बच्चों में ये 5 तरह के फूड्स बनाते हैं मोटापा, फोरन बनाएं इनसे दूरी

कल्याण आयुर्वेद - विश्व मोटापा दिवस की शुरुआत साल 2015 में ही हुई थी, जो सेहत से जुड़े दूसरे महत्वपूर्ण दिनों की तुलना काफी नया है. मोटापा कई जानलेवा बीमारियों की वजह बन सकता है. उन्हें रिवर करना नामुमकिन हो सकता है. सभी चाहते हैं कि उनके बच्चे तंदुरुस्त और सेहतमंद रहे. लेकिन तंदुरुस्त और सेहतमंद रहने का मतलब मोटापा नहीं होता है, हेल्दी शरीर होना सही है, लेकिन मोटा शरीर सेहत के लिए सही नहीं है. इससे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं. साथ ही यह आपके अंदर बीमारियों को भी पैदा कर सकता है.

बच्चों में ये 5 तरह के फूड्स बनाते हैं मोटापा, फोरन बनाएं इनसे दूरी

आपने कई ऐसे बच्चों को देखा होगा, जिनके अंदर मोटापा बहुत ज्यादा रहता है. वह छोटी उम्र में ही मोटे हो जाते हैं. यह बहुत चिंताजनक बात है, कि सिर्फ यही इसके शिकार नहीं है. बल्कि बच्चे भी मोटापे की चपेट में आ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, 5 साल से कम उम्र के 3 पॉइंट 9 करोड बच्चे साल 2020 में जरूरत से ज्यादा वजन या मोटापे के शिकार पाए गए, इसमें कोई दो राय नहीं है कि बच्चे में मोटापे का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ खाना है, तो आइए जानते हैं कि किस तरह फूड का सेवन करने से बच्चों का मोटापा बढ़ जाता है.

1.आलू चिप्स - 

रंग बिरंगे पैकेट में आने वाले आलू चिप्स बच्चों को खूब लुभाते हैं. बच्चों को यह चीजें बहुत पसंद होती है. इसका एक पैकेट बच्चे का पेट भरने के लिए काफी होता है. लेकिन इसे खाने की आदत नहीं बनानी चाहिए. क्योंकि चिप्स में हाई कैलोरी के साथ नमक अनसैचुरेटेड फैट्स की मात्रा भी ज्यादा पाई जाती है. इस वजह से यह बच्चों के अंदर मोटापा बढ़ाने का काम करता है.

2.मीठा -

टॉफी, चॉकलेट, मिठाई आदि का सेवन करना बच्चों को बहुत पसंद होता है. कई माएं बच्चों को लालच देने के लिए भी इन चीजों का इस्तेमाल करती है. जब कभी बच्चे कोई काम नहीं करते, पढ़ाई नहीं करते ,तो मां कहती है कि चॉकलेट चाहिए, तो पढ़ाई करो. अगर पढ़ाई करोगे तो चॉकलेट मिलेगी. लेकिन आपको ऐसी हरकतें नहीं करनी चाहिए. इससे बच्चों को चॉकलेट खाने की लत लग जाती है, जो उन्हें मोटापे की ओर ले जाती है. साथ में उनके दांतों में सड़न पैदा कर सकती है.

3.आइसक्रीम -

गर्मी से राहत पाने के लिए हम ठंडी चीजों की ओर भागते हैं, फिर चाहे कोल्ड्रिंक हो या फिर आइसक्रीम गर्मी से छुटकारा पाने के लिए यह बेस्ट विकल्प होते हैं. हालांकि आपको गर्मी से राहत तो मिल जाएगी. लेकिन यह हेल्दी विकल्प नहीं होता है. आइसक्रीम, चीनी और फैट से भरपूर होती है. साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी हाई होता है, यानी कि यह तुरंत ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने का काम करता है.

4.जंक फूड -

पिज़्ज़ा का बेस भले ही आटे का है और सब्जियों या फिर मीट की टॉपिंग क्यों न हो, फिर भी हेल्थी नहीं कहा जा सकता है. क्योंकि इससे बहुत सारा चीज डाला जाता है, जो वजन बढ़ाने का काम करता है. इसी तरह बर्गर में भी फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. इसमें बच्चों को हेल्दी खाने की ओर ले जाना चाहिए, ना कि उन्हें जंक फूड खिलाना चाहिए.

5.फ्रूटजूस ड्रिंक -

बच्चों को पैक में आने वाले जूस कम से कम दे. क्योंकि इनमें चीनी और कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इससे बेहतर है कि पूरा फल खिलाए, जो बच्चे के शरीर को फाइबर के साथ कई पोषक तत्व देता है.

हेल्थ एक्सपर्ट यह भी मानते हैं कि बच्चों की डाईट से चीनी और फैट को पूरी तरह से खत्म करना भी ठीक नहीं है. इन चीजों को कभी कभी खाने को देना चाहिए. ताकि सेहत को कोई नुकसान ना हो और शरीर की जरूरत ही पूरी हो जाए, इसके अलावा बच्चों को खेलने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि वह हेल्दी रहे

अगर बच्चा मोटापे से जूझ रहा है तो क्या करें ?

यदि आपका बच्चा मोटापे से जूझ रहा है, तो यह टिप्स आपके काम आ सकती है -

1.सबसे पहले बच्चों को पोषण के महत्व के बारे में समझाएं.

2.उनके खाने को धीरे-धीरे चबाकर खाने की आदत डलवाए, इससे उनकी भूख कम होगी.

3.बच्चा ज्यादा क्यों खा रहा है, इसे समझने की कोशिश करें. क्या वह दुखी होने पर ज्यादा खाता है या फिर बोर होने पर, या अकेलेपन की वजह से भी ऐसा होता है.

4.खाने को सजा या फिर लालच के रूप में इस्तेमाल करने से बचें.

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