बार- बार सर्दी, जुकाम से परेशान हैं तो हो सकते हैं ये 4 कारण, जानें घरेलू उपचार

कल्याण आयुर्वेद- सर्दी, जुकाम और खांसी एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जिसमें छींक और छींक हमें और भी बदतर बना देती है और इन दिनों आपके पास टिश्यू पेपर से लेकर विक्स, दवा और नेजल स्प्रे तक कुछ चीजें आपके पास हैं। इन दिनों में रात को सोना मुश्किल हो जाता है, घुटन महसूस होती है और आप जानते हैं कि सर्दी-खांसी से पीड़ित व्यक्ति के लिए सोना मुश्किल हो जाता है और अगली सुबह शरीर में ऊर्जा बिल्कुल नहीं बचती। क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि जब आप बीमार हों और ऑफिस में लोग आपसे पूछें कि आप इतने बीमार क्यों हैं? इसके बाद आप सोच रहे होंगे कि क्या सच में आप सबसे ज्यादा बीमार पड़ते हैं। अगर आपके मन में यह विचार आता है तो इसके पीछे कुछ कारण हो सकते हैं जिनमें से ये 4 प्रमुख हैं।

बार- बार सर्दी, जुकाम से परेशान हैं तो हो सकते हैं ये 4 कारण, जानें घरेलू उपचार

बार-बार जुकाम होने के 4 कारण

1 .कमजोर प्रतिरक्षा-

मौसमी फ्लू और जुकाम का अक्सर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली से कुछ लेना-देना होता है। अगर मौसम बदलने पर आपको सर्दी-खांसी हो रही है तो आपको अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करने की कोशिश करने की जरूरत है। अपनी डाइट में इम्युनिटी बूस्टर शामिल करें, अदरक और शहद का इस्तेमाल करें और जब भी मौसम बदले तो ठंडे खाने से दूर रहने की कोशिश करें।

2 .एलर्जी-

बहती नाक, पानी की आंखें और नाक की भीड़ एलर्जिक राइनाइटिस के मुख्य कारणों में से एक है। इसलिए यदि आप किसी विशेष स्थान पर जाने के बाद बीमार पड़ते हैं या यदि आप किसी विशेष समय पर बीमार पड़ते हैं, तो आपको एलर्जी हो सकती है। यह अत्यधिक या पुराना भी हो सकता है। इसलिए, कोशिश करें और कारणों की पहचान करें और उनसे दूर रहने की कोशिश करें। भाप लेने और खुद को हाइड्रेटेड रखने से आप लक्षणों को कम कर सकते हैं और राहत पा सकते हैं।

3 .आनुवंशिक-

यदि आपके माता-पिता में से किसी को एलर्जी होने का खतरा है, तो संभावना है कि आप भी इससे पीड़ित हो सकते हैं। इसलिए खांसी-जुकाम की जांच कराते रहें और डॉक्टर की मदद लें।

4 .मौसमी फ्लू-

मौसमी फ्लू और वायरल बहुत आम हैं। सर्दियां शुरू होते ही संभावना बढ़ जाती है कि आप इन दोनों में से किसी एक के शिकार हो सकते हैं। गर्म कपड़े न पहनना, जंक फूड का सेवन करना या साफ-सफाई न रखना और मौसमी हरी सब्जियों से दूर रहना जैसे कुछ कारण हो सकते हैं, जिससे आप मौसमी फ्लू या वायरल के शिकार भी हो सकते हैं।

सर्दी, जुकाम और खांसी का घरेलू उपचार-

1. नींबू, दालचीनी और शहद का मिक्सचर-

सामान्य सर्दी या खांसी से छुटकारा पाने के लिए नींबू, दालचीनी और शहद का मिक्सचर जुकाम के घरेलू उपचार के सबसे कारगर उपायों में से एक होता है। दालचीनी, शहद और नींबू हमारे किचन में बड़ी ही आसानी से मिल जाते हैं, तो बस फटाफट रसोईघर में जाएं और सर्दी दूर भगाने के लिए इन तीनों को मिलकर सिरप बनाएं।

कैसे बनाएं-

आधा चम्मच शहद लें। उसमें नीबूं का रस और एक चुटकी दालचीनी का पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में एक बार पीना है।

2. शहद वाली चाय-

कई रिसर्च इस बात का दावा करते हैं कि शहद सर्दी-जुकाम या खांसी के इलाज के लिए सबसे बेहतर विकल्प होता है। अगर आपको या आपके छोटे बच्चे को खांसी है, तो शहद वाली चाय (हनी टी) पीने से गले में खराश और खांसी से राहत पा सकते हैं। जुकाम के घरेलू उपचार में शहद को हमेशा अव्वल माना गया है।

कैसे बनाएं

एक कप हर्बल टी या गर्म पानी में 2 चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाएं और इसे दिन में एक या दो बार पीएं। ध्यान रखें कि इस चाय को एक साल की उम्र से छोटे बच्चों को न पिलाएं।

3. अनानास का जूस-

आमतौर पर सर्दी-जुकाम होने पर खट्टे फल नहीं खाने चाहिए। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि भला अनानास का जूस क्यों पीना चाहिए। बता दें कि अनानास खांसी को बस दो दिनों में दूर कर सकता है, क्योंकि इसमें ब्रोमलेन की अच्छी मात्रा होती है। ब्रोमलेन एक एंजाइम है जो केवल अनानास के तने और फल में ही पाया जाता है। ऐसे में अनानास का जूस पीने पर गले में खराश और बलगम की समस्या से भी राहत मिलती है, तो जुकाम के घरेलू उपचार के तरीकों में एक बार अनानास के गुण भी जरूर आजमाएं।

कैसे बनाएं-

अनानास का छिलका हटाकर उसका जूस बनाकर पीएं या उसके 2 से 3 टुकड़े भी खा सकते हैं। दिन में तीन बार अनानास का जूस पीएं। ध्यान रखें कि अगर आप या आपका बच्चा खून पतला करने वाली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, तो अनानास का सेवन न करें।

4. गर्म पानी, बेकिंग सोडा और नमक से करें नाक की सिकांई-

अगर बंद नाक से परेशान हैं, तो नमक वाला गर्म पानी आपके लिए मददगार हो सकता है। गर्म पानी और नमक का यह मिश्रण नाक से वायरस के कणों और बैक्टीरिया को भी साफ करने का काम करता है।

कैसे बनाएं-

2 गिलास पानी में 1/4 चम्मच नमक और 1/4 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। अब इस मिश्रण वाले पानी को नोज किट या बल्ब सिरिंज की मदद से अपने एक तरफ की नाक के अंदर डालें। इस दौरान दूसरे नाक को दबा कर रखें और चेहरे को ऊपर की तरफ करके रखें, ताकि पानी नाक से बाहर न निकले। फिर 20 से 30 सेकेंड बाद नाक से उस पानी को बहने दें। नाक की दोनों छेदों के साथ इस प्रक्रिया को तीन से पांच बार दोहराना होगा।

5. हल्दी वाला दूध-

आमतौर पर सर्दियों के मौसम में मां छोटे बच्चों को हल्दी वाला दूध पिलाती हैं। क्योंकि, छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है। ऐसे में उन्हें सर्दी-जुकाम से बचाए रखने के लिए हल्दी वाला दूध पीना लाभकारी होता है क्योंकि हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो कीटाणुओं से रक्षा करते हैं।

कैसे बनाएं-

रात में सोने से पहले एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाएं और इसे गर्म करें। हल्क गुनगुना रहने पर इसे पी लें। आप चाहें तो दिन के समय में भी इसे पी सकते हैं। जुकाम के घरेलू उपचार में हल्दी वाले दूध को शामिल कर के आप जल्द से जल्द ठीक हो सकते हैं।

6. गुनगुना पानी पीएं-

दिनभर में कई बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गुनगुना पानी पीएं। गुनगुना पानी गले में खराश और बलगम की समस्या से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसके अलावा गर्म पानी गले की सूजन को कम करता है।

7. अदरक, शहद और नींबू की चाय-

अदरक सूखी और दमा खांसी के उपचार के लिए रामबाण की तरह काम करता है। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी के गुण होते हैं। जो खांसी के लक्षणों के साथ-साथ उल्टी और दर्द से राहत भी दिलाता है।

कैसे बनाएं

एक कप गर्म पानी में 20-40 ग्राम ताजा अदरक मिलाएं और इससे चाय बनाएं। चाय बनाने के बाद इसे थोड़ा ठंडा होने दें। आप अपने स्वादानुसार इसमें शहद या नींबू का रस भी मिला सकते हैं।

अगर आपको लगता है कि आप साल-दर-साल कोल्ड और फ्लू की चपेट में आते रहते हैं तो डॉक्टर की सलाह पर आपको फ्लू शॉट लेना चाहिए। इससे आपको मौसम में बदलाव से होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी और आप दूसरों के तानों से भी बचे रहेंगे।

Post a Comment

0 Comments