दूध में एक चीज मिलाकर पीने से कम हो सकता है यूरिक एसिड, जानिए अन्य घरेलू उपाय

कल्याण आयुर्वेद- आज के समय में यूरिक एसिड का बढ़ना एक आम समस्या बनते जा रहा है. यूरिक एसिड बढ़ने के कारण जोड़ों में दर्द की समस्या उत्पन्न होती है. 

दूध में एक चीज मिलाकर पीने से कम हो सकता है यूरिक एसिड, जानिए अन्य घरेलू उपाय

चलिए जानते हैं विस्तार से-

यूरिक एसिड क्या है ?

यूरिक एसिड खाद्य पदार्थों के पाचन से उत्पन्न एक प्राकृतिक अपशिष्ट पदार्थ है जिसमें प्यूरिन होता है. जब हमारे शरीर में प्यूरिन टूटता है तो यूरिक एसिड पाया जाता है. कुछ खाद्य पदार्थों में उच्च स्तर में प्युरिन पाए जाते हैं जैसे- कुछ मीट, एक प्रकार की मछली, सूखे सेम, बीयर. इसके अलावा हमारे शरीर में प्युरिन बनते और टूटते हैं.

आमतौर पर हमारा शरीर किडनी की मदद से यूरिक एसिड को फिल्टर करता है और पेशाब के साथ शरीर से बाहर निकाल देता है. लेकिन आप अपने भोजन में बहुत अधिक मात्रा में प्युरिन का सेवन करते हैं या यदि आपका शरीर इस यूरिक एसिड को काफी तेजी से छुटकारा पाने में असमर्थ है तो शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने लगती है और रक्त में यूरिक एसिड का निर्माण होने लगता है.

दूध में एक चीज मिलाकर पीने से कम हो सकता है यूरिक एसिड, जानिए अन्य घरेलू उपाय
यूरिक एसिड का लेबल बहुत बढ़ जाता है तो उस स्थिति को हाई प्युरिसिमिया. के रूप में जाना जाता है यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर की विभिन्न मांसपेशियों में सूजन आ जाती है. जिसके कारण दर्द होने लगता है और यह दर्द बढ़ने लगता है. इसके बढ़ने से गाउट नामक बीमारी हो सकती है जो दर्दनाक जोड़ों का कारण बनती है. यह रक्त और पेशाब को भी एसिडिक बना सकता है.

यूरिक एसिड बढ़ने के क्या कारण है ?

यूरिक एसिड कई कारणों से शरीर में जमा हो सकता है जैसे-

मोटापा या अधिक वजन होने के कारण भी यह समस्या हो सकती है.

कुछ मामलों में यह अनुवांशिक भी होता है.

कुछ प्रकार के आहार के कारण शरीर में यूरिक एसिड जमा हो सकता है.

जो लोग बहुत अधिक तनाव में रहते हैं तो उनके शरीर में भी यूरिक एसिड जमा हो सकता है.

किडनी की बीमारी के कारण भी यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ सकता है.

मधुमेह के कारण भी यूरिक एसिड बढ़ता है.

हाइपोथायराइडिज्म के कारण भी यूरिक एसिड की समस्या हो जाती है.

कुछ प्रकार के कैंसर कीमोथेरेपी भी यूरिक एसिड के बढ़ने के कारण हो सकते हैं.

सोरायसिस जो एक त्वचा का रोग होता है जिसके कारण भी यूरिक एसिड की समस्या हो सकती है.

यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण क्या हैं ?

हमारे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कारण निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं जैसे-

जोड़ों में दर्द होना, उठने बैठने में परेशानी होना.

अंगुलियों में सूजन होना.

जोड़ों में गांठ की शिकायत होना.

आपको किडनी की समस्याएं या पेशाब के साथ समस्याएं हो सकती है.

इसके अलावा पैरों और हाथों की अंगुलियों में चुभन वाला दर्द होता है जो कई बार असहनीय हो जाता है.

यूरिक एसिड बढ़ने पर व्यक्ति जल्दी थक भी जाता है इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

दूध में एक चीज मिलाकर पीने से कम हो सकता है यूरिक एसिड-

यदि आप यूरिक एसिड की समस्या से परेशान हैं तो दूध में हल्दी मिलाकर पीना लाभदायक होता है. यूरिक एसिड को कम करने के लिए हल्दी का उपयोग रामबाण माना जाता है. हल्दी को आयुर्वेदिक जड़ी- बूटियों में सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है. यह कई बीमारियों में काफी लाभदायक साबित होता है.

हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो सूजन और चोट लगने पर भी दवा के रूप में काम आता है. यूरिक एसिड को कम करने में हल्दी का सेवन काफी लाभदायक साबित हो सकता है. इसके लिए एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी को उबालकर पीना चाहिए. इससे यूरिक एसिड नियंत्रित करने में काफी मदद मिलता है क्योंकि इससे आपके शरीर की रक्तचाप की गति नियंत्रित रहती है और आपक पाचन तंत्र पूरी तरह से काम करता है.

यूरिक एसिड नियंत्रित करने की अन्य घरेलू उपाय-

1 .प्रतिदिन सुबह 2 से 3 अखरोट का सेवन करने से यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिलती है और जोड़ों के दर्द से राहत मिलता है.

2 .हाई फाइबर फूड्स जैसे ओटमील, दलिया, बिन्स, ब्राउन राइस खाने से यूरिक एसिड की ज्यादा मात्रा एब्जोर्ब हो जाएगी और उसका लेबल कम हो जाएगा.

3 .बेकिंग सोडा के सेवन से भी यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिलती है.

4 .प्रतिदिन आधा चम्मच की मात्रा में अजवाइन का सेवन करने से यूरिक एसिड की समस्या में काफी लाभ होता है.

5 .विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन यूरिक एसिड कम करने में काफी मददगार साबित होगा. इसके साथ ही वेरी, ब्लूबेरी जैसे फलों के जूस का सेवन करें. इससे शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी.

6 .हरा धनिया एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और एक तरह से एंटीडायुरेटिक की तरह काम करता है इसलिए हरे धनिया का सेवन या इसका जूस का सेवन करना गठिया और यूरिक एसिड से होने वाले अन्य तकलीफों से निजात दिलाता है.

7 .एप्पल साइडर विनेगर यानी सेब का सिरका पानी के साथ मिलाकर पीना फायदेमंद होता है.

8 .फैटी चीजें और अधिक मीठे खानपान एवं पदार्थ का सेवन यूरिक एसिड को कम करने में बाधक बनता है इसलिए यूरिक एसिड बढ़ने पर शराब और इन चीजों के सेवन से परहेज रखें.

नोट- यह लेख शैक्षणिक उदेश्य से लिखा गया है किसी भी प्रयोग से पहले योग्य चिकित्सक की सलाह जरूर लें. धन्यवाद.

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