्या नुकसान हो सकते हैं -

माइक्रो प्लास्टिक की वजह से ऑटो लीवर जैसे महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान हो सकता है. उसकी वजह से कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. बोतल के प्रोडक्शन में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिसाइजर स्टेबलाइजर और पिगमेंट जैसे कंपाउंड को माइक्रोप्लास्टिक्स द्वारा रिलीज किया जाता है. यह रक्त प्रवाह के जरिए हमारे शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंच सकते हैं .

1.महिलाओं को करते हैं यह नुकसान -

प्लास्टिक की बोतल में पानी का सेवन महिलाओं के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं माना जाता है. यह एक एस्ट्रोजन रसायन है जो महिलाओं में मधुमेह, मोटापा, प्रजनन समस्याओं, व्यवहार संबंधी समस्याएं और शुरुआती यौवन जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है. प्लास्टिक की बोतल के पानी को स्टोर और पीना बेहतर नहीं है.

2.प्रतिरक्षा प्रणाली पर पड़ता है असर -

जब हम प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीते हैं, तो इससे इम्यून सिस्टम काफी प्रभावित होता है. प्लास्टिक की बोतलों से निकलने वाले रसायन हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को खराब कर देते हैं. जिससे आप बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं. इसलिए बेहतर है कि प्लास्टिक के बर्तनों और बोतलों से पानी पीना आज से बंद कर दें.

3.लिवर कैंसर और कम शुक्राणुओं की संख्या -

प्लास्टिक की बोतलों से पानी पीने से लिवर कैंसर ड्रग शुक्राणुओं की संख्या में कमी भी आ जाती है. इसलिए जहां तक हो सके प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना बंद कर दें. स्टील की बोतल का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा अब तो मिट्टी की बोतलों भी आपको आसानी से मिल जाएंगी. इनमें पानी पीना बहुत ही अच्छा होता है. यह सेहत के लिए बहुत अच्छी होते हैं. इससे आपको भरपूर पोषण भी मिलता है.

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