कब्ज को कभी न लें हल्के में, हो सकते हैं इन जटिल स्वास्थ समस्याओं के शिकार

कल्याण आयुर्वेद- कॉन्स्टिपेशन या कब्ज पाचन तंत्र से जुड़ी एक समस्या है जो गैस, पेट दर्द, सिर दर्द और इन्फ्लेशन जैसे कई परेशानियों को बुलावा दे सकता है. जानें इससे होने वाले स्वास्थ समस्याओं के बारे में-

कब्ज को कभी न लें हल्के में, हो सकते हैं इन जटिल स्वास्थ समस्याओं के शिकार

आजकल के समय में लोग कब्ज की समस्या से ज्यादा परेशान रहने लगे हैं. कब्ज की समस्या ज्यादातर खराब जीवनशैली और खान-पान के कारण होती है लेकिन कम फाइबर वाला खाना खाना, द्रव्य पदार्थ का सेवन कम करना, दवाई, गर्भावस्था, हाइपोथाइरॉएडिज्म, तनाव और अपर्याप्त निद्रा भी कब्ज होने के कारण हैं. यह एक ऐसी अवस्था है जब हफ्ते में तीन बार या उसे कम मल त्याग होता है. कब्ज के दौरान मल त्याग करने में कठिनाई होती है और गुदा मार्ग से मल आसानी से बाहर नहीं निकलता है और जोर लगना पड़ सकता है. 

जरूरी नहीं है कि यह समस्या सिर्फ बड़ों को हो, यह बच्चों को भी हो सकता है. लोग अक्सर कब्ज की समस्या को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हैं लेकिन बाद में पछताते हैं. कब्ज की समस्याओं को अगर समय रहते ठीक नहीं किया जाए तो यह गंभीर रूप भी ले सकती है और अन्य रोगों को बुलावा भी दे सकती हैं.

यहां जानिए, कब्ज के कारण हमारे शरीर पर क्या दुष्प्रभाव पड़ते हैं.

1. कब्ज के कारण होती है थकान-

कब्ज को कभी न लें हल्के में, हो सकते हैं इन जटिल स्वास्थ समस्याओं के शिकार
जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है वह लोग अक्सर थके-थके नजर आते हैं. दरअसल, पेट साफ ना होने के कारण शरीर के अंदर कार्बोहाइड्रेट का स्तर बढ़ता है साथ में शरीर के अंदर कई गैसें बनना शुरू हो जाती हैं जिसके वजह से ऊर्जा प्रदान करने वाले सेल्स पर प्रभाव पड़ता है. डिटॉक्सिफाई ना होने के कारण शरीर में बनने वाले टॉक्सिक पदार्थ खून के प्रवाह में शामिल हो जाते हैं जिसकी वजह से ऊर्जा का स्तर घटने लगता है और इंसान जल्दी थकावट महसूस करने लगता है. ‌

2. बढ़ने लगता है वजन-

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कब्ज की समस्या के वजह से वजन बढ़ने लगता है। मल त्याग करते समय oestrogen नाम के हार्मोन शरीर से बाहर निकल जाते हैं जो मोटापे का कारण होते हैं. अगर लंबे समय से कब्ज की समस्या रहती है तो ठीक से पेट साफ ना होने के वजह से यह हार्मोन पाचन तंत्र में बार-बार सम्मिलित होने लगते हैं जिसकी वजह से वजन बढ़ने लगता है.

3. त्वचा पर पड़ता है बुरा प्रभाव-

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समय-समय पर मल त्याग नहीं होता है तो शरीर में टॉक्सिंस बनने लगते हैं जो हमारे खून में जाकर मिल जाते हैं और खून को दूषित करते हैं जिसका असर हमारे त्वचा पर पड़ता है. इस वजह से हमारी त्वचा बेजान होने लगती है साथ में कील-मुहांसों की समस्या भी बढ़ जाती है.

4. कब्ज के कारण नाखून होने लगते हैं कमजोर और बढ़ती है बाल झड़ने की समस्या-

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टॉक्सिंस की वजह से‌ दूषित खून ना ही सिर्फ त्वचा को नुकसान पहुंचाता है बल्कि इसका असर हमारे नाखून और बाल पर भी देखने को मिलता है. कब्ज के वजह से हमारे नाखून कमजोर होने लगते हैं साथ में हमारे बाल भी पतले हो जाते हैं.

5. रोग प्रतिरोधक क्षमता होने लगती है कमजोर-

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कब्ज की वजह से शरीर के अंदर वायरस, बैक्टीरिया और कैंसर वाले सेल बढ़ने लगते हैं. यह हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर डालते हैं और उसे कमजोर बनाते हैं. लंबे समय से कब्ज की समस्या की वजह से हमारे यूरिनरी ट्रैक्ट में इंफेक्शन भी हो सकता है.

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