कल्याण आयुर्वेद- जोड़ हमारी बॉडी का अहम अंग हैं जिनकी मदद से हम उठना-बैठना,सोने और चलने जैसे कामों को अंजाम देते हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ जोड़ों में दर्द की परेशानी बेहद तंग करती है। कई बार कम उम्र में भी जोड़ों में दर्द की शिकायत होने लगती है। कम उम्र में जोड़ों में दर्द होने के लिए आपकी डाइट और आपका लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। जोड़ों की परेशानी या जोड़ों का दर्द आमतौर पर हाथों, कूल्हों, रीढ़, घुटनों और पैरों में महसूस होता है। कुछ लोगों को जोड़ों में दर्द या जलन का भी अहसास होता है। बहुत अधिक एक्टिविटी भी दर्द को बढ़ा देती है।
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जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो ये 5 फूड्स दिलाएंगे जोड़ों के दर्द से राहत, जानिए फायदे |
बीज और मेवों का करें सेवन:
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर बादाम, हेज़लनट्स, पेकान, मूंगफली और अखरोट जैसे आम बीज और नट्स ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं। इन बीजों और नट्स में फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक और विटामिन ई भी होता हैं और ये पॉलीअनसैचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैट का अच्छा स्रोत होते हैं जो जोड़ों को हेल्दी रखने में बेहद असरदार साबित होते हैं। इनका सेवन करने से दिल की सेहत भी दुरुस्त रहती है।
बेरीज का करें सेवन:
ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, स्ट्रॉबेरी, क्रैनबेरी और रसभरी जैसे जामुन एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। इन सभी बेरीज का सेवन करने से जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि बेरीज का सेवन जोड़ों के दर्द को दूर करने में असरदार है। जामुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स और सूजन से शरीर की रक्षा करते हैं।
क्रूसिफेरस सब्जियां खाएं:
क्रूसिफेरस सब्जियों में कम कैलोरी, विटामिन्स और फाइबर भरपूर मौजूद होता है। इन सब्जियों को गोभी वर्गीय सब्जियां भी कहा जाता है। जानवरों पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि ब्रोकली, फूलगोभी जैसी क्रुसिफेरस सब्जियों में सल्फोराफेन होता है, जो एक नेचुरल कंपाउंड है जो ऑस्टियोआर्थराइटिस में सूजन को रोकता है। जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए हमेशा मौसमी सब्जियों का सेवन करें। सब्जियों का सेवन पूरी तरह पानी से सफाई से वॉश करके करें।
हल्दी का करें सेवन:
जोड़ों का दर्द दूर करने के लिए आप अपनी डाइट में हल्दी का सेवन करें। हल्दी का सेवन जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है। हल्दी में करक्यूमिन मौजूद होता है जो हल्दी को पीला रंग देता है। करक्यूमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है इसका सेवन कई क्रॉनिक बीमारियों का उपचार करने में किया जा सकता है। डाइट में हल्दी को शामिल करने से गठिया के दर्द और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। हल्दी का सेवन आप दूध में डालकर, हल्दी का काढ़ा बनाकर और खाने में कर सकते हैं।
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