जोड़ों के दर्द की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक घरेलू दवा कौन सी है?

कल्याण आयुर्वेद- आजकल जोड़ों में दर्द की समस्या बहुत ही आम होती जा रही है पहले लोग 50 साल की उम्र के होने के बाद जोड़ों के दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं. लेकिन आजकल तो यह समस्या किसी भी उम्र में हो जा रही है. यह काफी तकलीफ देने वाला रोग है. जब जोड़ों में तेज दर्द हो जाती है तो उठना- बैठना, चलना- फिरना मुश्किल हो जाता है और इसे ठीक करने के लिए लोग कई तरह के उपाय आजमाते हैं लेकिन इससे छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले हमें ये समझना हैं कि जोड़ो में दर्द क्यों होता हैं ?  दर्द होने का क्या कारण हैं? यदि आप कारण का पता लगा लेते हैं तो इसका उपचार करना बहुत आसान हो जाता हैं, सामान्य रूप से जोड़ो में दर्द होने के बहुत कारण हो सकते हैं लेकिन जोड़ों में दर्द होने का प्रमुख कारण हैं “शरीर में केल्सियम की कमी होना”  तथा गठिया(arthritis) रोग हैं.

जोड़ों के दर्द की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक घरेलू दवा कौन सी है?

जोड़ों के दर्द का अर्थ हैं “दो हड्डियों(Bones) के जोड़ में दर्द होना” जैसे – घुटने के हड्डियों का जोड़ , हाथ के केहुनी की जोड़ , कलाई की हड्डियों की जोड़ का दर्द आदि. अतः अभी आपको जोड़ो के दर्द के उपचार के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपचार के बारे में जानकारियां देने जा रहे हैं  यदि आप  इसका उपयोग करते हैं तो जरूर फायदा होगा क्योंकि आप जानते होंगें कि आयुर्वेदिक दवा किसी भी रोग को पूरी तरह से ठीक कर देता हैं.

 “कितनी भी पुरानी arthritis की समस्या हैं हरसिंगार के पत्ते से बिलकुल ठीक किया जा सकता हैं. “

आपको जोड़ों का दर्द हो रहा हैं अथवा हड्डी के सम्बंधित अन्य किसी प्रकार का दर्द हो रहा हैं तो इसकी सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा हैं “हारसिंगार की पत्ते” यदि आप हरसिंगार के पत्ते का उपयोग करेंगें तो आपको जरूर फायदे होंगें और आपके जोड़ों के दर्द पूर्ण रूप से ठीक हो जायेंगें.

जोड़ों के दर्द की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक घरेलू दवा कौन सी है?

हरसिंगार के पत्तों का उपयोग जोड़ों के दर्द के लिए कैसे करें?

* हरसिंगार के 4 पत्ते लीजिए.

* इसको मिक्सर में नही बल्कि शिला पर पीसकर पेस्ट बना लीजिए.

* फिर इस पेस्ट को एक ग्लास पानी में घोलकर उबालिए और इतना उबालिए की पानी आधा रह जाए.

* अब इस काढ़ा को ठंडा होने दीजिए और ठंडा होने के बाद इसे खाली पेट पीजिए.  सुविधा के लिए आप शाम को हरसिंगार पत्ते का काढ़ा बनाकर रख लीजिए और सुबह मुँह  हाथ धोकर खाली पेट पी लीजिए.

* एक हप्ते तक में आपको फायदे देखने को मिल जायेंगें , ठीक होने तक इस नुस्खे का सेवन कीजिये.

 हरसिंगार के पत्ते कितने दिन पीना चाहिए : 

जब तक आपका रोग ठीक नहीं हो जाता हैं तब तक इसका प्रयोग कीजिए. हरसिंगार के पत्ते का प्रयोग जिस रोग के उपचार के लिए कर रहे हैं उसका प्रयोग तब तक कर सकते हैं जब तक वह रोग ठीक न हो जाए अर्थात रोग ठीक हो जाने पर पत्ते पीना बंद कर सकते हैं.

आयुर्वेदिक चिकित्सा  पद्धति के अनुसार किसी भी आयुर्वेदिक नुस्खे या दवा का प्रयोग लगातार तीन महीने तक सकते हैं फिर इसके बिच में कुछ दिनों तक रोकना पड़ता हैं लगभग एक महीने या उससे ज्यादा,  फिर इसके बाद दवा शुरू कर सकते हैं इन सारे बातों को समझने के लिए रोग को भी देखना होता हैं अर्थात रोग के अनुसार ही कार्य करना होता हैं जैसे रोग होता हैं वैसा दवा का मात्रा लेना होता हैं इसके लिए आपको वैद्य या डॉक्टर से जरूर सलाह लेना चाहिए क्योंकि आपको किस प्रकार का समस्या हैं वह जाँच करने के बाद ही कोइ निर्णय लिया जा सकता हैं।

हरसिंगार कौन- कौन सी बीमारी में काम आता है?

हरसिंगार का प्रयोग बहुत सारे रोगों के इलाज के लिए किया जाता हैं, खास कर किसी भी प्रकार के बुखार में ज्यादा उपयोगी होता हैं और दूसरा गठिया साइटिका के उपचार के लिए इसका प्रयोग किया जाता हैं. इसके आलावा  हड्डी सम्बंधित समस्याओं , जोड़ों के दर्द , त्वचा रोग , सर्दी खांसी जुकाम , सुखी खांसी , डायबिटीज जैसे रोगों के इलाज में काम आता हैं.

दूसरी एक अच्छी दवा हैं ‘खाने वाले चुना”  यदि आप खाने वाले चुने का प्रयोग करते हैं तो जोड़ों के दर्द अथवा अन्य प्रकार शारीरिक दर्द सब ठीक हो जायेंगें जो केल्सियम के कमी से उत्पन होते हैं. चुना केल्सियम का सबसे बड़ा स्रोत हैं जिसका उपयोग करने से शरीर के केल्सियम की कमी पूरी तरह से दूर हो जाते हैं और जब शरीर में केल्सियम के कमी नहीं रहता हैं तो उसे हड्डी सम्बंधित कोइ भी रोग उत्पन्न नहीं होता हैं और साथ में मांसपेशियों का भी कोइ दर्द नहीं होता हैं अतः आप खाने वाले चुने का प्रयोग कर सकते हैं.

जोड़ों के दर्द की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक घरेलू दवा कौन सी है?

लेकिन चुने का प्रयोग कैसे करें-

गेंहूँ के बराबर चुना लीजिए इसे ताजा दही में मिलकर खा लीजिए अथवा एक गलास पानी में गेंहूँ के बराबर चुना  घोलकर पी लीजिए लेकिन ध्यान रहे खाने वाला ही चुना होना चाहिए जो चुने लोग पान में मिलकर खाते हैं. 

जोड़ों के दर्द की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?

इसके बारे में ऊपर जानकारियां दे दी गई हैं, इसके आलावा हल्दी पाउडर , मेथी के पाउडर  सोंठ के पाउडर को बराबर मात्रा में लेकर मिला लीजिए और इसे प्रतिदिन आधा चम्मच सुबह खाली पेट पानी के साथ सेवन कीजिये.

पूरे शरीर में जोड़ों का दर्द कैसे ठीक करें?

वास्तव में जब हमारे शरीर में केल्सियम (Calcium) की कमी होते हैं तो हड्डी एवं मांसपेशी सम्बंधित दर्द उत्पन होती हैं और खास कर जोड़ो में दर्द ज्यादा होता हैं । इसलिए इसे ठीक करने के लिए केल्सियम की पूर्ति कीजिए वह खुद ठीक हो जायेंगें और यदि यह गठिया एवं वात रोग का रूप ले लिए हैं तो ऊपर बताये गए नुस्खे का प्रयोग कीजिए आपको आवश्य लाभ होंगें । विटामिन B के कमी से भी शरीर के हिस्से एवं जोड़ो में दर्द होता हैं इसके लिए Vitamin -B Complex का उपयोग कर सकते हैं.  

जोड़ों के दर्द के लिए कौन सा आयुर्वेदिक तेल अच्छा है ? इसके लिए आप शुद्ध सरसों का तेल का उपयोग कर सकते हैं. सरसों के तेल में लहसुन और करी के पत्ते को मिलकर गर्म कीजिए  फिर उस तेल से मालिस कीजिए आपको घुटने के दर्द में आराम मिलेगा.

ध्यान दें(Note) –  इस लेख में दी गई जानकारियां बिलकुल सामान्य हैं. परन्तु हर एक रोग के होने का अलग-अलग कारण हो सकते हैं और उसके उपचार में भी भिन्नता हो सकती हैं इसलिए आप किसी भी प्रकार के उपचार के लिए घर के अनुभवी डॉक्टर से अवश्य सलाह लें. अगर आपको उपर्युक्त जानकारी अच्छी लगी हो तो लाइक, शेयर जरुर करें .

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