कल्याण आयुर्वेद- गर्मियों में स्वस्थ रहना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. इस मौसम में शरीर को पौष्टिक भोजन के साथ-साथ ठंडा भी रखना बहुत आवश्यक होता है. गोंद कतीरा एक प्राकृतिक उपचार है जो इस समस्या को दूर करने में मददगार होता है. गर्मियों के मौसम में गोंद कतीरा का उपयोग कर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
गर्मी में अमृत समान लाभकारी है गोंद कतीरा, जानिए फायदे |
गोंद कतीरा का तासीर ठंडा होता है, इसलिए गर्मी में इसका सेवन करना लाभदायक होता है. इसके सेवन से शरीर में ताक़त बनी रहती है पेशाब में जलन और पेशाब सम्बंधित बिमारियों में यह रामबाण की तरह काम करता है. गोंद कतीरा का प्रयोग विभिन्न प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है.
गोंद कतीरा के गुण :- गोंद कतीरा शरीर के खून को गाढ़ा करता है, हृदय की कठोरता को दूर करता है और आंतों की खराश को दूर करके बलवान बनाता है. यह शरीर से निकलने वाले खून को रोकता है, सांस रोग को दूर करता, खांसी को नष्ट करता व कफ दूर करता है. यह छाती की खरखराहट और फेफड़ों के जख्मों को खत्म करता है.
गोंद कतीरा प्रयोग जहर को उतारने के लिए भी किया जाता है विशेषकर गर्म मिजाज वालों व्यक्ति के जहर को. पेशाब की जलन, मासिकस्राव का कम आना, हाथ-पैरों की जलन, सिर की जलन, खुश्की, अधिक प्यास लगना आदि रोग ठीक होते हैं.
शरीर की गर्मी व जलन से छुट्टी- अगर आपके हाथ-पैरों में जलन की समस्या हो तो 2 चम्मच कतीरा को रात को सोने से पहले 1 गिलास पानी में भिगों दें. सुबह कतीरा के फूल जाने इसको शक्कर के साथ मिलाकर रोजाना खाने से हाथों और पैरों की जलन दूर हो जाती है.
अगर शरीर अधिक गर्म महसूस हो तो कतीरा को पानी में भिगोकर मिश्री मिले शर्बत के साथ घोटकर सुबह-शाम सेवन करें. इससे शरीर की गर्मी दूर होती है. इसके सेवन करने से गर्मियों में लू से बचा जा सकता है.
स्त्री रोग मे फायदेमंद- कतीरा गोंद का सेवन महिलाओं की समस्याए जैसे बच्चा होने के बाद की कमजोरी,माहवारी की गड़बड़ी या ल्यूकोरिया आदि की समस्या को ठीक करता है. यह कमजोरी और उसके कारण होने वाली शारीरिक अनियमिताओं को ठीक करता है. गोंद कतीरा तथा मिश्र को बराबर की मात्रा में मिलाकर पीस लें और 2 चम्मच की मात्रा में कच्चे दूध के साथ सेवन करें.
स्वप्नदोष – स्वप्नदोष के लिए, करीब ६ ग्राम गोंद कतीरा , रात को एक कप पानी में भिगा दी जाती है. रात भर में यह गोंद फूल जाता है जिसमे मिश्री १२ ग्राम मिलाकर खाया जाता है. १०-१५ दिन तक इसके सेवन से स्वप्न दोष में लाभ होता है.
पैरों की जलन- गोंद कतीरा रात को एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इसमें चीनी मिलाकर सेवन करें. इससे हाथों-पैरों की जलन दूर होती है. इसका प्रयोग गर्मियों में बहुत ही लाभदायक है.
मूत्ररोग- 10 ग्राम से 20 ग्राम गोंद कतीरा सुबह- शाम फुलाकर मिश्री के साथ शर्बत घोटकर पीने से मूत्ररोग में लाभ मिलता है. गोंद कतीरा एक प्राकृतिक उपचार है जो बहुत से स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है. इसे शायद ही कोई न जानता हो, लेकिन यह एक वरदान है.
गोंद कतीरा एक प्रकार का पौष्टिक फल होता है जो भारत में उगता है. यह फल- फूलों के साथ एक गूंथे जाते हैं, जिससे गोंद कतीरा प्राप्त होता है. गोंद कतीरा के लाभ बहुत हैं. यह प्राकृतिक शीतल गुणों से भरपूर होता है, जिससे इसे गर्मियों में उपयोगी बनाया जाता है.
इसे सूखे रूप में या पाउडर के रूप में भी उपलब्ध कराया जाता है. गोंद कतीरा के उपयोग से व्यक्ति की त्वचा, बाल, आंतों, बॉडी तक हर तरह की समस्याओं से निजात मिलती है. गोंद कतीरा के उपयोग से त्वचा संबंधी समस्याएं ठीक होती हैं. इसे त्वचा पर लगाने से त्वचा में नमी आती है जो त्वचा के लिए बहुत ही उपयोगी होती है.
इसके अलावा, यह एक बहुत अच्छा डेटॉक्सिफायर होता है जो त्वचा को साफ करता है. यह त्वचा की रूकी सी शान्ति को वापस लाता है और उसे नरम, चमकदार और स्वस्थ बनाता है. गोंद कतीरा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो त्वचा को युवा और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.
गोंद कतीरा के उपयोग से बालों की समस्याएं भी ठीक होती हैं. यह बालों को लंबा, मजबूत और चमकदार बनाता है. गोंद कतीरा में मौजूद पोषक तत्व बालों के झड़ने से रोकते हैं और बालों को मजबूती देते हैं.
गोंद कतीरा के उपयोग से आंतों की समस्याएं भी दूर होती हैं. इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और आंतों की समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
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