फाइलेरिया का घरेलू उपाय

फाइलेरिया क्या है?

फाइलेरिया दुनिया भर में विकलांगता और विरूपता बढ़ाने वाला सबसे बड़ा रोग है (इसे एक संक्रमण के रूप में भी देखा जाता है)। यह एक पैरासाइट डिजिट है जो कि धागे के समान दिखाई देने वाले निमेटोड कीड़ों (Nematode Worms) के शरीर में प्रवेश करने की वजह से होती है। निमेटोड कीड़े परजीवी मच्छरों की प्रजातियों (Wuchereria Bancrofti or Rugia Malayi) और खून चूसने वाले कीटों के जरिए इंसान के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इन निमेटोड कीड़ों में फिलेरी वुचरेरिअ बैंक्रोफ्टी (Filariae-Wuchereria Bancrofti), ब्रूगिआ मलाई (Brugia Malayi) और ब्रूगिआ टिमोरि (Brugia Timori) शामिल है। फाइलेरिया मुख्य रूप से वुचरेरिअ बैंक्रोफ्टी (Wuchereria Bancrofti) परजीवी कीड़े की वजह से होता है। 

फाइलेरिया का घरेलू उपाय

दुनिया भर में फाइलेरिया मुख्य रूप से गरीब लोगों और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अधिक पाया जाता है। फाइलेरिया को फीलपाँव (Elephantiasis), श्लीपद (slippad) के नाम से जाना जाता है। भारत में इसे सामान्य तौर पर हाथी पाँव के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इस रोग में व्यक्ति का पाँव हाथी के पाँव की तरह हो जाता है। भारत सरकार का भारतीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Indian Ministry of Health and Family Welfare) इस रोग से लड़ने वालों के लिए मुफ्त उपचार प्रदान करता हैं। अकेले भारत में ही करोड़ों लोगों को फाइलेरिया होने का जोखिम हैं। 

फाइलेरिया का घरेलू उपाय-

1 .लौंग-

फाइलेरिया का घरेलू उपाय
फाइलेरिया के उपचार के लिए लौंग बहुत ही असरदार घरेलू नुस्खा है. इसमें मौजूद इंजाइम परजीवी के पनपते  ही उसे नष्ट कर देते हैं और बहुत ही प्रभावी तरीके से परजीवी को से नष्ट कर देते हैं इसलिए फाइलेरिया से ग्रसित व्यक्ति को लौंग से तैयार चाय का सेवन करना लाभदायक होता है.

2 .अदरक-

फाइलेरिया का घरेलू उपाय
फाइलेरिया से निजात पाने के लिए सूखे अदरक का पाउडर या सोठ का प्रतिदिन गर्म पानी के साथ सेवन करना लाभदायक होता है. इसके सेवन से शरीर में मौजूद परजीवी नष्ट होते हैं और मरीज को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है.

4 .शंखपुष्पी और सोठ-

शंखपुष्पी और सोठ के पाउडर में रॉकसाल्ट मिलाकर एक चुटकी प्रतिदिन गर्म पानी के साथ सुबह-शाम सेवन करने की फाइलेरिया में लाभ होता है.

5 .लहसुन-

फाइलेरिया का घरेलू उपाय
लहसुन एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होता है. इसलिए यह परजीवी को मारने में सक्षम होता है. फाइलेरिया से ग्रसित व्यक्ति को प्रतिदिन लहसुन का सेवन करना फायदेमंद होता है इसके लिए सुबह खाली पेट लहसुन की एक- दो कलियां चबाकर पानी के साथ खाना चाहिए.

नोट- यह लेख शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है किसी बीमारी के इलाज का विकल्प नहीं है. इसलिए किसी भी प्रयोग से पहले योग्य चिकित्सक की सलाह जरूर लें. धन्यवाद.

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