रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के लक्षण क्या हैं ?

कल्याण आयुर्वेद- जिस प्रकार मानव शरीर को सभी आवश्यक एवं जरूरतमंद खाद पदार्थों की जरूरत होती है उसी प्रकार से एक स्वस्थ और निरोग शरीर के लिए बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी मजबूत होना आवश्यक होता है. किसी व्यक्ति के अंदर उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है तो उसके लिए बहुत ही चिंता का विषय बन जाता है. जिस प्रकार से व्यक्ति के अंदर किसी बीमारी के अनेक लक्षण दिखाई देते हैं उसी प्रकार से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के भी कुछ प्रमुख लक्षण होते हैं जैसे-

रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के लक्षण क्या हैं ?

तनाव महसूस होना.

अधिक सर्दी लगना. 

पेट संबंधित परेशानियां होना. 

चोट या घाव को ठीक होने में अत्यधिक समय लगना. 

किसी भी प्रकार का संक्रमण होना. 

अत्यधिक कमजोरी महसूस होना. .

बार-बार किसी बीमारी की चपेट में आना.

प्राकृतिक काढ़े का सेवन-

हमारे घरों में कुछ ऐसे भी प्राकृतिक रूप से मसाले मौजूद होते हैं जिनका हमारे आहार प्रतिदिन इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन इनका काढ़ा बनाकर सेवन किया जाए तो यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बहुत ही आसानी से बढ़ा सकते हैं. आप काढ़े के रूप में काली मिर्च, मेथी दाना, हल्दी, दालचीनी, इलायची, अदरख और लौंग इत्यादि प्राकृतिक मसाले का सेवन कर सकते हैं. इन सभी में आपको एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होता है. जिसके कारण यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने में मददगार होता है.

विटामिन सी का सेवन- विटामिन सी के सेवन से हमारे शरीर की हड्डियों को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त मानवीय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी हद तक हमारी मदद करता है. विटामिन सी के रूप में आप शिमला मिर्च, आंवला, पपीता, संतरा और अमरुद जैसी प्राकृतिक चीजों का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इन सभी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करते हैं.

रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के लक्षण क्या हैं ?

फल का सेवन-

हमारे पृथ्वी पर फलों के अनेक प्रजातियां पाई जाती है. ऐसे में कुछ फल होते हैं जो आपक रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ आपके शरीर में मौजूद सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में भी बढ़ोतरी करने का काम करते हैं. आपको संतरा, नींबू, चकोतरा, कीनू, कीवी ऐसे फल मिल जाएंगे जो स्वाद में खट्टे तो होते हैं लेकिन इनके अंदर प्रचुर मात्रा में विटामिन सी मौजूद होती है. जिन फलों का स्वाद अत्यधिक खट्टा होता है. इन सभी फलों में आपको भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है. जिसकी वजह से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में यह सभी फल मददगार होते हैं. आप इन सभी फलों को नियमित रूप से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं और खुद को रोगों से लड़ने में सक्षम बना सकती हैं.

नोट- यह लेख शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है अधिक जानकारी के लिए योग्य चिकित्सक की सलाह लें. धन्यवाद.

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