कल्याण आयुर्वेद- महिला हो या पुरुष आज के व्यस्त जिंदगी में कई बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं. न समय पर नाश्ता न भोजन और न ही भरपूर नींद ले पा रहे हैं, वही आज के दौर में महिला हो या पुरुष हर कोई काम के बोझ के तले दबे हुए हैं जिसका प्रभाव उनके शारीरिक व मानसिक दोनों पर पड़ रहा है. जिसके कारण महिला और पुरुषों में शारीरिक कमजोरी, कामेच्छा की कमी होने के साथ ही कई तरह की यौन रोगों का सामना करना पड़ रहा है.
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महिला व पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाने के साथ ही कई यौन समस्याओं को चुटकियों में दूर कर देता है यह आयुर्वेदिक औषधि |
इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए लोग कई तरह के अंग्रेजी दवाओं का सेवन करने लगते हैं जो कई बार नुकसानदायक भी साबित हो जाता है खासकर यौन रोगों से जुडी दवाओं का सेवन. लेकिन यदि खानपान में सुधार करके घरेलू एवं आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन किया जाए तो शरीर में बिना किसी नुकसान पहुंचाए वह सभी स्वास्थ्य समस्याओं को आसानी से दूर कर सकता है.
आज के इस लेख में एक ऐसे ही आयुर्वेदिक औषधि के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसका सेवन करके हर तरह के शारीरिक कमजोरी एवं यौन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है.
तो चलिए जानते हैं विस्तार से-
जी हां हम जिस आयुर्वेदिक औषधि के बारे में बात करने जा रहे हैं उसका नाम है सुपारी पाक. यह आयुर्वेदिक औषधि कई आयुर्वेदिक कंपनी द्वारा बनाया और बेचा जाता है. आप चाहें तो इसे खरीद कर भी इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर घर पर भी बना सकते हैं.
सुपारी पाक बनाने की विधि-
सुपारी पाक बनाने के लिए आपको इन जड़ी-बूटियों की आवश्यकता पड़ेगी-
कपूर 4 ग्राम.
तज - 4 ग्राम.
नागरमोथा 4 ग्राम.
तेजपत्ता 4 ग्राम.
सुखा पुदीना 4 ग्राम.
पीपल 4 ग्राम.
खुरासानी अजवायन 4 ग्राम.
छोटी इलाइची 4 ग्राम.
तालिसपत्र 5 ग्राम.
वंशलोचन 5 ग्राम.
जावित्री 5 ग्राम.
सफ़ेद चन्दन 5 ग्राम.
कालीमिर्च 5 ग्राम.
जायफल 5 ग्राम.
सफ़ेद जीरा 7 ग्राम.
बिनौले की गिरी 12 ग्राम.
सुखा धनिया 12 ग्राम.
पीपलामूल 12 ग्राम.
लौंग 12 ग्राम.
निलोफर का फूल 9 ग्राम.
सुखा सिंघाड़ा 35 ग्राम.
शतावर 35 ग्राम.
नागकेशर 35 ग्राम.
खिरनी के बीज 50 ग्राम.
बादाम की गिरी 50 ग्राम.
पिस्ता की गिरी 50 ग्राम.
बीज रहित मुनक्का 50 ग्राम.
सुपारी 500 ग्राम.
शहद 500 ग्राम.
चीनी 500 ग्राम.
गाय का घी 250 ग्राम.
सुपारी पाक बनाने की विधि-
सबसे पहले मुनक्का को पीसकर पेस्ट बना लें. अब सुपारी को पीसकर चूर्ण बनाकर घी में डालकर मंद आंच पर भुनें अब उपर्युक्त सभी जड़ी- बूटियों को चूर्ण बनाकर थोड़े से घी में भुन लें. इसके बाद चीनी और शहद की चासनी बनाकर उपर्युक्त सभी को डालकर अच्छी तरह से मिला लें और किसी कांच के बर्तन में सुरक्षित रख लें यही सुपारी पाक है.
सेवन विधि-
10 से 20 ग्राम तक सुबह- शाम गाय के दूध के साथ सेवन करें.
सुपारी पाक सेवन करने के फायदे-
यह पाक अत्यंत वाजीकरण और पुष्टिकारक है. इसके सेवन से महिलाओं की योनि से होने वाला नाना प्रकार के स्राव ( प्रदर ) नष्ट होते हैं और महिला तथा पुरुष दोनों के बन्ध्यत्व दोष को नष्ट करके उन्हें संतानोत्पत्ति योग्य बना देता है. यदि किसी पुरुष में शीघ्रपतन और शुक्रमेह की समस्या है तो यह पाक छुटकारा दिला देता है.
यह पाक यकृत की दुर्बलता को नष्ट कर पाचन शक्ति की वृद्धि करता है. यह पाक गर्भाशय को शक्ति देता है और योनि को संकुचित करता है.
विशेषता प्रसूता महिलाओं के लिए यह अति गुणकारी औषधि है. इसके सेवन से प्रौढ़ा महिला भी कांति और लावण्ययुक्त होकर नवयुवती जैसी हो जाती है. प्रदर रोग के का-रण प्रायः महिलाओं का स्वास्थ्य खराब रहता है. कमर, पीठ, गर्दन और सिर में दर्द रहना, सिर भारी रहना, हाथ- पैरों में दर्द तथा हड्फुटन रहना, किसी काम में मन न लगना, चिंता और भ्रम बना रहना, आलस्य और अशक्तता के कारण शरीर कृश और मुरझाया हुआ रहना एवं कांतिहीन रहना आदि लक्षण रहते हैं. युवावस्था में ही वृद्ध जैसी दिखने लगती हैं. ऐसी स्थिति में सुपारी पाक का कुछ दिनों तक नियमित सेवन करने से प्रदर रोग नष्ट होकर उपरोक्त सभी लक्षण मिट जाते हैं. शरीर में स्फूर्ति एवं बल, वर्ण तथा कांति बढ़कर नवयुवती तुल्य हो जाती हैं.
यदि कोई पुरुष इस औषधि का नियमित सेवन करता है तो शीघ्रपतन, नपुंसकता, मर्दाना कमजोरी इत्यादि दूर हो जाती है और शरीर ताकतवर बन जाता है एवं कामेच्छा में भी वृद्धि होती है.
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महिला व पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाने के साथ ही कई यौन समस्याओं को चुटकियों में दूर कर देता है यह आयुर्वेदिक औषधि |
वास्तव में यह औषधि महिला व पुरुषों के लिए किसी दैविक वरदान स्वरुप अमृत तुल्य गुणकारी है.
नोट- यह लेख शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है किसी भी प्रयोग से पहले योग्य चिकित्सक की सलाह जरूर लें. धन्यवाद.
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