कल्याण आयुर्वेद - मोटापा जीवनशैली से जुड़ी अनेक बीमारियों की शुरुआती संकेत होता है. कुछ आदतों को दिनचर्या का हिस्सा बना ले, तो स्वस्थ और खुशहाल जिंदगी का आनंद उठा सकते हैं. विश्व मोटापा दिवस 4 मार्च को मनाया जाता है. इस मौके पर जानते हैं मोटापे से जुड़ी समस्याएं और इससे दूर रहने के बारे में.
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मोटापे को जल्द कर लें कंट्रोल, नहीं तो हो जाएंगे इन खतरनाक बीमारियों के शिकार |
मोटापा एक गंभीर बीमारी है. इसमें व्यक्ति के शरीर में अत्यधिक चर्बी जमा हो जाती है और स्वास्थ्य से जुड़े जोखिम बढ़ जाते हैं. आमतौर पर इसकी शुरुआत जरूरत से ज्यादा कैलोरी लेने से होती है. पर्याप्त शारीरिक श्रम नहीं होने से यह कैलोरी खर्च नहीं हो पाती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि 1975 के बाद से दुनिया भर में मोटापे से ग्रस्त लोगों की संख्या तीन गुने से अधिक हो चुकी है. वहीं राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण से स्पष्ट है कि भारत में पुरुषों और महिलाओं के साथ-साथ बच्चों में भी मोटापे की समस्या बहुत बढ़ रही है. इसके पीछे आरामतलब जीवन शैली और संतुलित खानपान दवाओं का दुष्प्रभाव और अनुवांशिकता जैसे कुछ प्रमुख कारण है.
असंतुलित जीवनशैली है समस्या -
शरीर में ज्यादा मात्रा में चर्बी जमा हो जाने से वजन बढ़ने लगता है जब बॉडी मास इंडेक्स 25 या उससे ऊपर चला जाता है तो वह मोटापे का संकेत माना जाता है बढ़ते वजन को अगर समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो मोटापे को रोक पाना बहुत कठिन हो जाता है व्यक्ति का वजन ऊंचाई के अनुपात में संतुलित होना चाहिए इसे बॉडी मास इंडेक्स द्वारा निर्धारित किया जाता है चर्बी ज्यादा जमा हो जाने पर शरीर के विभिन्न अंगों की कार्यप्रणाली पर असर पड़ने लगता है और मेटाबोलिज्म इंसुलिन तथा अन्य हार्मोन और संतुलित होने लगते हैं मोटापे से मधुमेह उच्च रक्तचाप हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है
इन कारणों से बढ़ता है मोटापा -
1.व्यक्ति का खाने का तरीका और खाने की चीजें उसके वजन पर प्रभाव डालते हैं. फास्ट फूड, मिठाई, घी, मक्खन जैसे खाद्य पदार्थ ज्यादा खाने से वजन बढ़ने लगता है.
2.यदि व्यक्ति अपने दिनचर्या में टहलने दौड़ने या व्यायाम आदि जैसी आवश्यक शारीरिक गतिविधियों के लिए समय नहीं निकालता है, तो शरीर में वसा जमा होने लगती है.
3.बाहर का भोजन करने आरामदायक जीवन शैली और लगातार कई घंटों तक बैठे रहने से भी वजन में वृद्धि होती है.
3.कुछ लोगों के वजन बढ़ने के पीछे आनुवांशिक कारण भी जिम्मेदार होते हैं.
4.कुछ शारीरिक परेशानियां जैसे थायराइड, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम और हार्मोन असंतुलन के कारण भी मोटापे की समस्या होती है.
5.तनाव, अवसाद और एंग्जाइटी के कारण भी कुछ लोगों का वजन बढ़ने लगता है.
अनेक बीमारियों का जोखिम बढ़ाता है मोटापा -
1.दिल की बीमारी -
मोटापे के कारण हृदय से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. जैसे रक्तचाप और हृदय घात इसलिए बेहतर है कि आप अपने वजन को हमेशा कंट्रोल में रखें, ताकि आपको यह बीमारियां न हों.
2.डायबिटीज -
ओबेसिटी डायबिटीज यानी मधुमेह का जोखिम भी बढ़ाने का काम करती है. मोटे लोगों के शरीर के इंसुलिन निर्माण की प्रक्रिया अधिक और अनियमित होती है. इससे रक्तचाप और डायबिटीज से संबंधित बीमारियां बढ़ने लगती हैं.
3.कैंसर -
मोटे लोगों में कैंसर होने की आशंका अन्य लोगों के मुकाबले अधिक होती है.
4.कई अन्य बीमारियां भी -
मोटापा ग्रस्त लोगों को जोड़ो का दर्द, नींद की समस्या, अस्थमा जैसी बीमारियां होने की आशंका अधिक होती है. वही अधिक वजन होने पर बच्चों का विकास बाधित हो जाता है.
मोटापे से बचाएंगे ये आसान उपाय -
1.स्वस्थ आहार -
मोटापे से बचने के लिए सबसे जरूरी है, स्वस्थ आहार लेना. अपने भोजन में मोटे अनाज, सब्जियां, फल, दाल, मुंह में घूलने वाली चीजें, उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थो को जरूर शामिल करना चाहिए. इससे आपको भोजन की एक संतुलित खुराक मिल जाती है. साथ ही इससे वजन भी नियंत्रित और आदर्श स्थिति में रहता है. तले हुए या फिर प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें.
2.नियमित व्यायाम करें -
ध्यान और व्यायाम स्वस्थ रखने में बहुत मददगार साबित होते हैं. आप कुछ मिनट के लिए प्रतिदिन जरूर चले. रोजाना 30 मिनट टहलने की आदत आपको स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. किसी एक जगह जगह पर लंबे समय तक बैठे रहने से परहेज करें. काम के बीच बीच में थोड़ा ब्रेक जरूर ले और थोड़ी देर के लिए टहलने यह उपाय वजन घटाने में बहुत अच्छा साबित होता है.
3.पर्याप्त नींद लें -
हमारी सेहत के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरुरी होता है. आपको बता दें कि बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए रोजाना 6 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत आवश्यक होता है. यदि आप इस पर कम या ज्यादा नींद लेते हैं तो आपको मोटापे की दिक्कत होने लगती है और सेहत को गंभीर नुकसान होते हैं. मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ता है.
4.उचित परामर्श -
यदि सभी बातों का ध्यान रखने के बावजूद भी आपका वजन बढ़ रहा है और आपको लग रहा है, कि आखिर किस कारण से आपका वजन बढ़ रहा है, तो आपके लिए बेहतर है कि आप किसी चिकित्सक से जरूर सलाह लें. क्योंकि वजन बढ़ना कई बीमारियों का संकेत भी माना जाता है.
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