जोड़ों के दर्द, बुखार से लेकर कई बिमारियों का अचूक औषधि है हरसिंगार, जानिए इस्तेमाल करने के तरीके

कल्याण आयुर्वेद- इस लेख के माध्यम से से हम जानेंगे कि हरसिंगार हमारे लिए कितना फायदेमंद होता है? यह कौन-कौन सी बीमारियों को दूर करने में हमारी मदद करता है और इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से क्या नुकसान होता है? साथ ही इसका सेवन किसे नहीं करना चाहिए ? इत्यादि

जोड़ों के दर्द, बुखार से लेकर कई बिमारियों का अचूक औषधि है हरसिंगार, जानिए इस्तेमाल करने के तरीके

हरसिंगार का पौधा एक फूल का पौधा है. इसके फूल रात में ही खिलते हैं और सुबह तक झड़ने लगते हैं. इसे पारिजात, नाईट जैस्मिन और रातरानी के नाम से भी जाना जाता है. भगवान की आराधना में इस फुल का जितना महत्व है उतना ही महत्व औषधियों के रूप में भी है. हरसिंगार के पौधे का हर हिस्सा कई बीमारियों में रामबाण की तरह काम करता है. आयुर्वेद में हरसिंगार का इस्तेमाल सदियों से किया जाता रहा है. इसके फूल, पत्ते और छाल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है. यह पौधा लगभग पूरे भारतवर्ष में पाया जाता है.

हरसिंगार के पत्ते में कैरोटीन, एमोरफस, ग्लूकोज, बेंजोईक एसिड, फ्रुक्टोज, एस्कोरबिक एसिड, मिथाईल सेलिसिलेट, फ्लेवनॉल ग्लाइकोसाइड के अलावा और भी कई तत्व पाए जाते हैं. इसके फूल और बीज भी हमारे लिए काफी लाभकारी होते हैं. हरसिंगार के फूलों में एसेंशियल आयल और ग्लाइकोसाइड होते हैं जो कि हमें बहुत लाभ पहुंचाते हैं. इसके बीजों में एंटी फंगल, एंटी वायरल, प्रोटेक्टिव और इम्यूनोस्टिम्युलेंट मौजूद होती हैं जो कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में मददगार होते हैं.

हरसिंगार के फायदे उपयोग करने के तरीके-

1 .गठिया रोगियों के लिए-

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हरसिंगार जोड़ों में दर्द, अर्थराइटिस की समस्या में लाभकारी होता है. इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो गठिया से ग्रस्त मरीजों को लाभ पहुंचाते हैं. इसके पत्ते के रस का सेवन करने से अर्थराइटिस की बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है. इसके लिए आप 10 से 20 मिलीलीटर हरसिंगार के पत्ते का रस सुबह खाली पेट सेवन कर सकते हैं.

2 .पाचन के लिए-

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हरसिंगार के पत्ते से फायदे हमारे पाचन तंत्र को भी मिलते हैं. इसके पत्तों में एंटी स्पासमोडिक गुण पाए जाते हैं जो कि भोजन को पचाने में मदद करते हैं. इसके अलावा हरसिंगार में और भी कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं. आप हरसिंगार के पत्तों का रस पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए सेवन कर सकते हैं.

3 .तनाव को दूर करने के लिए-

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बढ़ते काम की तनाव और भरपूर नींद न लेने के कारण मानसिक तनाव की समस्या आजकल आम हो गई है. हरसिंगार के पत्ते तनाव को कम करने का काम कर सकते हैं. यह पौधा एंटीडिप्रेसेंट गुण से भरपूर होता है. इसके लिए आप हरसिंगार के पत्तों से बनी चाय का सेवन कर सकते हैं. इसके फूलों की खुशबू स्ट्रेस को दूर करने में मददगार होती है. इसलिए आप सुबह- शाम इसकी छाव में बैठ सकते हैं.

4 .डायबिटीज के लिए-

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मधुमेह की समस्या में भी हरसिंगार बहुत ही फायदेमंद है. क्योंकि इनमे लिनोलिक एसिड मौजूद होता है जो शुगर से बचाने में मदद करता है. इसके अलावा पौधे की जड़ की छाल में भी एंटी- डायबिटीक गुण मौजूद होते हैं. ऐसा एक अध्ययन में पता चला है. इसके अर्क में भी शुगर को नियंत्रित करने वाले गुण मौजूद होते है.

5 .बवासीर की समस्या-

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तला, भुना, अधिक मसालेदार भोजन का सेवन और कब्ज के कारण बवासीर की समस्या होती है. इस समस्या में रोगी को मल निकासी के समय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. कई बार यह बीमारी इतनी अधिक हो जाती है कि रोगी को उठने- बैठने के लिए भी मजबूर कर देता है. इस समस्या से छुटकारा दिलाने में हरसिंगार बहुत ही मददगार औषधि है. इसके पत्तों में लैक्सेटिव और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इस समस्या से छुटकारा दिलाते हैं. इसके लिए आप हरसिंगार के पत्ते, फूलों और बीजों का उपयोग कर सकते हैं.

6 .चोट का घाव भरने में मददगार-

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हरसिंगार के पत्तों का इस्तेमाल घाव को भरने के लिए भी किया जा सकता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण घाव को जल्दी भरने में मददगार होते हैं. आप इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर घाव पर लगा सकते हैं. इसके साथ आप इसके पत्तों के रस का भी सेवन कर सकते हैं. इससे आपको बहुत जल्दी लाभ मिलेगा.

7 .बुखार उतारने मददगार-

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बुखार आने पर लोग कई प्रकार के घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करते हैं उन्हीं नुस्खों में से एक है हरसिंगार के पत्ते का इस्तेमाल करना. इस पौधे की जड़ और पत्तों में एंटीबायोटिक गुण मौजूद होते हैं. हरसिंगार बुखार की समस्या में लाभ पहुंचाते हैं. बुखार आने पर आप हरसिंगार के पत्तों के रस का इस्तेमाल कर सकते हैं.

8 .हृदय के लिए-

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हृदय से संबंधित ज्यादातर बीमारियां शरीर में बुरे कोलेस्ट्रोल के स्तर के बढ़ जाने के कारण होते हैं. मोटापा और शरीर में शर्करा का स्तर का बढ़ना भी इसका कारण हो सकता है. हरसिंगार के पत्तों के औषधीय गुण शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रोल बढ़ाने में सहायता करते हैं. यही कारण है कि ह्रदय रोगियों के लिए भी हरसिंगार का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है.

9 .एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर-

बैक्टीरिया के कारण हमारे शरीर में कई प्रकार की बीमारियां होती है. हरसिंगार के पत्ते और फूल एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं जो हमारे शरीर को बैक्टीरियल संक्रमण से बचाते हैं. इसके पत्तों का रस टाइफाइड फैलाने वाले बैक्टीरिया सालमोनेला टायफी बैक्टीरिया से बचाव करने में सक्षम होता है. बैक्टीरियल संक्रमण से बचने के लिए आप हरसिंगार के पत्ते से बने काढ़े का प्रतिदिन 50 से 100 मिलीलीटर की मात्रा में सेवन कर सकते हैं.

चलिए अब जान लेते हैं हरसिंगार के पत्ते के नुकसान-

आपने इस वीडियो के माध्यम से यह तो जान लिया कि हरसिंगार कितना फायदेमंद है? लेकिन किसी भी औषधि में गुण होने के साथ कुछ अवगुण भी होते हैं. जिसके कारण कभी-कभी नुकसानदायक भी होता है. उसी प्रकार हरसिंगार के पत्ते का अति सेवन और कुछ परिस्थितियों में सेवन करना नुकसानदायक भी हो सकता है.

1 .कुछ हरसिंगार की तासीर गर्म और कुछ की ठंडी होती है. इसलिए सर्दी, खांसी के मरीजों को इसका सेवन बिना वैध के सलाह नहीं करना चाहिए.

2 .इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से एलर्जी होने का खतरा रहता है. इसलिए इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही करें.

3 .गर्भवती महिलाओं को हरसिंगार के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म होने के कारण गर्भपात होने का संभावना अधिक हो जाता है.

आपने इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि हरसिंगार हमारे लिए कितना फायदेमंद होता है? यह कौन-कौन सी बीमारियों को दूर करने में हमारी मदद करता है और इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से क्या नुकसान होता है? और इसका सेवन किसे नहीं करना चाहिए फिर भी आपको बता दें कि किसी भी प्रयोग के पहले योग्य डॉक्टर की सलाह एक बार जरूर लें. धन्यवाद.

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