कल्याण आयुर्वेद- चाहे बालों का झड़ना हो, गंजापन हो या बालों का पतला होना कई कारणों से हो सकता है. कभी-कभी बालों का झड़ना एक स्वास्थ्य समस्या का एक साइड इफेक्ट भी होता है. अगर आप पतले बालों या गंजेपन से जूझ रहे हैं, बालों के झड़ने का कारण या गंजेपन का कारणों के बारे में जानना चाहते हैं तो इससे जुड़े तमाम सवालों के जबाब हम इस लेख के माध्यम से देने जा रहे हैं.
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महिला और पुरुषों में बाल झड़ने के क्या कारण हो सकते हैं ? |
बालों के झड़ने के क्या कारण हो सकते हैं?
डॉक्टर के अनुसार, पुरुषों और महिला दोनों में बालों के झड़ने के कारण अलग-अलग हैं. पुरुषों में ये अधिकतर आनुवांशिक होता है. पुरुषों में गंजेपन को मेल पेटर्न बोल्डनेस भी कहा जाता है. ज्यादातर मामलों में पिता, दादा, मामा या नाना की साइड से आनुवांशिक होता है और उनके बाल झड़ने लगते हैं. जैसे वे 20 साल की उम्र को पार करते है. कभी- कभी देर भी होता है और 30 से 35 साल की उम्र में गंजापन शुरू हो जाता है. किसी- किसी को यही गंजापन बहुत देरी से होता और जैसे 40 या 45 साल की उम्र में. गंजापन पुरुषों को तीन एरिया में इफेक्ट करता है. इसमें फ्रंट, मिड और बैक शामिल है. कुल मिलाकर पुरुषों में गंजेपन का सबसे बड़ा कारण अनुवांशिक है.
महिलाओं में बालों के झड़ने के क्या कारण हैं ?
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महिला और पुरुषों में बाल झड़ने के क्या कारण हो सकते हैं ? |
बालों में कीड़ा लगना क्या है ? जिसमें बाल एक जगह से हट जाते हैं.
डॉक्टर कहते हैं कि इस कंडिशन को एलोपेसिया एरीटा कहा जाता है. ये एक सामान्य समस्या है. वास्तव में ये बालों में कोई इंफेक्शन या कीड़ा नहीं है. दरअसल ये हमारी रोगों से लड़ने की क्षमता या इम्यून सिस्टम हमारे ही हेयर फॉलिकल्स को नष्ट करने लगता है. इस कंडिशन में हमारे शरीर में बनने वाली एंटीबॉडी हमारी प्रोटेक्शन करने की बजाय बालों की स्कैल्प को ही नष्ट करने लगती हैं. इससे स्कैल्प पर सर्कुलर पैच बन जाता है. इस समस्या का इलाज भी बहुत आसानी से किया जा सकता है.
अस्वीकरण: इस लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता या वैधता के लिए लेखक ज़िम्मेदार नहीं है. सभी जानकारी यथावत आधार पर प्रदान की जाती है.
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