कल्याण आयुर्वेद- गर्मी का मौसम चल रहा है और इस मौसम में सभी को इंतजार होता है रसीले फल तरबूज का। तरबूज एक मात्र ऐसा फल है जिसमें लो कैलोरी और हाई फाइबर होता है। इसके सेवन से डिहाइड्रेशन से बचा जा सकता है साथ ही ये वजन कम करने के लिए भी आइडियल माना जाता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं वे तरबूज डाइट का सहारा ले सकते हैं। तरबूत में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराते हैं। इसके सेवन से आपको बार-बार भूख नहीं लगती और आपका कैलोरी इंटेक कम हो जाता है। लेकिन क्या ये डाइट हर कोई अपना सकता है, इस डाइट को फॉलो करने के बाद कितना फायदा हो सकता है या क्या तरबूज डाइट वजन कम करने का सबसे बेहतर तरीका है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
![]() |
वजन कम करने मददगार है तरबूज, जानिए कैसे करें इसका सेवन |
क्या है तरबूज डाइट-
तरबूज डाइट एक शॉर्ट टर्म डाइट प्लान है जो आमतौर पर 3 से 7 दिनों तक चलती है। इस दौरान आपको भोजन के मुख्य स्त्रोत के रूप में केवल तरबूज का ही सेवन करने की अनुमति होती है। हालांकि डाइट में अन्य फलों और सब्जियों को शामिल करने की अनुमति दी जा सकती है। लेकिन तरबूज पर अधिक फोकस करना होता है। तरबूज के कई फायदे हैं। ये कम कैलोरी वाला फल है जो विटामिन, खनिज और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर है। ये शरीर से अतिरिक्त पानी और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। डाइट एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये वजन कम करने, ब्लोटिंग और पाचन में सुधार करने में मदद कर सकता है।
तरबूज डाइट के फायदे-
तरबूज डाइट के कई फायदे हैं। ये गर्मी के दिनों में शरीर को हाइड्रेटेड रखने के साथ एनर्जेटिक बनाने में भी मदद करता है।
वजन कम करना-
तरबूज एक कम कैलोरी वाला फल है, जिसका अर्थ है कि आप बहुत अधिक कैलोरी का सेवन किए बिना इसका भरपूर मात्रा में सेवन कर सकते हैं। अधिक तरबूज खाने से पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करता है, जिससे क्रेविंग को कम करने में मदद मिलती है।
हाइड्रेशन-
तरबूज मुख्य रूप से पानी से बना होता है, जिसका मतलब है कि ये आपको हाइड्रेटेड रहने में मदद कर सकता है। ये विशेष रूप से गर्म मौसम के दौरान या जब आप एक्सरसाइज कर रहे हों तो ये आपको हाइड्रेट कर सकता है। डिहाइड्रेशन की स्थिति में भी तरबूज खाने की सलाह दी जाती है।
भरपूर पोषक तत्व-
तरबूज विटामिन ए और सी के साथ ही पोटेशियम का एक अच्छा स्त्रोत है, जो आपके इम्यून सिस्टम का सपोर्ट करने, स्वस्थ त्वचा को बनाए रखने और आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। ये पाचन तंत्र में भी सुधार कर सकता है।
डिटॉक्सिफिकेशन-
तरबूज के मूत्रवर्धक गुण आपके शरीर से अतिरिक्त पानी और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं। ये शरीर की सूजन को कम करने और आपके पाचन में सुधार करने में मददगार साबित होता है।
क्या तरबूज डाइट आपके लिए हेल्दी है ?
डाइट एक्सरपर्ट्स के अनुसार तरबूज डाइट हेल्थ की दृष्टि से सही नहीं है। माना कि तरबूज में पोषक तत्व होते हैं लेकिन सिर्फ तरबूज का सेवन करना कई समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है।
पोषक तत्वों की कमी-
तरबूज पोषण का एक पूर्ण स्त्रोत नहीं है और आपको वे सभी पोषण तत्व प्रदान नहीं कर सकता है, जिनकी आपके शरीर को आवश्यकता होती है। यदि आप लंबे समय तक तरबूज डाइट का पालन करते हैं, तो आपको पोषक तत्वों की कमी का खतरा हो सकता है।
ब्लड शुगर की समस्या-
तरबूज एक हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फल है, जिसका अर्थ है कि ये आपके ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से वृद्धि कर सकता है। ये डायबिटिक लोगों या शुगर के प्रति संवेदनशील लोगों के लिए समस्या उत्पन्न कर सकता है। इसलिए डायबिटिक लोगों को इसके नियंत्रित सेवन की सलाह दी जाती है।
भूख और क्रेविंग-
तरबूत डाइट आपको संतुष्ट और भरा हुआ महसूस कराने के लिए पर्याप्त कैलोरी प्रदान नहीं कर सकती है। इसमें 90 प्रतिशत पानी होता है जिसके सेवन से भूख और क्रेविंग भी हो सकती है। कई बार इस डाइट पर टिके रहना मुश्किल हो सकता है। भूख लगने पर व्यक्ति कुछ भी और अधिक मात्रा में खा लेता है जो वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकता है। तरबूज डाइट के दौरान पेट जल्दी खाली लगने लगता है।
पाचन संबंधी समस्याएं-
अधिक मात्रा में तरबूज का सेवन करने से डायरिया या ब्लोटिंग जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में पानी की अधिक मात्रा होने से पेट में गैस बनने लगती हैं और दर्द भी हो सकता है। अधिक पानी की वजह से बार-बार यूरिन आती है। तरबूज डाइट बंद करने के बाद व्यक्ति को अन्य खाद्य पदार्थों को पचाने में कठिनाई महसूस हो सकती है।
कैसे करें इसका सेवन-
अकेले तरबूज डाइट लेना शायद आपके शरीर के लिए सही न हो लेकिन इस फल में काफी पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद है। इसे स्नैक्स के तौर पर खाया जा सकता है। इससे आप खाना छोड़े बिना आसानी से वजन कम कर पाएंगे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये एक तरह की क्रेश डाइट है जिसे बंद करने के बाद वजन तेजी से बढ़ सकता है। इससे मेटाबॉलिज्म पर भी असर पड़ता है जो हार्ट डिजीज में इजाफा कर सकता है। इसलिए इस फल को डाइट में शामिल करें लेकिन सम्पूर्ण भोजन के रूप में नहीं बल्कि मिड मॉर्निंग स्नैक्स के रूप में।
0 Comments