कल्याण आयुर्वेद- हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए शरीर में कई ऐसी चीजें होती है जिसे समय के अनुसार बाहर निकलना आवश्यक होता है. यदि उन्हें शरीर में रोक कर रखा जाए तो वे रोगों का कारण बन सकते हैं. उन्हीं चीजों में से एक है वीर्य. जिसे रोकना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है.
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वीर्य वेग क्या है ? इसे रोकने से क्या होता है? जानें विस्तार से |
वीर्य को रोकने से हमारे शरीर में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती है जैसे- लिंग में दर्द, मूत्राशय में दर्द, वीर्य में पाए जाने वाले शुक्राणुओं पर बुरा प्रभाव, किडनी में सूजन इत्यादि.
आज हम इस लेख के माध्यम से वीर्य वेग क्या है ? इसे रोकने से क्या होता है ? के बारे में जानने की कोशिश करेंगे.
वीर्य वेग क्या है ?
वीर्य एक प्रकार का रस है जो हमारे शरीर में 24 घंटे बनते रहता है. जिस प्रकार से शरीर में पेशाब को बनने से नहीं रोका जा सकता, उसी तरह वीर्य को बनने से भी नहीं रोका जा सकता है. जब शरीर में वीर्य निरंतर बनते रहते हैं तो उनका शरीर से बाहर आना भी जरूरी होता है.वीर्य वेग क्या है ? इसे रोकने से क्या होता है? जानें विस्तार से
अगर आप शारीरिक संबंध या हस्तमैथुन नहीं करते हैं तो यह स्वप्नदोष होकर वीर्य बाहर निकल जाता है. इस प्रकार से वीर्य निकलने की गति को वीर्य वेग कहा जाता है और इसे निकलने से रोका जाए तो यह हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियों को उत्पन्न करता है.
वीर्य वेग रोकने से क्या नुकसान होता है ?
1 .लिंग में दर्द होना-
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2 .शुक्राणु में कमी होना-
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3 .किडनी में सूजन होना-
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4 .मूत्राशय में दर्द होना-
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नोट- यह लेख शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए योग्य चिकित्सक की सलाह लें. धन्यवाद.
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