कल्याण आयुर्वेद- कौंच बीज एक आयुर्वेदिक दवा है, जो स्वास्थ से संबंधित कई विकारों को दूर करता है. इसका इस्तेमाल खासकर पुरुष बांझपन और तंत्रिका विकारों के इलाज में किया जाता है. कौंच को केवांच के नाम से भी जाना जाता हैं. लोग कौंच बीज को बहुत ही साधारण-सी लता समझते हैं लेकिन असलियत कुछ और ही है.
![]() |
मर्दाना कमजोरी को चुटकियों में गायब कर सकता है कौंच बीज, जानें सेवन करने का तरीका |
![]() |
मर्दाना कमजोरी को चुटकियों में गायब कर सकता है कौंच बीज, जानें सेवन करने का तरीका |
हम सब जानते है कि कौंच का बीज एक जोशवर्धक और शक्ति वर्धक आयुर्वेदिक औषधि है और कौंच के बीज के सेवन से इंसान के प्रजनन अंगों का विकास होता है.
-कौंच के बीज के सेवन से महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द की समस्या के साथ साथ कमर दर्द और शारीरिक कमजोरी भी दूर होती है.
-कौंच के बीज का सेवन करने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है और साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है.
-जिन पुरुषों को स्वप्नदोष की बीमारी है वो भी कौंच के बीज के सेवन से स्वप्नदोष की बीमारी को दूर भगा सकते है साथ ही नसों की कमजोरी, लो स्पर्म काउंट और जल्दी डिस्चार्ज होने जैसी समस्याएं भी जड़ से खत्म हो जाती है.
- कौंच के बीज के सेवन से शरीर में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है और मनुष्य में बांझपन की समस्या भी दूर होती है.
कौंच बीज सेवन करने का तरीका-
कौंच बीजों का सेवन करने के लिए इन्हें कुछ देर दूध या पानी में भिगोएं. उसके बाद इनका छिलका उतार कर धूप में सुखा लें. सूखने के बाद बीजों को बारीक पीसकर चूर्ण बना लें. अब इस पाउडर को सुबह शाम 5-5 ग्राम मात्रा में दूध के साथ सेवन करे, इसको लगातार सेवन करने से कुछ ही दिनों में शारीरिक और मर्दाना कमजोरी दूर हो जाएगी.
0 Comments