दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें उनके मरने के बाद भी याद किया जाता है. इन्ही में से महान वैज्ञानिक आइंस्टीन भी एक थे. आइंस्टीन का पूरा नाम अल्बर्ट आइंस्टीन है। आइंस्टीन ने अपने जीवन काल में साइंस से जुडी कईं प्रकार की खोजें की और दुनिया को एक अलग परिभाषा दी. अल्बर्ट आइंस्टीन को सापेक्षता के सिद्धांत यानि के लिए जाना जाता है. अपने स्टोरी के चलते आइंस्टीन ने ब्रह्मांड के नियमों को समझाया।
अगर आप ज़िंदगी से मान चुके हार, तो ध्यान से पढ़िए यह पोस्ट, खुल जाएगा दिमाग |
थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी इन नामक सिद्धांत ने विज्ञान की दुनिया को बदल कर रख दिया. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि आइंस्टीन ना केवल एक वैज्ञानिक बल्कि एक बहुत बड़े दार्शनिक भी थे. उनके सिद्धांत विज्ञान की दुनिया के इलावा साधारण जिंदगी में भी कई जगह सही साबित हुए हैं। अपने सिद्धांतों द्वारा आइंस्टीन ने विज्ञान के नियमों को समझाते हुए कई बार हमें सफलता, असफलता, कल्पना और ज्ञान से जुड़ी कड़वी मगर सच्ची बातों के बारे में बताया।
आइंस्टीन ने ऐसी कई बातें कही हैं जिनके आधार पर साधारण इंसान कठिनाइयों को पार करके हम आसानी से सफलता की सीढ़ी चढ़ सकते हैं। आज के इस विशेष आर्टिकल में हम आपको आइंस्टीन द्वारा कही गई ऐसी 10 बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके लिए सफलता के दरवाजे खोल सकती हैं। यह बातें आपको जीने की एक नई चाहत पैदा करेंगी साथ ही आपका जिंदगी को देखने का नजरिया बदल देंगी ये हैं आइंस्टीन की कही हुई सच्ची बातें बुद्धिमान व्यक्ति की असली पहचान उसकी जानकारी से नहीं बल्कि उसकी कल्पना करने की क्षमता से होती है।
जब आप सुंदर लड़की से बातें करते हैं तो एक घंटा 1 सेकंड के बराबर लगता है। परंतु अगर आप एक गर्म सिलेंडर पर बैठ जाए तो एक सेकंड 1 घंटे के बराबर लगता है. इसी को रिलेटिविटी थेओरी कहा जाता है। इंसान की कॉमन सेंस उसकी 18 वर्ष की उम्र तक जमा किए गए पूर्वग्रहों का बंडल है. अगर आप तुरंत नतीजा चाहते हैं तो लकड़ियां काटिए।
स्कूल छोड़ देने के बाद आपको जो याद रह जाए वही असली शिक्षा है।
कल से सीखें, आज के लिए जिए, कल के लिए आशा करें और सबसे बड़ी बात सवाल करने की आदत को कभी भी ना छोड़े।
सफलता का सबसे बड़ा स्रोत अनुभव है।
जो अपनी लिमिट को जानता है वही उससे आगे बढ़ सकता है।
जिंदगी जीने के दो ही तरीके हैं पहला कि यह कुछ भी चमत्कार नहीं है दूसरा कि यह सब कुछ एक चमत्कार ही है।
सबसे पहले आपको खेल के नियमों को जानना चाहिए उसके बाद ही आप दूसरों से बेहतर खेल सकते हैं।
किसी एक चीज को बार-बार करना और हर बार अलग परिणाम की आशा करना मूर्खता है।
तेज होने की पहचान ज्यादा ज्ञानवान एवं समझदार होना नहीं है बल्कि इसका मतलब आपकी बेहतर कल्पना और सपने देखने की ताकत है.
अगर कुछ भी समझ नहीं आ रहा तो आस पास की प्रकृति को गौर से देखो, ऐसा करने से आप हर चीज़ को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।
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