कल्याण आयुर्वेद- महिलाओं एवं किशोरावस्था से युवावस्था में प्रवेश करने वाली लड़कियों के योनि से स्राव का होना नारीत्व की पहचान होती है. सामान्य स्राव नारी योनि के अच्छे स्वास्थ्य का संकेत होता है. लेकिन कुछ परिस्थितियों में वही स्राव असामान्य हो सकता है जो उनके खराब स्वास्थ्य की ओर इशारा करता है और गुप्त रोग होने का संकेत देता है.
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सामान्य और असामान्य योनि स्राव को कैसे पहचाने ? यहाँ जानिए विस्तार से |
चलिए जानते हैं विस्तार से-
एक लड़की जब किशोरावस्था से युवावस्था प्रवेश करती है तब उसके शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं. यह बदलाव शारीरिक अंगों के विकास के साथ ही कुछ स्राव के रूप में भी दिखलाई देते हैं. सेक्स शिक्षा के अभाव में किशोरियां यौवन के पायदान पर खड़ी होकर भी नहीं समझ पाती है कि यह स्राव सामान्य है या असामान्य है. इसके साथ ही वह यह भी नहीं समझ पाती है कि सामान्य और असामान्य योनि स्राव को कैसे पहचान करें ?
इसलिए आज हम इस लेख के माध्यम से सामान्य और असामान्य योनि स्राव के बारे में विस्तार से बताने की कोशिश करेंगे कि सामान्य और असामान्य योनि स्राव को कैसे पहचाना जा सकता है ?
योनि स्राव क्या है ?
प्रत्येक लड़की किशोरावस्था से जब युवावस्था में प्रवेश करती है तब उसके शरीर की निजी और गुप्तांगों का विकास होना शुरू हो जाता है. इस विकास की प्रक्रिया में युवती के आंतरिक अंगों का विकास और उसके साथ ही इन अंगों से तरल स्राव भी होना शुरू हो जाता है. उस अवस्था में अनेक युवतियां चिंतित ही जाती है और स्राव होने के कारण ढूंढने का प्रयास करती हैं. दरअसल, यह स्राव युवती की योनि से निकलने वाला सामान्य स्राव होता है जिसे योनि स्राव कहा जाता है.
गर्भाशय के मुख से लेकर गर्भाशय ग्रीवा तक का लचीला और गोल नली के आकार का भाग को योनि कहा जाता है. इस योनि के स्वास्थ्य को बनाए रखने और इसे लचीला बनाए रखने के लिए इसमें एक प्राकृतिक तरल पदार्थ होता है जो एस्ट्रोजन नाम के हार्मोन के कारण बनता है और नियंत्रित किया जाता है.
सामान्य स्राव क्या है ?
योनि से निकलने वाला स्राव एक सामान्य प्रक्रिया है. इसलिए अगर इसके साथ और कोई भी परेशानी नहीं होती है तब इसे सामान्य स्राव माना जाता है. दरअसल, यह स्राव महिला को शरीर द्वारा आंतरिक रूप से खुद को स्वस्थ व स्वच्छ रखने की स्वाभाविक प्रक्रिया है. यह स्राव गंध हीन, सफेद और पानी जैसा तरल होता है. योनि से निकलने वाला यह स्राव जब अंडाशय से अण्डों रिलीज करता है तब थोड़ा अधिक स्राव होता है जिसे ओव्यूलेशन डिस्चार्ज कहा जाता है.सामान्य और असामान्य योनि स्राव को कैसे पहचाने ? यहाँ जानिए विस्तार से
कभी-कभी यह स्राव अत्यधिक व्यायाम करने के कारण, तनाव होने के कारण या बर्थ कंट्रोल पिल्स के लेने पर भी अधिक मात्रा में प्रवाहित होती है. लेकिन इसे भी सामान्य स्राव ही माना जाता है क्योंकि यदि उपर्युक्त पर नियंत्रण कर लिया जाए तो स्राव की मात्रा स्वतः ही कम हो जाती है.
सामान्य योनि स्राव की पहचान क्या है ?
क्या आप जानते हैं कि योनि स्राव को पहचानना ब्रेस्ट सेल्फ एक्जाम जितना ही महत्वपूर्ण है. एक स्व- परीक्षा आपको पहले असामान्य योनि स्राव का पता लगाने में मदद कर सकती है. जिससे आप जल्द ही अब्नोर्मल डिस्चार्ज के उपचार की ओर रुख कर सकती हैं. ऐसे में योनि से निकलने वाला स्राव असामान्य है. इसके लिए आपको सामान्य स्राव की पहचान जानना जरूरी है.
कैसे जाने की योनि से होने वाला स्राव सामान्य है ?
1 .रंग एवं तरलता-
योनि से निकलने वाला सामान्य स्राव बिल्कुल साफ और पानी जैसा तरल होता है. यह पारदर्शी भी होता है. यह कभी भी आपके द्वारा भारी व्यायाम करने के बाद निकल सकता है. अगर आपके स्राव के रंग और तरलता में किसी प्रकार का अंतर है तब यह स्राव असामान्य हो सकता है.
2 .स्राव की मात्रा-
सामान्य स्थिति में आपकी योनि से निकलने वाला स्राव ओव्यूलेशन या मासिक धर्म के शुरू होने से कुछ पहले तक थोड़ा ज्यादा होता है. वही इसके एक- दो दिन बाद यह कम होने लगता है. इसके अलावा शारीरिक संबंध के समय उत्तेजना के समय भी आपकी योनि सामान्य से थोड़ा अधिक स्राव उत्पन्न कर सकती है. यह बिल्कुल सामान्य स्राव होता है. इससे किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है.
3 .स्राव की गंध-
योनि से निकलने वाले स्वस्थ और सामान्य स्राव की पहचान है कि उसमें कोई विशेष प्रकार की गंध नहीं होती है दूसरे शब्दों में कहा जाए तो सामान्य स्राव में कोई गंध नहीं होती है. गंध के साथ प्रवाहित होने वाला स्राव सामान्य नहीं होता है और यह अधिक मात्रा में भी हो सकता है.
असामान्य योनि स्राव क्या होता है ?
जब योनि से निकलने वाला स्राव के रंग, गंध और मात्रा में से किसी एक या सभी में बदलाव हो तब इसे असामान्य योनि स्राव माना जाता है. योनि से होने वाला असामान्य स्राव इस बात की ओर इशारा करता है कि आपकी गुप्तांगों या गर्भाशय में कोई समस्या या इंफेक्शन हो गया है. इसके साथ ही अगर आपकी योनि में खुजली और अधिक स्राव की शिकायत है तो ऐसी स्थिति में आपको तुरंत किसी योग्य चिकित्सक से योनि की जांच करवानी चाहिए.सामान्य और असामान्य योनि स्राव को कैसे पहचाने ? यहाँ जानिए विस्तार से
सामान्य और असामान्य योनिक स्राव को कैसे पहचाने ?
सामान्य और असामान्य योनि स्राव में अंतर को पहचानने के लिए कई तरीके हैं. इसे आजमाकर इसका पता लगा सकते हैं जैसे-
1 .स्राव का रंग कैसा है ?
असामान्य योनिक स्राव कारण ऐसा नहीं होता है योनि से निकलने वाला साबुन और उन्हीं के कारण निम्न में से कुछ भी हो सकता है जैसे
रक्त के गहरे रंग जैसा या भूरा-
योनि से इस रंग का स्राव तब होता है जब मासिक धर्म अनियमित हो या गर्भाशय अथवा पेट में कोई कैंसर जैसी समस्या उत्पन्न हो रही हो. इसके साथ ही गुप्तांगों में दर्द भी है तब यह निश्चित ही परेशानी की बात हो सकती है.
पीले रंग का स्राव-
जब मूत्राशय में किसी प्रकार का इन्फेक्शन हो तो योनि से पीले रंग का स्राव निकलता है. इसके साथ ही गुप्तांगों में दर्द, बार- बार पेशाब जाने की समस्या और मासिक धर्म के बाद भी बीच-बीच में रक्त स्राव होना भी इंफेक्शन के कारण हो सकते हैं.
बदबू के साथ पीला, हरा रंग का स्राव-
पेशाब करते समय अगर योनि में दर्द और खुजली के साथ पीले और हरे रंग का बदबू देने वाला स्राव हो रहा है तब यह योनि और मूत्राशय का इंफेक्शन हो सकता है.
गुलाबी रंग का स्राव-
सामान्य रूप से इस प्रकार का स्राव प्रसव के बाद ही होता है जिसका मतलब है कि गर्भाशय की दीवार योनि के रास्ते बाहर प्रवाहित हो रही है.
थक्केदार सफेद और पनीर जैसा सफेद स्राव-
इस प्रकार का स्राव योनि में इन्फेक्शन के समय होता है. इसके साथ क योनि में दर्द और खुजली एवं शारीरिक संबंध के समय दर्द के लक्षण भी हो सकते हैं.
ग्रे, हरा या पीला रंग का स्राव-
योनि में किसी प्रकार के बैक्टीरियल इनफेक्शन के कारण होता है.
2 .स्राव की तरलता कितनी है ?
योनि से होने वाला स्राव कितना तरल चिपचिपा या पनीर जैसा खींचने वाला है. इनमें से कोई भी स्राव सामान्य नहीं हो सकता है. ऐसा होना यीस्ट इंफेक्शन के कारण हो सकता है.
3 स्राव की मात्रा कितनी है ?
यदि योनि से निकलने वाला स्राव इतना अधिक है कि आपको सेनेटरी पैड लगाने की आवश्यकता हो. तब इसे असामान्य स्राव माना जा सकता है.
4 .स्राव की गंध कैसी है ?
जब योनि से होने वाला स्राव की गंध मछली जैसी, धातु के जैसी या कुछ अजीब सी गंध आती है तो इसे असामान्य स्राव माना जाता है
इस प्रकार की गंध योनि में होने वाले किसी इंफेक्शन की तरफ इशारा करती है. यदि आपको स्राव के साथ एक असामान्य गंध का अनुभव हो रहा है तो यह संभवत एक समस्या हो सकता है. एक मजबूत और अजीब सी गंध के साथ पतले और तरल निर्वाहन बैक्टीरिया भेजोनोसिस का एक संकेत हो सकता है. इसलिए समय रहते इस पर ध्यान देना जरूरी है.
असामान्य योनि स्राव की संभावित कारण क्या हो सकते हैं ?
असामान्य योनि स्राव तब हो सकता है जब अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा में कमी हो जाती है और खराब बैक्टीरिया की मात्रा में बढ़ोतरी हो जाती है. ऐसे में असामान्य योनि स्राव के कुछ संभावित कारणों को समझने की कोशिश करते हैं.
असामान्य योनि स्राव के निम्न कारण हो सकते हैं जैसे-
* बैक्टीरियल वेजिनोसिस.
* गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन.
* यीस्ट इंफेक्शन.
* सर्वाइकल कैंसर.
* क्लैमाइडिया.
* सूजाक ( गोनोरिया ).
* मधुमेह.
* यौन गतिविधि.
* एंटीबायोटिक या स्टेरॉयड दवाओं का उपयोग.
* हार्मोनल बदलाव.
* सर्जरी के बाद पेल्विक इंफेक्शन.
* पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज.
* ट्रिकोमायनेसिस.
* वेजाइनल एट्रॉफी.
* वेजिनाइटिस.
आपको डॉक्टर से कब दिखाना जरूरी हो जाता है ?
यदि आपको अपनी योनि स्राव में बदलाव का अनुभव होता है तो आपको ऐसी स्थिति में डॉक्टर से मिलना चाहिए. अगर स्राव के रंग, गंध या स्थिरता में बदलाव देखा है या अन्य लक्षण जैसे की जलन और खुजली है तो तुरंत आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.सामान्य और असामान्य योनि स्राव को कैसे पहचाने ? यहाँ जानिए विस्तार से
निष्कर्ष-
शरीर में किसी भी प्रकार की समस्या या बीमारी होने पर वह अंग अपना संकेत खुद ही देता है. आप उस संकेत को समझकर बिना घबराए डॉक्टर से संपर्क करके उस परेशानी को दूर करने का प्रयास करें. योनि से निकलने वाले स्राव को एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया माने और उसके अनुसार अपनी जीवनशैली को व्यवस्थित करें. लेकिन यदि आपने अपनी जांच में योनि से निकलने वाले स्राव को असामान्य महसूस किया है तब बिना देर किए आपको डॉक्टर से मिलकर इस समस्या को दूर करने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि यह आपके लिए घातक भी साबित हो सकता है.
नोट- यह लेख सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है यदि उपर्युक्त असामान्य स्राव से जुड़े कोई भी लक्षण मिले तो आपको चिकित्सक संपर्क करना चाहिए. क्योंकि आपके रोग का सही निदान कर एक चिकित्सक ही आपको उससे निपटने का उपाय बता सकते हैं. धन्यवाद.
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